Bihar Assembly Election 2025: दो चरणों में मतदान, मतगणना 14 नवंबर को
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। चुनाव आयोग ने दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की कि राज्य में यह चुनाव दो चरणों में संपन्न होगा। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर 2025 और दूसरे चरण का मतदान 9 नवंबर 2025 को आयोजित किया जाएगा। मतगणना का दिन तय किया गया है 14 नवंबर 2025, जब सभी सीटों के परिणाम घोषित किए जाएंगे।
बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों पर चुनाव आयोजित होंगे। इसके साथ ही कुछ जगहों पर उप-चुनाव भी होंगे, जो कुल 8 विधानसभा क्षेत्रों में कराए जाएंगे।
🗳️ चुनाव की प्रक्रिया और चरणबद्ध मतदान
चुनाव आयोग ने राज्य में दो चरणों में मतदान का निर्णय सुरक्षा और प्रशासनिक दक्षता को ध्यान में रखते हुए लिया है।
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पहला चरण: 6 नवंबर 2025
इसमें कुल 121 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा। सुरक्षा और मतदान केंद्रों पर कर्मियों की तैनाती पहले ही की जा चुकी है। -
दूसरा चरण: 9 नवंबर 2025
शेष 122 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान संपन्न होगा।
मतदान सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा। मतदान में ईवीएम (Electronic Voting Machine) और वीवीपैट (Voter Verified Paper Audit Trail) का उपयोग किया जाएगा, ताकि हर वोट की पारदर्शिता सुनिश्चित हो।
📊 मतगणना की प्रक्रिया
मतगणना का दिन 14 नवंबर 2025 रखा गया है।
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मतगणना केंद्र: राज्य के विभिन्न जिलों में निर्धारित
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प्रक्रिया: उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की निगरानी में
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परिणाम: शाम तक सभी 243 सीटों के परिणाम घोषित होने की संभावना
चुनाव आयोग ने विशेष रूप से घोषणा की है कि पोस्टल बैलट की गिनती अंतिम दो राउंड से पहले पूरी कर ली जाएगी, ताकि प्रक्रिया और तेज़ और पारदर्शी बनी रहे।
🔹 मतदाता और चुनावी आंकड़े
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मतदाताओं की संख्या इतनी है, जितनी कुछ 10-11 देशों की जनसंख्या होती।
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मतदाता संख्या: लगभग 9 करोड़
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मतदाता कर्मी तैनाती: 8.5 लाख कर्मियों की नियुक्ति
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हर विधानसभा सीट के लिए ऑब्जर्वर: कुल 243 ऑब्जर्वर, जो कि बिहार के बाहर से नियुक्त किए गए हैं
इसी तरह, चुनाव आयोग ने डिजिटल प्लेटफॉर्म ECINet और 1950 हेल्पलाइन नंबर के जरिए मतदाताओं को BLO (Booth Level Officer) से सीधे संपर्क करने की सुविधा भी दी है। मतदाता अपने ई-पिक नंबर का उपयोग करके ऑनलाइन मदद प्राप्त कर सकते हैं।
🛡️ सुरक्षा इंतजाम और हिंसा रहित मतदान
चुनाव आयोग ने राज्य में मतदान के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
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एनफोर्समेंट एजेंसियों को निर्देश: किसी भी कीमत पर हिंसा न हो
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डीएम और एसपी की जिम्मेदारी: मतदान के दौरान मतदाताओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना
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मतदाता सुविधा: बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के लिए व्हीलचेयर और होम वोटिंग की व्यवस्था
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मतदाता संख्या नियंत्रण: किसी भी मतदान केंद्र पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं होंगे
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मॉडल पोलिंग स्टेशन: 1350 मॉडल बूथ तैयार किए गए हैं, जहाँ पेयजल, शौचालय और रैंप जैसी न्यूनतम सुविधाएँ उपलब्ध होंगी
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दियारा क्षेत्रों में विशेष तैयारी: घोड़े और नाव से पैट्रोलिंग पार्टियां
इन सभी इंतजामों का उद्देश्य यह है कि चुनाव शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी हो।
💻 तकनीकी पहल और डिजिटल इनोवेशन
चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में कुल 17 नए इनीशिएटिव लागू किए हैं, जिन्हें बाद में देशभर में अन्य चुनावों में भी लागू किया जा सकता है।
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वन-स्टॉप डिजिटल ऐप: एक प्लेटफॉर्म पर 40 से अधिक ऐप्स को एकीकृत किया गया
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BLO और मतदान केंद्र जानकारी: ECINet और 1950 हेल्पलाइन के माध्यम से
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वेबकास्टिंग: 100% मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग का प्रावधान, ताकि मतदाता लंबी कतार से बच सकें
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ट्रेनिंग: बिहार के सभी बूथ लेवल एजेंट्स को पहली बार चुनाव आयोग के ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में प्रशिक्षित किया गया; जिला स्तर पर भी प्रशिक्षण अभियान
इन तकनीकी और प्रशिक्षण पहलों से यह सुनिश्चित किया गया है कि मतदाता जागरूकता, सुरक्षा और मतदान प्रक्रिया की गुणवत्ता बढ़ाई जा सके।
📌 मुख्य चुनावी पहल और सुविधाएँ
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डिजिटल वोटर सूची और इंडेक्स कार्ड: चुनाव समाप्ति के कुछ ही दिनों में वेबसाइट और ऐप पर उपलब्ध
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मतदाता सुविधा: हर पोलिंग बूथ पर न्यूनतम आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध होंगी
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सुरक्षा और पैट्रोलिंग: विशेष रूप से कठिन और कठिनाई वाले क्षेत्रों के लिए
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दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाता: व्हीलचेयर और घर पर मतदान सुविधा
इन सभी पहलुओं का उद्देश्य यह है कि हर मतदाता मतदान प्रक्रिया में आसानी और सुरक्षा के साथ भाग ले सके।
🔹 राजनीतिक परिदृश्य और प्रमुख दल
बिहार विधानसभा चुनाव हमेशा राष्ट्रीय राजनीति में अहम भूमिका निभाते आए हैं। 2025 के चुनाव में प्रमुख दलों की टक्कर देखने को मिलेगी।
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मुख्य राजनीतिक दल: जनता दल (यूनाइटेड), भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, राजद
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गठबंधन और रणनीति: पिछली चुनावी स्थितियों के आधार पर दल गठबंधन में चुनाव लड़ सकते हैं
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चुनावी मुद्दे: विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगारी, कृषि और बुनियादी ढांचा
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मतदाता वर्ग: युवा मतदाता, ग्रामीण और शहरी क्षेत्र, पहली बार मतदान करने वाले
विशेषज्ञों का मानना है कि युवा मतदाता और पहली बार वोट देने वाले लोग इस बार के चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।
🗓️ महत्वपूर्ण तारीखें
| क्र.सं. | कार्यक्रम | तिथि |
|---|---|---|
| 1 | पहला चरण मतदान | 6 नवंबर 2025 |
| 2 | दूसरा चरण मतदान | 9 नवंबर 2025 |
| 3 | मतगणना | 14 नवंबर 2025 |
| 4 | उप-चुनाव | 6 और 9 नवंबर 2025 |
✅ निष्कर्ष
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 राज्य की राजनीति में निर्णायक साबित होने वाला है।
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दो चरणों में मतदान और डिजिटल पहल: सुनिश्चित करती हैं कि चुनाव सुरक्षित, निष्पक्ष और पारदर्शी हो
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सुरक्षा और मतदाता सुविधा: हर मतदाता मतदान के दौरान सुविधाजनक और सुरक्षित वातावरण का अनुभव करेगा
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राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव: चुनाव के परिणाम न केवल बिहार की सरकार तय करेंगे, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति और भविष्य की नीतियों पर भी असर डालेंगे
बिहार के मतदाता इस बार अपने मत और समझदारी के माध्यम से राज्य के भविष्य को आकार देंगे। चुनाव आयोग की तकनीकी पहल, सुरक्षा इंतजाम और प्रशिक्षण अभियान इसे देश का सबसे सुरक्षित और आधुनिक चुनाव बनाने की दिशा में कदम हैं।
