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26 Jul 2025, Sat

भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: व्हिस्की से लेकर लग्ज़री कार तक, भारतीय बाज़ार को मिलेंगे ये फायदे

भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: व्हिस्की से लेकर लग्ज़री कार तक, भारतीय बाज़ार को मिलेंगे ये फायदे

भारत-ब्रिटेन फ्री ट्रेड डील: व्हिस्की से लेकर कार तक क्या-क्या होंगे फायदे?

भारत और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर हस्ताक्षर हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने मिलकर इस 6 अरब पाउंड की डील को अंतिम रूप दिया है। इस समझौते से दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों में एक नया मोड़ आएगा।

क्या है इस ट्रेड डील में?

इस डील के अंतर्गत भारत और ब्रिटेन दोनों ही देशों के उत्पादों पर टैरिफ (शुल्क) में भारी कमी की जाएगी। उदाहरण के लिए:

  • ब्रिटेन की व्हिस्की और कारें अब भारत में सस्ती मिलेंगी।

  • भारत के कपड़े, गहने, फुटवियर और सी-फूड ब्रिटेन के बाजारों में किफायती दामों पर उपलब्ध होंगे।

भारत को क्या-क्या फायदे होंगे?

  1. निर्यात को मिलेगा बूस्ट: भारत के कपड़े, फुटवियर, गहने, सीफूड, इलेक्ट्रॉनिक्स, स्पोर्ट्स आइटम और लेदर उत्पाद अब ब्रिटेन में आसानी से पहुंच सकेंगे। इससे MSME सेक्टर को बड़ा लाभ मिलेगा।

  2. कम टैरिफ से बढ़ेगा मुनाफा: भारतीय उत्पादों पर अब ब्रिटेन में कम आयात शुल्क लगेगा, जिससे कीमतें कम होंगी और बिक्री बढ़ेगी।

  3. ई-वाहनों को मिलेगा नया बाजार: भारत के इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों के लिए ब्रिटेन का बाजार खुलेगा, जिससे ऑटोमोबाइल सेक्टर को नई उड़ान मिलेगी।

  4. नई नौकरियाँ: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री स्टार्मर ने कहा कि इस डील से 2,200 से अधिक नौकरियाँ ब्रिटेन में उत्पन्न होंगी, वहीं भारत में भी नए उद्योगों को बल मिलेगा।

  5. टेक्नोलॉजी और शिक्षा में सहयोग: डील में केवल व्यापार ही नहीं, बल्कि शिक्षा, रक्षा, जलवायु परिवर्तन और टेक्नोलॉजी क्षेत्रों में सहयोग को भी बढ़ावा मिलेगा।

ब्रिटेन को क्या फायदा होगा?

  • भारत जैसे विशाल बाजार में ब्रिटिश कार, मेडिकल डिवाइसेज, एयरस्पेस पार्ट्स और शराब की खपत में बढ़ोतरी होगी।

  • भारतीय उपभोक्ता अब ब्रिटिश गुणवत्ता वाले उत्पादों को किफायती दामों पर खरीद सकेंगे।

क्या यह डील अभी प्रभावी हो गई है?

नहीं, यह डील अभी ब्रिटेन की संसद की मंज़ूरी पर निर्भर है। एक बार मंज़ूरी मिलने के बाद, इसे प्रभावी होने में लगभग एक साल का समय लग सकता है।

क्या कहना है विशेषज्ञों का?

RIS (Research and Information System for Developing Countries) के महानिदेशक बिस्वजीत धर के अनुसार, यह डील भारत के लिए तेजी से पूरी होने वाली ट्रेड डील में से एक है। जहाँ यूरोपियन यूनियन से डील को 18 साल लग गए, वहीं यह डील केवल तीन साल में पूरी हो गई।

ICRA लिमिटेड की चीफ इकोनॉमिस्ट अदिति नायर ने कहा कि यह डील भारत-ब्रिटेन व्यापार को नए अवसर और स्थिरता देगी। इससे फार्मा, मेटल, ऑटोमोबाइल और एग्रीकल्चर क्षेत्रों में निवेश बढ़ेगा।

निष्कर्ष

यह फ्री ट्रेड डील भारत और ब्रिटेन दोनों के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है। भारतीय MSMEs को नई उड़ान मिलेगी, वहीं ब्रिटिश उत्पाद भारतीय बाजार में बेहतर तरीके से प्रवेश करेंगे।

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