कैसे जानें अपने दिल की असली उम्र? हार्ट अटैक का जोखिम घटाएं | फ़िट ज़िंदगी
क्या आपकी उम्र से ज्यादा है आपके दिल की उम्र? जानिए हार्ट अटैक का खतरा कैसे घटाएं | फ़िट ज़िंदगी
डिजिटल डेस्क | फ़िट ज़िंदगी हर साल हमारी उम्र तो बढ़ती ही है, लेकिन एक और उम्र है जिस पर हमारा ध्यान नहीं जाता — हमारे दिल की उम्र। यह वह उम्र है जो बताती है कि हमारा दिल वास्तव में कितना स्वस्थ है।
आप भले ही 30 या 40 साल के हों, लेकिन आपका दिल 50 या 60 साल का काम कर रहा हो, तो यह चिंता का विषय है। ऐसे में हार्ट अटैक और अन्य हृदय संबंधी बीमारियों का ख़तरा कई गुना बढ़ सकता है।
अच्छी बात ये है कि आप न सिर्फ़ अपनी दिल की उम्र का अंदाज़ा लगा सकते हैं, बल्कि कुछ अहम बदलावों से इसे कम भी कर सकते हैं। इस लेख में हम जानेंगे:
दिल की उम्र क्या है?
कैसे पता करें कि आपके दिल की उम्र क्या है?
और कैसे रखें अपने दिल को जवान?
दिल की उम्र (Heart Age) क्या होती है?
दिल की उम्र उस आयु का एक अनुमान है जो दर्शाता है कि आपके दिल और धमनियाँ किस स्थिति में हैं। यह उम्र कई कारकों पर निर्भर करती है — जैसे आपकी जीवनशैली, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, धूम्रपान की आदत और शारीरिक गतिविधि।
अगर आपकी दिल की उम्र आपकी असली उम्र से ज्यादा है, तो इसका सीधा मतलब है कि आपके दिल की कार्यक्षमता समय से पहले कमजोर हो चुकी है। यह हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक या हार्ट अटैक की आशंका को बढ़ा सकती है।
कैसे पता करें अपने दिल की उम्र?
डिजिटल टेक्नोलॉजी की मदद से आप आज अपने दिल की उम्र घर बैठे जान सकते हैं। इसके लिए कई Heart Age Calculator ऑनलाइन उपलब्ध हैं, जैसे:
WHO का हार्ट ऐज टूल
CDC का Heart Age Calculator
NHS या Mayo Clinic जैसे स्वास्थ्य संस्थानों के ऑनलाइन टूल
इनमें आमतौर पर आपको यह जानकारी भरनी होती है:
आपकी असली उम्र
लिंग
ब्लड प्रेशर
कोलेस्ट्रॉल लेवल
धूम्रपान की स्थिति
मधुमेह या अन्य रोग
शारीरिक गतिविधि और खानपान
नोट: ये टूल एक अनुमान देते हैं। सटीक जानकारी के लिए डॉक्टर की सलाह और नियमित जांच ज़रूरी है।
दिल की उम्र बढ़ने के क्या खतरे हैं?
हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ता है
धमनियों में ब्लॉकेज की संभावना
ब्लड प्रेशर अनियंत्रित रह सकता है
स्ट्रोक या कार्डियक अरेस्ट का ख़तरा
थकान और सांस फूलना जैसी समस्याएँ जल्दी शुरू हो सकती हैं
कैसे रखें अपने दिल को जवान?
अगर जांच में पता चलता है कि दिल की उम्र ज्यादा है — घबराने की ज़रूरत नहीं है। कुछ बदलावों से आप दिल की उम्र को कम कर सकते हैं और हार्ट अटैक के खतरे को घटा सकते हैं।
1. धूम्रपान और शराब छोड़ें
तंबाकू और अत्यधिक शराब हृदय की उम्र तेजी से बढ़ाते हैं। इन्हें छोड़ना सबसे पहला और अहम कदम है।
2. रोज़ाना शारीरिक गतिविधि करें
तेज़ चलना, दौड़ना, योग या साइकलिंग जैसी गतिविधियाँ दिल की क्षमता बढ़ाती हैं। हफ्ते में कम से कम 150 मिनट की एरोबिक एक्सरसाइज़ ज़रूरी है।
3. स्वस्थ खानपान अपनाएं
कम नमक, कम चीनी, ज़्यादा फाइबर और अच्छे फैट्स (जैसे ओमेगा-3) से भरपूर डाइट लें। फल, सब्ज़ियाँ, ओट्स, नट्स और दालें दिल के लिए वरदान हैं।
4. तनाव को करें मैनेज
तनाव सीधे हृदय को प्रभावित करता है। ध्यान, प्राणायाम, अच्छी नींद और समय पर आराम बेहद ज़रूरी हैं।
5. रेगुलर हेल्थ चेकअप कराएं
हर 6 महीने में ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, शुगर लेवल की जांच करवाएं। इससे बीमारी को शुरुआती स्तर पर पकड़ा जा सकता है।
डॉक्टर से कब मिलें?
अगर आपके परिवार में हृदय रोग का इतिहास है, आपको अक्सर सीने में दर्द, सांस फूलना, या थकान की शिकायत होती है — तो आपको एक बार कार्डियोलॉजिस्ट से मिलना ज़रूरी है।
आपका डॉक्टर ECG, ECHO, स्ट्रेस टेस्ट या कार्डियो स्कोरिंग जैसी जांचों से आपको दिल की सही स्थिति बता सकता है।
निष्कर्ष: दिल की उम्र को नजरअंदाज ना करें
हम अपनी उम्र को तो हर साल केक काटकर याद रखते हैं, लेकिन दिल की उम्र को अक्सर अनदेखा कर देते हैं। यही लापरवाही बाद में गंभीर रूप ले सकती है।
तो आज ही कुछ मिनट निकालें, अपने दिल की उम्र जानें और अगर ज़रूरत हो, तो जरूरी बदलावों की शुरुआत करें।
याद रखिए:
“सिर्फ लंबा जीवन नहीं, एक स्वस्थ दिल के साथ लंबा जीवन ही असली सफलता है।”