रामदास सोरेन Health Update: शिक्षा मंत्री की हालत गंभीर लेकिन स्थिर, ब्रेन ऑपरेशन फिलहाल टला
झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन की हालत गंभीर लेकिन स्थिर बनी हुई है। दिल्ली के अपोलो अस्पताल में उनका इलाज जारी है, जहां उन्हें फिलहाल लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। डॉक्टरों का कहना है कि उनकी मौजूदा स्थिति को देखते हुए ब्रेन ऑपरेशन फिलहाल टाल दिया गया है, और आगे का फैसला आने वाले दिनों में होने वाले मेडिकल परीक्षणों के बाद लिया जाएगा।
विदेशी डॉक्टरों से हुई अहम बैठक
सोमवार को अमेरिका के विशेषज्ञ डॉक्टरों और अपोलो अस्पताल की चिकित्सा टीम के बीच ऑनलाइन बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ न्यूरोसर्जन डॉ. के.एन. सिंह ने की।
बैठक में मंत्री के स्वास्थ्य की विस्तृत मेडिकल रिपोर्ट पेश की गई और उनके मस्तिष्क की वर्तमान स्थिति पर चर्चा हुई। रिपोर्ट के आधार पर विशेषज्ञों ने निष्कर्ष निकाला कि मौजूदा परिस्थितियों में ब्रेन सर्जरी करना जोखिम भरा हो सकता है।
ब्रेन सक्रिय नहीं, शरीर कार्यरत
बैठक के बाद डॉक्टरों ने मंत्री के परिजनों को जानकारी दी कि रामदास सोरेन का शरीर अभी सामान्य रूप से कार्य कर रहा है, लेकिन मस्तिष्क सक्रिय नहीं है। चिकित्सकों ने साफ किया कि फिलहाल उन्हें लाइफ सपोर्ट पर ही रखा जाएगा, और उनकी स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जाएगी।
कुछ और जरूरी जांचें पूरी होने के बाद ही ब्रेन ऑपरेशन या अन्य जटिल उपचार पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
2 अगस्त को आवास पर गिरे थे मंत्री
गौरतलब है कि 2 अगस्त 2025 को मंत्री रामदास सोरेन अपने घोड़ाबांधा स्थित आवास पर अचानक गिर पड़े थे। उन्हें गंभीर अवस्था में पहले स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी हालत बिगड़ने पर एयरलिफ्ट कर दिल्ली लाया गया। अपोलो अस्पताल में भर्ती करने के बाद जांच में पता चला कि मस्तिष्क में रक्तस्राव (Brain Hemorrhage) हुआ है, जिसके कारण उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई है।
पूर्व विधायक ने दी स्वास्थ्य की जानकारी
पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने बताया कि मंत्री को मस्तिष्क में रक्तस्राव के कारण गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था। शुरुआती 48 घंटे बेहद चुनौतीपूर्ण रहे, लेकिन फिलहाल उनकी हालत स्थिर है। उन्होंने कहा कि अपोलो अस्पताल की टीम लगातार प्रयास कर रही है कि मंत्री जल्द स्वस्थ हो जाएं।
परिवार और समर्थकों में चिंता का माहौल
मंत्री के स्वास्थ्य को लेकर उनके परिवार, पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों में गहरी चिंता है। कई लोग दिल्ली और झारखंड में मंदिरों और धार्मिक स्थलों पर उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर भी बड़ी संख्या में लोग #PrayForRamdasSoren हैशटैग के साथ शुभकामनाएं भेज रहे हैं।
ऑपरेशन टलने के पीछे की वजह
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, मस्तिष्क में रक्तस्राव की स्थिति में सर्जरी तभी की जाती है जब मरीज की न्यूरोलॉजिकल स्थिति स्थिर हो और जटिलताओं का खतरा कम हो। वर्तमान में मंत्री के ब्रेन रिस्पॉन्स न करने के कारण सर्जरी से संभावित जोखिम काफी बढ़ जाता है।
इसलिए फिलहाल डॉक्टरों ने निर्णय लिया है कि पहले अन्य जीवन-रक्षक उपचारों के माध्यम से उनकी स्थिति को और स्थिर किया जाए, उसके बाद ही ऑपरेशन पर विचार किया जाएगा।
आगे की चिकित्सा योजना
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अगले कुछ दिनों में मंत्री के कई न्यूरोलॉजिकल और फिजियोलॉजिकल टेस्ट किए जाएंगे।
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परिणामों के आधार पर सर्जरी की जरूरत और समय तय होगा।
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उन्हें ICU में लाइफ सपोर्ट सिस्टम के तहत रखा जाएगा।
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अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय चिकित्सा विशेषज्ञों की संयुक्त टीम उनकी निगरानी करेगी।
राजनीतिक हलकों में चिंता
मंत्री रामदास सोरेन झारखंड की राजनीति में एक सक्रिय और लोकप्रिय चेहरा माने जाते हैं। उनके अचानक बीमार पड़ने से न केवल झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के भीतर, बल्कि पूरे राज्य के राजनीतिक हलकों में चिंता का माहौल है।
पार्टी नेताओं ने भी अपोलो अस्पताल में आकर उनका हालचाल लिया और परिवार को ढांढस बंधाया।
जनता की प्रार्थनाएं और उम्मीदें
झारखंड के कई जिलों में लोग उनके स्वस्थ होने के लिए विशेष पूजा और यज्ञ कर रहे हैं। मंत्री के गृह क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में लोग प्रतिदिन एकत्र होकर दुआएं कर रहे हैं।
लोगों को उम्मीद है कि आधुनिक चिकित्सा और विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में मंत्री जल्द स्वस्थ होकर अपने कार्यभार संभालेंगे।
निष्कर्ष:
शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन की स्थिति गंभीर लेकिन स्थिर है। फिलहाल ब्रेन ऑपरेशन को टाल दिया गया है और उन्हें लाइफ सपोर्ट पर रखा गया है। आने वाले दिनों में होने वाले मेडिकल परीक्षण उनके उपचार की दिशा तय करेंगे। पूरा राज्य और उनके समर्थक उनकी शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
