चार जिलों में 9 हत्याएं, 1 एनकाउंटर: बिहार की सड़कों पर फिर फैला खून
पूर्णिया से पटना तक फैला खौफ, चार जिलों में खूनी वारदातें, पुलिस की बढ़ी सक्रियता
बिहार एक बार फिर अपराध की आग में झुलस रहा है। बीते 24 घंटे के भीतर राज्य के चार जिलों में 9 हत्याएं हुई हैं, जबकि एक चर्चित हत्याकांड के सिलसिले में एनकाउंटर में एक अपराधी को मार गिराया गया है।
ये घटनाएं पूर्णिया, नालंदा, मुजफ्फरपुर और पटना जिलों में हुई हैं और राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही हैं।
पूर्णिया में दिल दहला देने वाला नरसंहार: एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या
पूर्णिया जिले के टेटमा गांव में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की निर्ममता से हत्या कर दी गई और फिर उनके शवों को आग के हवाले कर दिया गया।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि हत्याकांड किसी पुरानी रंजिश या संपत्ति विवाद का नतीजा हो सकता है।
घटना के बाद इलाके में चौतरफा दहशत फैल गई है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और अन्य की तलाश में छापेमारी जारी है। मृतकों की पहचान की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस अधीक्षक के मुताबिक, “जांच तेजी से की जा रही है और जल्द ही अन्य आरोपियों को भी पकड़ लिया जाएगा।”
नालंदा: बच्चों की लड़ाई ने ली दो युवाओं की जान
नालंदा जिले के डुमरावां गांव में दो परिवारों के बीच मामूली विवाद ने खूनी रूप ले लिया। बच्चों के बीच झगड़े ने इतना तूल पकड़ा कि दोनों परिवारों ने एक-दूसरे पर गोलीबारी कर दी।
इस घटना में 17 वर्षीय किशोर हिमांशु कुमार और 16 वर्षीय युवती अन्नू कुमारी की मौके पर ही मौत हो गई।
डीएसपी राम दुलार प्रसाद ने बताया कि इस घरेलू विवाद ने गंभीर रूप ले लिया और आरोपियों को चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है।
मुजफ्फरपुर: इंजीनियर की चाकुओं से गोदकर हत्या
मुजफ्फरपुर जिले के मारीपुर इलाके में सोमवार तड़के एक कनीय अभियंता मो. मुमताज की घर में ही चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई।
घटना उस वक्त हुई जब मुमताज अपने परिवार के साथ घर में सो रहे थे। हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन यह घटना व्यक्तिगत रंजिश या पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा लग रही है।
पुलिस जांच कर रही है और सीसीटीवी फुटेज व मोबाइल कॉल डिटेल्स खंगाले जा रहे हैं।
पटना: कारोबारी की हत्या से दहशत
राजधानी पटना के खगौल इलाके में 50 वर्षीय कारोबारी अजीत कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
यह घटना रविवार देर रात उस समय हुई जब अजीत अपने घर लौट रहे थे। हमलावर बाइक से आए और उन्हें निशाना बनाकर फरार हो गए।
पुलिस अधीक्षक (पश्चिम), भानु प्रताप सिंह ने कहा कि, “मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।”
पुलिस की जवाबी कार्रवाई: खेमका हत्याकांड में एनकाउंटर
इन बढ़ती घटनाओं के बीच बिहार पुलिस ने गोपाल खेमका हत्याकांड के आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की।
इस केस में मुख्य आरोपी राजा का एनकाउंटर किया गया है।
राजा पर आरोप है कि उसने खेमका हत्याकांड में शामिल शूटर उमेश को हथियार उपलब्ध कराए थे।
एसआईटी और एसटीएफ की टीम जब उसे पकड़ने गई, तो राजा ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, एनकाउंटर पटना के बाहरी इलाके में हुआ और इसमें पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई। मौके से हथियार भी बरामद किए गए हैं।
कानून-व्यवस्था पर उठे सवाल
राज्य में एक ही दिन में इतनी बड़ी संख्या में हत्याएं और एनकाउंटर होने से बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर फिर से बहस शुरू हो गई है।
विपक्ष ने इन घटनाओं को लेकर सरकार पर निशाना साधा है और मुख्यमंत्री से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हर मामले की गंभीरता से जांच हो रही है और अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
निष्कर्ष
बिहार में 24 घंटे के अंदर 9 हत्याएं और एक एनकाउंटर यह बताने के लिए काफी हैं कि अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं। हालांकि पुलिस ने कुछ मामलों में तेजी दिखाई है, लेकिन जमीनी स्तर पर व्यवस्था की कमजोरी अभी भी बड़ी चुनौती है।
सरकार और प्रशासन के सामने अब सबसे बड़ी जिम्मेदारी यह है कि आम जनता के भीतर भरोसा फिर से कायम हो — कि बिहार सिर्फ खबरों का हिस्सा नहीं, बल्कि एक सुरक्षित राज्य भी बन सकता है।