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12 Sep 2025, Fri

उपराष्ट्रपति चुनाव 2025: दक्षिण भारत का दम, राधाकृष्णन या रेड्डी – कौन है मजबूत दावेदार?

उपराष्ट्रपति चुनाव 2025: दक्षिण भारत का दम, राधाकृष्णन या रेड्डी – कौन है मजबूत दावेदार?

उपराष्ट्रपति चुनाव 2025: राधाकृष्णन vs सुदर्शन रेड्डी – कौन है मजबूत दावेदार?

भारत में उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 राजनीतिक हलचल का केंद्र बन चुका है। इस बार चुनाव और भी रोमांचक हो गया है क्योंकि दक्षिण भारत के दो वरिष्ठ और प्रतिष्ठित नेताओं – सीपी राधाकृष्णन और बी सुदर्शन रेड्डी – के बीच मुकाबला होने जा रहा है। NDA ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है, जबकि विपक्ष ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारा है।

देश के अगले उपराष्ट्रपति का फैसला 9 सितंबर 2025 को होगा। इसी दिन मतदान और परिणाम घोषित किया जाएगा।


किसके पास कितनी ताकत?

उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसद मतदान करेंगे। कुल 782 सांसद इस चुनाव में हिस्सा लेंगे, जिसमें लोकसभा के 542 और राज्यसभा के 240 सदस्य शामिल हैं। उपराष्ट्रपति बनने के लिए किसी भी उम्मीदवार को 392 वोटों का बहुमत हासिल करना होगा।

राधाकृष्णन की दावेदारी

लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों वाले निर्वाचक मंडल में भाजपा और उसके सहयोगी दलों के पास पर्याप्त बहुमत है। इस समय सत्ता पक्ष के समर्थन में कुल 427 सांसद बताए जा रहे हैं। इसमें लोकसभा में 293 और राज्यसभा में 134 सदस्य शामिल हैं।

सुदर्शन रेड्डी की स्थिति

विपक्ष के पास कुल 355 सांसद हैं, जिनमें लोकसभा में 249 और राज्यसभा में 106 सदस्य शामिल हैं। इसके अलावा 133 सांसद ऐसे हैं जिनका समर्थन किसी भी पक्ष के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। दोनों दल इन्हें अपनी तरफ़ करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।


उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव प्रक्रिया

उपराष्ट्रपति का चुनाव गुप्त मतदान के जरिए होता है। यह एकल हस्तांतरणीय मत (Single Transferable Vote) प्रणाली पर आधारित है।

  • मतदाता अपनी प्राथमिकता के क्रम में उम्मीदवारों को वोट देते हैं।

  • जीत के लिए उम्मीदवार को कुल वैध मतों का साधारण बहुमत (50% + 1) चाहिए।

  • अगर पहली गिनती में कोई बहुमत हासिल नहीं करता, तो कम मत पाने वाले उम्मीदवारों को हटाकर उनकी प्राथमिकताओं के आधार पर मतों का पुनर्वितरण किया जाता है।

  • यह प्रक्रिया तब तक चलती है जब तक कोई उम्मीदवार बहुमत नहीं पा लेता।


उम्मीदवार प्रोफाइल: सीपी राधाकृष्णन

सीपी राधाकृष्णन तमिलनाडु के गौंडर ओबीसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। उनका राजनीतिक करियर लंबा और प्रभावशाली रहा है:

  • किशोरावस्था में RSS और जनसंघ से जुड़े।

  • 1990 के दशक में कोयंबटूर से दो बार लोकसभा चुनाव जीत।

  • तमिलनाडु में सभी राजनीतिक दलों के बीच सम्मानित।

राज्यपाल के रूप में अनुभव

  • 31 जुलाई, 2024 को महाराष्ट्र के राज्यपाल बने।

  • इससे पहले झारखंड, तेलंगाना और पुडुचेरी का अतिरिक्त प्रभार निभाया।

व्यक्तिगत और शैक्षिक पृष्ठभूमि

  • जन्म: 20 अक्टूबर, 1957, तिरुपुर, तमिलनाडु

  • स्नातक: व्यवसाय प्रबंधन

  • खेल: टेबल टेनिस में कॉलेज चैंपियन और लंबी दूरी के धावक


उम्मीदवार प्रोफाइल: बी सुदर्शन रेड्डी

बी सुदर्शन रेड्डी सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज हैं और उन्हें न्यायिक कार्यों में महारथ हासिल है।

  • जन्म: जुलाई 1946

  • आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के स्थायी जज बने 2 मई, 1995

  • गुवाहाटी हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बने 5 दिसंबर, 2005

  • सुप्रीम कोर्ट में 12 जनवरी, 2007 से 8 जुलाई, 2011 तक कार्य

  • मार्च 2013 में गोवा के पहले लोकायुक्त बने, लेकिन सात महीने में इस्तीफा दे दिया

सुदर्शन रेड्डी का अनुभव न्यायिक और संवैधानिक मामलों में गहन है, जो उन्हें विपक्ष की ओर से उपराष्ट्रपति पद के लिए एक मजबूत दावेदार बनाता है।


निष्कर्ष

इस बार उपराष्ट्रपति चुनाव में अनुभव बनाम न्यायिक महारथ की दिलचस्प टकराहट देखने को मिलेगी। NDA का बहुमत राधाकृष्णन की जीत की संभावना को मजबूत करता है, जबकि विपक्ष का समर्थन सुदर्शन रेड्डी को प्रतिस्पर्धी बनाता है।

निर्वाचक मंडल में संख्या बल और गठबंधन के समीकरण अंतिम नतीजे का निर्धारण करेंगे। 9 सितंबर 2025 को ही स्पष्ट होगा कि भारत के अगले उपराष्ट्रपति कौन होंगे।

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