🗓️ तारीख: जुलाई 2025
🖋️ रिपोर्ट: शिक्षा संवाद
🧑🏫 झारखंड में उच्च शिक्षा के विस्तार की दिशा में बड़ा कदम
झारखंड के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार ने हाल ही में नई दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से एक अहम मुलाकात की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य राज्य में उच्च शिक्षा की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए केंद्र सरकार का सहयोग प्राप्त करना था।
📉 क्या है वर्तमान स्थिति?
राज्य मंत्री ने झारखंड में उच्च शिक्षा की कमजोर स्थिति को रेखांकित करते हुए बताया कि:
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राज्य में महाविद्यालयों की संख्या अन्य राज्यों की तुलना में बहुत कम है।
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उच्च शिक्षा में झारखंड का सकल नामांकन अनुपात (Gross Enrollment Ratio) राष्ट्रीय औसत से काफी पीछे है।
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बड़ी संख्या में छात्र उच्च शिक्षा के लिए राज्य से बाहर पलायन करने को मजबूर हैं।
🏛️ प्रस्तावित संस्थान और योजनाएँ
राज्य सरकार ने निम्नलिखित प्रमुख संस्थानों की स्थापना का प्रस्ताव केंद्र को सौंपा है:
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🎓 IIT रांची – तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता लाने के लिए।
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🛠️ स्किल यूनिवर्सिटी – युवाओं को रोजगारोन्मुख कौशल देने हेतु।
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💻 फिनटेक यूनिवर्सिटी – डिजिटल फाइनेंस और तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए।
💰 कितनी मांगी गई वित्तीय सहायता?
इन तीनों संस्थानों की स्थापना हेतु झारखंड सरकार ने केंद्र से ₹800 करोड़ की वित्तीय सहायता की मांग की है। यह राशि इंफ्रास्ट्रक्चर, फैकल्टी, टेक्नोलॉजी और प्रशिक्षण संसाधनों के विकास में उपयोग की जाएगी।
🤝 केंद्र से क्या अनुरोध किया गया?
राज्य मंत्री ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि रांची में IIT की स्थापना पर जल्द निर्णय लिया जाए, ताकि काम समय पर शुरू हो सके। साथ ही, स्किल और फिनटेक यूनिवर्सिटी की स्थापना को भी प्राथमिकता दी जाए, जिससे झारखंड को शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाया जा सके।
🚀 निष्कर्ष
अगर केंद्र सरकार इन प्रस्तावों को हरी झंडी देती है, तो रांची जल्द ही उच्च शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट और टेक्नोलॉजी हब के रूप में उभर सकता है। यह पहल राज्य के लाखों युवाओं को अपने ही राज्य में बेहतर शिक्षा और भविष्य की ओर बढ़ने का अवसर देगी।