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22 Jul 2025, Tue

झारखंड में भारी बारिश का कहर: 17 जुलाई को इस जिले के सभी स्कूल रहेंगे बंद, BDO-CO को अलर्ट रहने के निर्देश

झारखंड में भारी बारिश का कहर:

झारखंड में भारी बारिश का कहर: 17 जुलाई को इस जिले के सभी स्कूल रहेंगे बंद, BDO-CO को अलर्ट रहने के निर्देश

Heavy Rain Havoc: झारखंड के पलामू में बारिश का कहर, 17 जुलाई को सभी स्कूल बंद, BDO-CO को अलर्ट

झारखंड के पलामू जिले में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। जिले में पिछले 18-19 घंटों से लगातार तेज बारिश हो रही है, जिसके चलते स्कूलों को 17 जुलाई को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय पलामू जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त समीरा एस ने की।

पलामू में आपदा प्रबंधन की बैठक

बुधवार को उपायुक्त कार्यालय कक्ष में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की अहम बैठक आयोजित हुई। बैठक में उपायुक्त समेत सभी पदाधिकारी मौजूद थे। लगातार बारिश से उत्पन्न हालात की समीक्षा की गई और संभावित आपदाओं से निपटने की रणनीति पर चर्चा हुई।

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क्यों लिए गए स्कूल बंद करने के निर्देश?

जिले में नदियां उफान पर हैं और कई निचले इलाकों में जलजमाव की स्थिति बन गई है। बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने 17 जुलाई को सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया। उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि इस दौरान कोई भी शैक्षणिक गतिविधि संचालित नहीं की जाएगी।

BDO-CO को निर्देश

जिला प्रशासन ने सभी ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर (BDO) और सर्कल ऑफिसर (CO) को अपने-अपने क्षेत्रों में सतर्क और सक्रिय रहने का निर्देश दिया है।

  • नदी किनारे बसे गांवों में निगरानी बढ़ाने के निर्देश।

  • जरूरत पड़ने पर प्रभावित परिवारों को चिन्हित सुरक्षित शरणस्थल में ले जाने की तैयारी।

  • सभी राहत सामग्री और आवश्यक व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के निर्देश।

शहरी इलाकों में विशेष तैयारी

उपायुक्त ने सहायक नगर आयुक्त को शहर में जलजमाव की समस्या को हल करने के लिए मोटर पंप के इस्तेमाल का निर्देश दिया है। इसके लिए अलग से एक डेडीकेटेड टीम तैनात की जाएगी। अगर कहीं पेड़ गिरता है तो उसे हटाने के लिए भी उचित व्यवस्था करने को कहा गया है।

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स्वास्थ्य विभाग को भी अलर्ट

बारिश के मौसम में डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसे देखते हुए उपायुक्त ने सिविल सर्जन को सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।

  • जलजनित बीमारियों के रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाने को कहा गया।

  • सांप काटने की घटनाओं पर भी चर्चा की गई। ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी अंधविश्वास के चलते लोग झाड़-फूंक का सहारा लेते हैं, जिससे कई मौतें हो जाती हैं। सिविल सर्जन और जिला जनसंपर्क पदाधिकारी को इस विषय पर लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए गए।

आपदा पीड़ितों को सहायता राशि

बैठक में वित्तीय वर्ष 2025-26 के तहत विभिन्न आपदाओं से प्रभावित लोगों को सहायता राशि स्वीकृत की गई।

  • वज्रपात से मृत 9 व्यक्तियों के आश्रितों को ₹36 लाख।

  • वज्रपात से मृत 2 पशुओं के प्रभावितों को ₹69,500।

  • नदी में डूबने से मृत 6 व्यक्तियों के आश्रितों को ₹24 लाख।

  • सर्पदंश से मृत 6 व्यक्तियों के आश्रितों को ₹24 लाख।

  • सड़क दुर्घटना में मृत 41 व्यक्तियों के आश्रितों को ₹41 लाख।

सभी अंचल अधिकारियों को स्वीकृत राशि का वितरण जल्द करने का निर्देश दिया गया।

एसपी का अलर्ट

पलामू की एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि नदी किनारे लोगों को न जाने की चेतावनी दी जा रही है। इसके लिए गांवों और नदी के किनारे अनाउंसमेंट कराए जा रहे हैं। पर्याप्त संख्या में पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया है ताकि किसी अनहोनी से बचा जा सके।

निष्कर्ष

भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए पलामू प्रशासन ने कई एहतियाती कदम उठाए हैं। बच्चों की सुरक्षा और जनता की भलाई के लिए 17 जुलाई को सभी स्कूल बंद करने का निर्णय सही और जरूरी कदम है। प्रशासन ने सभी से अपील की है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।

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भारी बारिश और आपदा प्रबंधन की यह तैयारी दिखाती है कि प्रशासन जनता की सुरक्षा को लेकर गंभीर है। इस चुनौतीपूर्ण समय में सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे धैर्य बनाए रखें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन के हेल्पलाइन नंबर पर तुरंत संपर्क करें।

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