पटना मेट्रो: 2 सितंबर से शुरू होगा ट्रायल, सितंबर में ही पीएम मोदी कर सकते हैं उद्घाटन
बिहार की राजधानी पटना के लिए लंबे समय से प्रतीक्षित मेट्रो रेल प्रोजेक्ट अब अंतिम चरण में पहुँच चुका है। लोगों का इंतजार जल्द ही खत्म होने वाला है क्योंकि 2 सितंबर 2025 से पटना मेट्रो का ट्रायल रन शुरू हो सकता है। खास बात यह है कि सितंबर महीने में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पटना मेट्रो को हरी झंडी दिखा सकते हैं। यह बिहारवासियों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा क्योंकि इससे राजधानी की कनेक्टिविटी और शहरी परिवहन व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव आने वाला है।
खेमनीचक स्टेशन पर तेजी से काम जारी
फिलहाल खेमनीचक स्टेशन पर स्लैब चढ़ाने का काम जारी है। इस बीच, पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (PMRC) और दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) की टीमों ने जानकारी दी है कि शुरुआती ट्रायल 2 सितंबर से शुरू हो सकता है। इसके तहत सबसे पहले डिपो के अंदर 800 मीटर लंबे ट्रैक पर ट्रेन का परीक्षण होगा।
इस ट्रायल का मकसद ट्रेन के सिस्टम की जांच करना और किसी भी तकनीकी गड़बड़ी को दूर करना है। शुरुआती दिनों में ट्रेन को एलिवेटेड ट्रैक पर नहीं चलाया जाएगा।
डिपो में लगा आधुनिक पावर स्टेशन
ट्रायल रन की तैयारियों के लिए पटना मेट्रो डिपो में आधुनिक 132 केवी का स्विच स्टेशन चार्ज कर दिया गया है। यहाँ पर 30-30 एमवीए क्षमता के चार पावर ट्रांसफॉर्मर लगाए गए हैं।
-
इनमें से दो ट्रांसफॉर्मर 132 केवी लाइन को 33 केवी में बदलेंगे, जिससे विभिन्न स्टेशनों पर लगे विशेष डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर को बिजली की सप्लाई होगी।
-
अन्य दो ट्रांसफॉर्मर 132 केवी लाइन को 25 केवी में बदलेंगे, जिससे मेट्रो ट्रेन को चलाया जाएगा।
इन्हीं ट्रांसफॉर्मर्स से मेट्रो स्टेशनों पर एसी, लिफ्ट, एस्कलेटर और अन्य इलेक्ट्रिक मशीनें भी संचालित होंगी।
पहले फेज का रूट: मलाही पकड़ी से न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल
पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के पहले फेज में मलाही पकड़ी से न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल तक मेट्रो का परिचालन किया जाएगा। इस रूट के शुरू हो जाने से शहर के यातायात पर काफी दबाव कम होगा और लोगों को आधुनिक, तेज और सुरक्षित सफर का विकल्प मिलेगा।
इस रूट से रोज़ाना हजारों यात्रियों को फायदा होगा, खासकर उन लोगों को जो राजधानी में नियमित रूप से लंबी दूरी तय करते हैं।
सितंबर में पीएम मोदी कर सकते हैं उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सितंबर के तीसरे या चौथे सप्ताह में बिहार का दौरा कर सकते हैं। इसी दौरान पटना मेट्रो का औपचारिक उद्घाटन कराने की योजना है। अगर ऐसा होता है तो यह बिहारवासियों के लिए ऐतिहासिक दिन साबित होगा क्योंकि राज्य की राजधानी को अपनी पहली मेट्रो सेवा मिलेगी।
पटना मेट्रो का नया लुक – केसरिया बोगियां और मधुबनी पेंटिंग
हाल ही में पटना मेट्रो की नई बोगियों की तस्वीरें सामने आईं, जिन्हें देखकर लोग खासे उत्साहित हैं।
-
मेट्रो की बोगियां केसरिया रंग में नजर आ रही हैं।
-
बाहरी दीवारों पर मधुबनी पेंटिंग की खूबसूरत नक्काशी की गई है।
-
गोलघर, महावीर मंदिर, महाबोधि वृक्ष, बुद्ध स्तूप, नालंदा खंडहर जैसी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों को पेंटिंग के ज़रिए दर्शाया गया है।
इससे यह केवल परिवहन का साधन नहीं रहेगा बल्कि बिहार की समृद्ध संस्कृति और विरासत का भी प्रतीक बनेगा।
लोगों को क्या होगा फायदा?
-
यातायात जाम से राहत – पटना की भीड़भाड़ वाली सड़कों पर मेट्रो एक बड़ा विकल्प साबित होगी।
-
समय की बचत – यात्रियों को तेज और सुविधाजनक सफर मिलेगा।
-
पर्यावरण को लाभ – पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहनों की संख्या कम होगी, जिससे प्रदूषण घटेगा।
-
सांस्कृतिक पहचान – मधुबनी पेंटिंग और ऐतिहासिक धरोहरों से जुड़ा नया डिजाइन यात्रियों को बिहार की संस्कृति से जोड़ेगा।
निष्कर्ष
पटना मेट्रो प्रोजेक्ट का ट्रायल 2 सितंबर से शुरू होना और सितंबर में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन किए जाने की संभावना, बिहार के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इस प्रोजेक्ट से न सिर्फ शहरी यातायात की समस्या कम होगी बल्कि लोगों को आधुनिक परिवहन सुविधा भी मिलेगी।
पटना मेट्रो का केसरिया रंग और मधुबनी पेंटिंग से सजी बोगियां इसे और भी खास बना देती हैं। अब इंतजार है उस दिन का, जब राजधानी की सड़कों पर जाम से जूझ रहे लोग मेट्रो की फुर्ती और सुविधा का अनुभव कर सकेंगे।
