दिल्ली में भर्ती दिशोम गुरु शिबू सोरेन की तबीयत में लगातार सुधार, सीएम हेमंत सोरेन ने दी जानकारी
झारखंड के वरिष्ठ नेता, पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो के संरक्षक दिशोम गुरु शिबू सोरेन की तबीयत को लेकर झारखंड की राजनीति और आम जनता में चिंता का माहौल बना हुआ था। हालांकि अब राहत की खबर सामने आई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हाल ही में दिल्ली में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायकों और नेताओं से मुलाकात के दौरान बताया कि शिबू सोरेन की तबीयत पहले से काफी बेहतर है और वे धीरे-धीरे स्वस्थ हो रहे हैं।
19 जून से सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं शिबू सोरेन
शिबू सोरेन को 19 जून 2025 को रूटीन हेल्थ चेकअप के लिए दिल्ली लाया गया था। लेकिन उसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों की देखरेख में उनका इलाज जारी है और अब उनकी स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। उनकी बहू और ईचागढ़ की विधायक कल्पना सोरेन, जो उनके साथ दिल्ली गई थीं, लगातार अस्पताल में मौजूद हैं और उनकी देखभाल कर रही हैं।
हेमंत सोरेन से मिले झामुमो विधायक और नेता
हाल ही में झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के झामुमो विधायकों और नेताओं ने दिल्ली पहुंच कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की। इस प्रतिनिधिमंडल में खरसावां विधायक दशरथ गागराई, ईचागढ़ विधायक सबिता महतो, सरायकेला जिला अध्यक्ष डॉ. शुभेंदु महतो, समाजसेवी बासंती गागराई, नेता गणेश माहली, पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू, स्नेहा महतो और राजू महतो सहित कई प्रमुख नेता शामिल थे।
इन नेताओं ने मुख्यमंत्री से शिबू सोरेन के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली, जिस पर हेमंत सोरेन ने सभी को आश्वस्त करते हुए कहा कि “गुरुजी की तबीयत पहले से काफी बेहतर है और वे धीरे-धीरे स्वस्थ हो रहे हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि झारखंड से कई मंत्री और विधायक पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं और लगातार नेताओं का आना जारी है।
भावनात्मक माहौल, झारखंड में दुआओं का दौर
शिबू सोरेन झारखंड की राजनीति में एक प्रतीकात्मक और ऐतिहासिक चेहरा हैं। वे न केवल झामुमो के संस्थापक नेता हैं, बल्कि आदिवासी आंदोलन के सबसे सशक्त स्वर भी रहे हैं। उनके खराब स्वास्थ्य की खबर ने झारखंड के राजनीतिक गलियारों और आम जनमानस में चिंता की लहर दौड़ा दी थी।
राज्य के कोने-कोने से उनके लिए दुआएं की जा रही हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं से लेकर आम नागरिक तक, सभी गुरुजी के जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी शिबू सोरेन के स्वास्थ्य को लेकर अपडेट्स और शुभकामनाएं साझा की जा रही हैं।
हेमंत सोरेन की सक्रियता और पारिवारिक ज़िम्मेदारी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, जो इस समय दिल्ली में ही हैं, न केवल मुख्यमंत्री के रूप में बल्कि एक बेटे के तौर पर भी पूरी तरह अपने पिता की देखभाल में जुटे हुए हैं। वे लगातार अस्पताल में मौजूद हैं और डॉक्टरों से नियमित अपडेट ले रहे हैं। उनके साथ उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी हैं, जो विधायक होने के साथ-साथ पारिवारिक भूमिका को भी बखूबी निभा रही हैं।
राजनीतिक संदेश भी साफ
हालांकि यह दौरा पूरी तरह पारिवारिक चिंता और स्वास्थ्य से जुड़ा है, लेकिन इस दौरान झामुमो विधायकों और नेताओं की दिल्ली में उपस्थिति को राजनीतिक दृष्टिकोण से भी देखा जा रहा है। इससे यह संदेश भी जाता है कि पार्टी पूरी तरह संगठित है और नेतृत्व के साथ खड़ी है।
विधायकों की यह एकजुटता आने वाले राजनीतिक समय के लिए पार्टी की मजबूती को दर्शाती है। साथ ही यह भी स्पष्ट होता है कि शिबू सोरेन के स्वास्थ्य को लेकर पार्टी के भीतर गहरी संवेदनाएं हैं।
निष्कर्ष: उम्मीद की लौ
दिशोम गुरु शिबू सोरेन झारखंड की आत्मा हैं। उनका स्वास्थ्य ठीक होना केवल एक राजनीतिक नेता की भलाई नहीं, बल्कि राज्य की सामूहिक भावना के स्वस्थ होने जैसा है। उनके स्वास्थ्य में सुधार की खबर पूरे झारखंड के लिए राहत भरी है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पार्टी नेतृत्व की सक्रियता यह दर्शाती है कि झामुमो अपने जननेता को हर हाल में संभालने को तैयार है। अब सभी की नजरें गुरुजी के पूर्ण स्वस्थ होने पर टिकी हैं, और पूरे राज्य से उनके लिए दुआओं का दौर जारी है।