यह अमेरिकी कंपनी ‘धोखा’ देकर भारतीय शेयर बाजार से कमाए हजारों करोड़—Jane Street केस समझिए
डिजिटल डेस्क:
भारतीय स्टॉक मार्केट में हाल ही में सामने आयी खबरों ने होश उड़ा दिए। अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म Jane Street पर भारतीय बाजार में मैन्युपुलेशन करके विशाल लाभ कमाने का आरोप लगा है। SEBI द्वारा जारी आदेश के अनुसार, इस फर्म ने ₹43,000 करोड़ (लगभग $5.7 अरब) से अधिक का अवैध लाभ कमाया। अब Jane Street पर भारतीय बाजार में ट्रेड करने पर बैन लगाया गया है।
🕵️♂️ मैन्युपुलेशन की कहानी: Bank Nifty के साथ खेल
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SEBI का आदेश: जनवरी 2023 से मार्च 2025 तक, Jane Street और संबंधित कंपनियों (Jane Street Singapore, JSI2, Jane Street Asia) द्वारा इंडेक्स (Bank Nifty) को मैन्युपुलेट कर ₹43,289 करोड़ का मुनाफा बताया गया है Reuters+7Telangana Today+7MarketWatch+7।
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कैसे किया मुनाफा:
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सुबह में बैंकिंग स्टॉक्स और फ्यूचर्स खरीदकर Bank Nifty बढ़ाया गया,
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फिर बाद में मुनाफा पक्का करने के लिए बड़े पैमाने पर फ्यूचर्स और ऑप्शन बेचे गए।
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SEBI ने इसे ‘marking‑the‑close’ का क्लासिक केस बताया Telangana Today।
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शॉर्ट‑टर्म लाभ: एक ही दिन में बड़े पैमाने पर ऑप्शंस ट्रेड करके $90 मिलियन (₹735 करोड़ रिटर्न एक दिन में) का लाभ उठाया गया ।
📉 भारतीय रिटेल निवेशकों को भारी नुकसान
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SEBI की रिपोर्ट के मुताबिक, FY25 में रिटेल निवेशकों का नुकसान ₹1.05 लाख करोड़ तक पहुंच गया, जबकि Jane Street ने भारी मुनाफा कमाया Telangana Today+8Reuters+8Times of India+8।
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बाजार की अस्थिरता और वैश्विक फंडों के मैन्युपुलेशन ने डेरिवेटिव्स मार्केट में काफी उथल‑पुथल मचाई ।
💣 SEBI का सख्त एक्शन — बैन और पैसे की ज़ब्ती
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SEBI ने Jane Street और उसकी तीन सहायक कंपनियों को भारत में ट्रेड करने से प्रतिबंधित किया।
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~$570 मिलियन (≈₹4,843 करोड़) को संदिग्ध ganhos के रूप में फ्रीज़ करने और डिस्गॉर्जमेंट में जमा करने का आदेश दिया गया FN London।
🧠 Jane Street की सफाई और अगली रणनीति
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फर्म का जवाब है कि उन्होंने सामान्य आर्बिट्रेज़ रणनीति का उपयोग किया है, जिसमें कोई अनैतिक उद्देश्य नहीं था Financial Times।
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कंपनी ने 21 दिन के भीतर जवाब दाखिल करने या न्यायिक अपील हेतु समय मांगा है, और SEBI के खिलाफ लड़ाई की रणनीति तैयार कर रही है FN London+2Financial Times+2Reuters+2।
⚖️ यह मामला क्यों महत्वपूर्ण है?
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ग्लोबल ट्रेडिंग फर्मों की पकड़: Jane Street जैसे विदेशी प्रॉप्राइटरी ट्रेडर्स का भारतीय बाजार में संदेहास्पद प्रभाव स्पष्ट हुआ।
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SEBI का सख्त रुख़: रिटेल निवेशकों के हित में SEBI ने बड़ा कदम उठाया, और वैश्विक नियामकों से समन्वय की आवश्यकता को रेखांकित किया Times of India+7Reuters+7Telangana Today+7।
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डेरिवेटिव मार्केट की जांच: यह घटना दिखाती है कि इंडेक्स लेवल की मैन्युपुलेशन कितनी नुकसानदेह हो सकती है।
🚨 आगे क्या होगा?
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Jane Street की अपील और कानूनी लड़ाई
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SEBI की आगे की जांच, और अन्य विदेशी ट्रेडर फर्मों पर निगरानी
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डेरिवेटिव मार्केट में नियमों की समीक्षा और पारदर्शिता बढ़ाने के उपाय
🔍 निष्कर्ष
Indian शेयर बाजार में Jane Street के alleged मैन्युपुलेशन से यह बात साफ़ हो गयी कि बिना चूक – वैश्विक पैसों के मंथन से मार्केट कितना प्रभावित हो सकता है। SEBI का बैन और पैसे की ज़ब्त कार्रवाई एक स्पष्ट संदेश है — भारत में नियमों का पालन निहायत जरूरी है, और रिटेल निवेशकों की सुरक्षा सर्वोपरि है।