Breaking
11 Sep 2025, Thu

झारखंड विधानसभा में आज से मानसून सत्र, वित्तीय फैसलों पर रहेगी नजर

Jharkhand Monsoon Session: आज 22 अगस्त से पुनः झारखंड विधानसभा सभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है. यह सत्र 28 अगस्त तक चलेगा, जिसमें कुल चार कार्य दिवस होंगे. आज सत्र के पहले दिन वित्तीय वर्ष 2025-26 का पहला अनुपूरक बजट पेश किया जायेगा. यहां देखिए मानसून सत्र से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी. Jharkhand Monsoon Session: झारखंड विधानसभा सभा का मानसून सत्र आज 22 अगस्त से शुरू हो रहा है. 28 अगस्त 2025 तक चलने वाले इस सत्र में कुल चार कार्य दिवस होंगे. सत्र के पहले दिन आज वित्तीय वर्ष 2025-26 का पहला अनुपूरक बजट पेश किया जायेगा. अनुपूरक बजट के माध्यम से सरकार करीब 4 हजार करोड़ की मांग सदन से कर सकती है. शिबू सोरेन के निधन के बाद स्थगित हुआ था सत्र मालूम हो इससे पूर्व 26 जुलाई से झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हुआ था, लेकिन सत्र के बीच दिशोम गुरु शिबू सोरेन का निधन हो गया था. इस कारण सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था. आज 22 अगस्त से पूरक मानसून सत्र शुरू हो रहा है. इस सत्र में स्व दिशोम गुरु शिबू सोरेन और शिक्षा मंत्री स्व रामदास सोरेन को याद किया जायेगा. मानसून सत्र का शेड्यूल 22 अगस्त: वित्तीय वर्ष 2025-26 का पहला अनुपूरक बजट पेश, शोक प्रकट 25 अगस्त: प्रश्नकाल, अनुपूरक बजट पर वाद-विवाद 26 अगस्त: प्रश्नकाल, राजकीय विधेयक 28 अगस्त: प्रश्नकाल, राजकीय विधेयक, गैर सरकारी संकल्प शिबू सोरेन को भारत रत्न देने की मांग सत्र के दौरान दिशोम गुरु शिबू सोरेन को भारत रत्न देने की मांग सत्ताधारी दल की ओर से उठ सकती है. इस संबंध में विधानसभा से एक प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजने पर सदन के अंदर सहमति बनाने की कोशिश होगी. इसके अलावा अतिवृष्टि से राज्य के किसानों को हुए नुकसान को लेकर 26 अगस्त को विशेष चर्चा हो सकती है. पिछले मानसून सत्र में विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति ने किसानों को राहत देने के लिए इसप र चर्चा कराने पर सहमति दी थी. change for my blog post

Jharkhand Monsoon Session 2025: झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू, पेश होगा वित्तीय वर्ष 2025-26 का पहला अनुपूरक बजट

झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 2025 आज यानी 22 अगस्त से पुनः शुरू हो रहा है। यह सत्र अब 28 अगस्त तक चलेगा और इस दौरान कुल चार कार्य दिवस होंगे। सत्र की शुरुआत वित्तीय वर्ष 2025-26 का पहला अनुपूरक बजट पेश करने के साथ होगी। इस बजट के माध्यम से राज्य सरकार करीब 4 हजार करोड़ रुपये की अतिरिक्त मांग सदन से कर सकती है।

शिबू सोरेन के निधन के बाद स्थगित हुआ था सत्र

दरअसल, मानसून सत्र की शुरुआत पहले ही हो चुकी थी। विधानसभा का सत्र 26 जुलाई 2025 से शुरू हुआ था, लेकिन उसी बीच झारखंड के करिश्माई नेता और दिशोम गुरु शिबू सोरेन का निधन हो गया। उनके निधन के कारण सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करनी पड़ी थी। अब उसी सत्र को पुनः शुरू किया जा रहा है।

आज के दिन सदन में दिशोम गुरु शिबू सोरेन और झारखंड के शिक्षा मंत्री स्व. रामदास सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। इसके बाद वित्त मंत्री अनुपूरक बजट सदन के पटल पर रखेंगे।

अनुपूरक बजट क्यों होता है ज़रूरी?

झारखंड सरकार हर साल वित्तीय वर्ष की शुरुआत में पूर्ण बजट पेश करती है, लेकिन कई बार अचानक अतिरिक्त खर्च या नई योजनाओं की जरूरत पड़ती है। ऐसे में सरकार अनुपूरक बजट लाकर विधानसभा से उसकी मंजूरी लेती है।
इस बार अनुमान है कि सरकार करीब 4 हजार करोड़ रुपये की अतिरिक्त स्वीकृति ले सकती है, जिसमें किसानों, सिंचाई, सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी प्राथमिकताओं को जगह मिल सकती है।

मानसून सत्र का पूरा शेड्यूल

झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र का कैलेंडर तय हो चुका है। आइए देखते हैं किस दिन कौन-सी कार्यवाही होगी:

  • 22 अगस्त 2025: वित्तीय वर्ष 2025-26 का पहला अनुपूरक बजट पेश होगा और दिवंगत नेताओं को शोक संवेदना दी जाएगी।

  • 25 अगस्त 2025: प्रश्नकाल होगा और अनुपूरक बजट पर चर्चा और वाद-विवाद किया जाएगा।

  • 26 अगस्त 2025: प्रश्नकाल और राजकीय विधेयक पेश किए जाएंगे।

  • 28 अगस्त 2025: प्रश्नकाल, राजकीय विधेयक और गैर सरकारी संकल्प पर चर्चा होगी।

इस तरह, सत्र केवल चार कार्य दिवस का होगा, लेकिन इनमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।

शिबू सोरेन को भारत रत्न देने की मांग

सत्र के दौरान सबसे बड़ा भावनात्मक मुद्दा दिशोम गुरु शिबू सोरेन को भारत रत्न देने की मांग हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार, सत्ता पक्ष की ओर से इस संबंध में विधानसभा से एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को भेजने की कोशिश की जाएगी। शिबू सोरेन झारखंड की राजनीति के सबसे बड़े आदिवासी नेता माने जाते हैं। उन्होंने अलग झारखंड राज्य आंदोलन से लेकर यहां की राजनीति को नई दिशा देने तक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

किसानों की समस्या पर विशेष चर्चा

झारखंड में इस बार अतिवृष्टि (excess rainfall) के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ है। धान की रोपाई प्रभावित हुई है और कई जगह फसलें बर्बाद हो गई हैं।
26 अगस्त को सदन में इस मुद्दे पर विशेष चर्चा कराई जाएगी। पहले मानसून सत्र में भी विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति ने इसपर सहमति दी थी। अब उम्मीद है कि सरकार किसानों के लिए राहत पैकेज की घोषणा कर सकती है।

विपक्ष की रणनीति

जहां सत्ता पक्ष अनुपूरक बजट और श्रद्धांजलि प्रस्ताव पर जोर देगा, वहीं विपक्षी दल इस मौके पर सरकार को घेरने की कोशिश करेंगे।
संभावना है कि विपक्ष राज्य में बढ़ती बेरोजगारी, किसानों की समस्या, बिजली संकट और विधि-व्यवस्था के मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगेगा। साथ ही, कई लंबित विधेयकों और योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर भी तीखे सवाल उठ सकते हैं।

क्यों है यह सत्र खास?

  • यह सत्र झारखंड के इतिहास में भावनात्मक रूप से खास है क्योंकि इसमें शिबू सोरेन को याद किया जाएगा।

  • वित्तीय वर्ष 2025-26 का पहला अनुपूरक बजट इसी सत्र में पेश होगा।

  • किसानों के मुद्दे और आपदा प्रबंधन पर सरकार की नीति साफ हो सकती है।

  • शिबू सोरेन को भारत रत्न देने का प्रस्ताव राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन सकता है।

निष्कर्ष

झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 2025 भले ही सिर्फ चार कार्य दिवस का हो, लेकिन इसमें कई महत्वपूर्ण राजनीतिक, आर्थिक और भावनात्मक पहलुओं को देखा जाएगा। अनुपूरक बजट, किसानों की समस्या, और शिबू सोरेन को भारत रत्न देने की मांग इस सत्र की प्रमुख सुर्खियां बनने वाली हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *