Speech on Ganesh Chaturthi 2025 in Hindi: गणेश चतुर्थी पर भाषण कैसे दें?
भारत त्योहारों का देश है और हर पर्व हमारी संस्कृति, परंपरा और एकता का प्रतीक है। इन्हीं में से एक प्रमुख त्योहार है गणेश चतुर्थी 2025 (Ganesh Chaturthi 2025)। यह पर्व भाद्रपद मास की चतुर्थी को मनाया जाता है और इसे भगवान गणेश जी का जन्मोत्सव माना जाता है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता, बुद्धि, ज्ञान और सफलता के देवता कहा जाता है। यही कारण है कि किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत गणपति पूजन से की जाती है।
हर साल यह पर्व पूरे देश में बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, आंध्र प्रदेश और उत्तर भारत के कई हिस्सों में इसकी भव्यता देखने लायक होती है। लोग घरों और पंडालों में गणेश प्रतिमाएं स्थापित करते हैं, भक्ति गीत गाते हैं, मोदक और लड्डू अर्पित करते हैं और अंत में गणेश विसर्जन के साथ उन्हें विदाई देते हैं।
गणेश चतुर्थी केवल धार्मिक आयोजन ही नहीं बल्कि यह समाज को जोड़ने वाला सांस्कृतिक उत्सव भी है। इसी दिन कई विद्यालयों और संस्थानों में गणेश चतुर्थी पर भाषण (Speech on Ganesh Chaturthi 2025) के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। छात्र और शिक्षक इस मौके पर भगवान गणेश जी की महिमा, उनकी शिक्षाओं और त्योहार के महत्व पर भाषण प्रस्तुत करते हैं।
अगर आप भी इस बार अपने विद्यालय या कॉलेज में भाषण देने की तैयारी कर रहे हैं तो यहां आपको मिलेंगे गणेश चतुर्थी 2025 पर भाषण (in Hindi) के बेहतरीन उदाहरण।
गणेश चतुर्थी पर भाषण कैसे तैयार करें?
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शुरुआत जोशीली करें – “गणपति बप्पा मोरया” जैसे उद्घोष से शुरुआत करने पर श्रोताओं का ध्यान तुरंत आकर्षित होता है।
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गणेश जी का महत्व बताएं – उन्हें विघ्नहर्ता, बुद्धि और सफलता के देवता के रूप में प्रस्तुत करें।
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त्योहार की परंपरा बताएं – प्रतिमा स्थापना, पूजा, मोदक अर्पण, विसर्जन आदि का उल्लेख करें।
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सांस्कृतिक पहलू जोड़ें – यह त्योहार समाज में भाईचारा और एकता का प्रतीक है।
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समापन प्रेरणादायक करें – श्रोताओं को शुभकामनाएं दें और सभी को मिलकर उत्सव मनाने का संदेश दें।
1 मिनट का भाषण (Short Speech on Ganesh Chaturthi 2025 in Hindi)
“सभी सम्मानितजन और उपस्थित लोग… ‘गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ’।
गणेश चतुर्थी हर साल भाद्रपद मास में मनाई जाती है। यह दिन हमें सिखाता है कि कठिनाइयों से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि दृढ़ विश्वास और भगवान की कृपा से सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। इस दिन भक्त अपने घरों और पंडालों में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करते हैं। मान्यता है कि गणपति की पूजा से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता आती है।
पूरे वातावरण में भक्ति, सांस्कृतिक कार्यक्रम और जयकारों की गूंज रहती है। आइए, हम सब मिलकर इस पावन अवसर पर भगवान गणेश को नमन करें। धन्यवाद।”
2 मिनट का भाषण (Medium Speech on Ganesh Chaturthi 2025 in Hindi)
“सभी सम्मानितजनों को सुप्रभात।
आज मैं गणेश चतुर्थी पर बोलने जा रहा हूं। यह पर्व केवल धार्मिक महत्व का नहीं बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से भी बहुत खास है। गणेश चतुर्थी की तैयारियां कई हफ्ते पहले शुरू हो जाती हैं। कुशल कारीगर भगवान गणेश की सुंदर प्रतिमाएं बनाते हैं जिन्हें रंग-बिरंगे वस्त्रों और आभूषणों से सजाया जाता है।
गणेश चतुर्थी हमें एकता और भाईचारे का संदेश देती है। जाति, धर्म या सामाजिक स्तर से परे हर कोई इस उत्सव में भाग लेता है। बड़े शहरों से लेकर छोटे गाँवों तक पंडाल सजते हैं, सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं और लोग एक-दूसरे से जुड़ते हैं। यह पर्व भारत की विविधता में एकता को दर्शाता है।
आइए, हम सब इस अवसर पर भगवान गणेश से प्रार्थना करें कि हमारे जीवन से सभी विघ्न दूर हों और हम सफलता की ओर अग्रसर हों। धन्यवाद।”
5 मिनट का भाषण (Long Speech on Ganesh Chaturthi 2025 in Hindi)
“गणपति बप्पा मोरया!
आदरणीय प्रधानाचार्य, शिक्षकगण और मेरे प्रिय साथियों, आज मैं गणेश चतुर्थी के महत्व पर अपने विचार प्रस्तुत करने जा रहा हूं।
गणेश चतुर्थी भगवान गणेश का जन्मोत्सव है। उन्हें विघ्नहर्ता, बुद्धि और समृद्धि का देवता माना जाता है। इस दिन भक्त अपने घरों और पंडालों में प्रतिमाएं स्थापित करते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और दस दिनों तक उनका स्वागत करते हैं।
इस पर्व का सबसे बड़ा संदेश है – एकता और सकारात्मक सोच। गणेश जी हमें सिखाते हैं कि कठिनाइयों से डरना नहीं चाहिए। उनका बड़ा मस्तक हमें सोच-समझकर निर्णय लेने की प्रेरणा देता है और उनकी छोटी आंखें हमें ध्यान और एकाग्रता का महत्व बताती हैं।
गणेश चतुर्थी केवल पूजा तक सीमित नहीं रहती, बल्कि यह समाज में भाईचारा और उत्साह का वातावरण बनाती है। सांस्कृतिक कार्यक्रम, नृत्य, संगीत और भक्ति गीत इस उत्सव को और भी खास बनाते हैं।
अंत में, मैं यही कहना चाहूंगा कि हम सभी इस त्योहार से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में सकारात्मकता और दृढ़ विश्वास बनाए रखें। भगवान गणेश सबके जीवन से विघ्न दूर करें और हमें सफलता, बुद्धि और सुख-समृद्धि प्रदान करें।
गणपति बप्पा मोरया!”
निष्कर्ष
गणेश चतुर्थी 2025 केवल धार्मिक पर्व नहीं बल्कि यह आस्था, एकता और संस्कृति का उत्सव है। विद्यालयों और कॉलेजों में इस दिन पर भाषण देना छात्रों के लिए एक यादगार अनुभव हो सकता है। चाहे 1 मिनट का छोटा भाषण हो या 5 मिनट का विस्तृत भाषण, सबसे जरूरी है कि उसमें भगवान गणे
