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30 Oct 2025, Thu

पूर्णिया को मिली बड़ी सौगात: प्रधानमंत्री मोदी ने किया एयरपोर्ट का उद्घाटन, वंदे भारत को दिखाई हरी झंडी

पूर्णिया को मिली बड़ी सौगात: प्रधानमंत्री मोदी ने किया एयरपोर्ट का उद्घाटन, वंदे भारत को दिखाई हरी झंडी

पूर्णिया को मिली बड़ी सौगात: प्रधानमंत्री मोदी ने किया एयरपोर्ट का उद्घाटन, वंदे भारत को दिखाई हरी झंडी

पूर्णिया (बिहार) — बिहार का सीमांचल क्षेत्र लंबे समय से बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी की कमी से जूझता रहा है। लेकिन आज का दिन इस पूरे इलाके के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पूर्णिया हवाई अड्डे का उद्घाटन किया और साथ ही जोगबनी–पटना वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह सिर्फ एक उद्घाटन समारोह नहीं बल्कि सीमांचल के विकास की नई इबारत लिखने वाला क्षण माना जा रहा है।


एयर कनेक्टिविटी का नया दौर

पूर्णिया एयरपोर्ट अब आम नागरिकों की हवाई यात्रा के लिए खुल चुका है। इसे UDAN (उड़े देश का आम नागरिक) योजना के तहत विकसित किया गया है ताकि छोटे शहरों को बड़े महानगरों से सीधे जोड़ा जा सके।

एयरपोर्ट पर एक आधुनिक अंतरिम टर्मिनल बनाया गया है, जिसका क्षेत्रफल लगभग 3,000 वर्ग मीटर है। इसमें दो बोर्डिंग और दो आगमन गेट, छह चेक-इन काउंटर, बैगेज कन्वेयर बेल्ट और आधुनिक सुरक्षा जांच सुविधाएँ मौजूद हैं। एयरसाइड इन्फ्रास्ट्रक्चर भारतीय वायुसेना के चुनापुर एयरबेस से साझा किया जाएगा।

आज उद्घाटन के बाद यहां से पहली वाणिज्यिक उड़ान अहमदाबाद के लिए रवाना हुई। यह 76 सीटों वाला विमान है, जिससे इस क्षेत्र के लोगों को पहली बार लंबी दूरी की सीधी उड़ान की सुविधा मिल पाई है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और गुवाहाटी जैसे बड़े शहरों के लिए भी उड़ानें शुरू की जाएंगी।


रेलवे परियोजनाओं का शुभारंभ

प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्णिया दौरे पर करीब 45,000 करोड़ रुपये की रेलवे परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनमें नई रेल लाइनों का निर्माण, स्टेशनों का आधुनिकीकरण और यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाओं की योजना शामिल है।

सबसे बड़ी उपलब्धि है जोगबनी–दानापुर वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत। यह ट्रेन लगभग 453 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और आठ घंटे से कुछ अधिक समय में यात्रियों को गंतव्य तक पहुँचाएगी। इसमें वातानुकूलित चेयर कार और एग्जीक्यूटिव चेयर कार की व्यवस्था होगी। यह ट्रेन सप्ताह में छह दिन चलेगी और सीमांचल को पटना समेत बिहार के अन्य हिस्सों से तेज और आरामदायक कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।


आर्थिक विकास की संभावना

इन परियोजनाओं का प्रभाव सिर्फ परिवहन तक सीमित नहीं रहेगा। पूर्णिया और सीमांचल क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में बड़ा बदलाव लाने की उम्मीद है।

  • व्यापार और उद्योग: हवाई संपर्क से स्थानीय उत्पाद जैसे मखाना, जूट और कृषि सामग्री देश के अन्य हिस्सों में आसानी से पहुँच सकेंगे। मखाना उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने राष्ट्रीय मखाना बोर्ड बनाने की भी घोषणा की है।

  • रोज़गार: एयरपोर्ट संचालन, सुरक्षा, मेंटेनेंस और ट्रांसपोर्ट सेक्टर में नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। रेलवे परियोजनाओं और निर्माण कार्यों से भी हजारों स्थानीय लोगों को काम मिलेगा।

  • पर्यटन: सीमांचल क्षेत्र के ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थल अब आसानी से देशभर से जुड़ जाएंगे, जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।


सामाजिक महत्व

पूर्णिया और आसपास का इलाका लंबे समय से पिछड़ेपन और अविकसित बुनियादी ढांचे के लिए जाना जाता रहा है। सड़कें, रेलमार्ग और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण लोग अक्सर परेशानियों का सामना करते रहे हैं। एयरपोर्ट और वंदे भारत की शुरुआत से यहाँ के लोगों के जीवन स्तर में सुधार की संभावना है।

  • छात्रों को बेहतर शैक्षणिक संस्थानों तक पहुँच आसान होगी।

  • मरीजों को बड़े शहरों के अस्पतालों तक तेजी से पहुँच मिल पाएगी।

  • प्रवासी मजदूरों को भी अब घर आने-जाने में सुविधा होगी।


चुनौतियाँ भी कम नहीं

हालाँकि यह पहल ऐतिहासिक है, लेकिन इसके सामने कुछ चुनौतियाँ भी हैं।

  1. सतत संचालन: छोटे शहरों के एयरपोर्ट अक्सर उड़ानों की कमी और उच्च परिचालन लागत के कारण नुकसान में रहते हैं। अगर नियमित उड़ानें और यात्रियों की संख्या पर्याप्त न हुई, तो यह परियोजना लंबे समय तक टिक नहीं पाएगी।

  2. सड़क कनेक्टिविटी: एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन तक पहुँचने के लिए बेहतर सड़क और पब्लिक ट्रांसपोर्ट की आवश्यकता है। यदि यह सुविधा नहीं होगी तो यात्रियों की संख्या सीमित रह जाएगी।

  3. टिकट की दरें: हवाई यात्रा और वंदे भारत जैसी प्रीमियम ट्रेनों का किराया आम आदमी की पहुंच में होना चाहिए, तभी इनका वास्तविक लाभ अधिक लोगों तक पहुँचेगा।

  4. नीतिगत स्थिरता: बड़े उद्घाटन और घोषणाएँ अक्सर चुनावी रंग ले लेती हैं। जरूरत है कि इन योजनाओं को समय पर और ईमानदारी से लागू किया जाए।


जनसभा और लोगों की उम्मीदें

प्रधानमंत्री ने गुलाबबाग मैदान में एक विशाल जनसभा को भी संबोधित किया। अनुमान लगाया गया कि इसमें करीब पाँच लाख लोग शामिल हुए। सभा में पीएम मोदी ने कहा कि सीमांचल अब विकास से अछूता नहीं रहेगा और यहाँ के लोगों को बेहतर अवसर मिलेंगे।

लोगों की उम्मीदें भी काफी ऊँची हैं। स्थानीय नागरिकों का मानना है कि एयरपोर्ट और नई रेल सेवाओं से न सिर्फ यात्रा आसान होगी बल्कि रोजगार और व्यवसाय के नए रास्ते भी खुलेंगे।


निष्कर्ष

पूर्णिया एयरपोर्ट और जोगबनी–दानापुर वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ सीमांचल क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक मील का पत्थर है। यह सिर्फ अवसंरचना का विकास नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक बदलाव की शुरुआत है।

हालाँकि चुनौतियाँ मौजूद हैं, लेकिन यदि सरकार और प्रशासन इन परियोजनाओं को सही ढंग से लागू और संचालित करते हैं तो आने वाले वर्षों में पूर्णिया और आसपास का इलाका विकास की नई मिसाल बन सकता है।

यह कहना गलत नहीं होगा कि आज का दिन बिहार के सीमांचल क्षेत्र के लिए “नई उड़ान” का दिन है।

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