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8 Aug 2025, Fri

रांची के चुटिया से दिन-दहाड़े स्कूली छात्रा का अपहरण, रामगढ़ से सुरक्षित बरामद

रांची के चुटिया से दिन-दहाड़े स्कूली छात्रा का अपहरण, रामगढ़ से सुरक्षित बरामद

रांची में दिनदहाड़े 9 वर्षीय स्कूली छात्रा का अपहरण, रामगढ़ के कुज्जू से सकुशल बरामद

झारखंड की राजधानी रांची में उस समय सनसनी फैल गई, जब 30 जुलाई 2025 की सुबह एक 9 वर्षीय स्कूली छात्रा का दिनदहाड़े अपहरण कर लिया गया। यह घटना शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके सिरमटोली फ्लाईओवर के पास घटी, जहां नकाबपोश अपराधियों ने तीन राउंड फायरिंग के बाद बच्ची को जबरन ई-रिक्शा से उतार कर अपनी कार में बैठा लिया और फरार हो गए।

इस दुस्साहसिक कांड ने न सिर्फ स्थानीय लोगों को दहला दिया, बल्कि राज्य की कानून-व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।


ई-रिक्शा से स्कूल जा रही थी बच्ची, सिरमटोली फ्लाईओवर के पास से अपहरण

घटना सुबह के स्कूल समय की है, जब 9 साल की बच्ची अपने घर से स्कूल जाने के लिए ई-रिक्शा में सवार थी। इसी दौरान एक कार में सवार कुछ नकाबपोश युवकों ने ई-रिक्शा को ओवरटेक करते हुए आगे अपनी गाड़ी खड़ी कर दी और अचानक ई-रिक्शा रुकवा लिया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अपराधियों ने हवा में तीन गोलियां चलाईं, जिससे इलाके में भगदड़ मच गई। इसके बाद वे बच्ची को जबरन खींचकर अपनी कार में बैठा ले गए और सुजाता चौक की दिशा में फरार हो गए।


तत्परता से हरकत में आई पुलिस, सभी जिलों में अलर्ट

घटना की सूचना मिलते ही चुटिया थाना पुलिस और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। पूरे रांची जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया और आसपास के जिलों—रामगढ़, बोकारो, हजारीबाग आदि—की पुलिस को भी सूचित किया गया।

रांची सिटी डीएसपी कुमार वी रमन ने इस अपहरण की पुष्टि करते हुए बताया कि मामला अत्यंत संवेदनशील है और पुलिस सभी दिशा में जांच कर रही है।


रामगढ़ के कुज्जू में मिली बच्ची, अपराधी बच्ची को बीच रास्ते में छोड़कर भागे

पुलिस की त्वरित और व्यापक कार्रवाई से घबराकर अपराधियों ने बच्ची को रामगढ़ जिले के कुज्जू इलाके में छोड़ दिया। पुलिस ने उसे सुरक्षित बरामद कर लिया, और परिजनों को सूचना देकर बच्ची को सौंप दिया गया।

बच्ची फिलहाल पूरी तरह सुरक्षित है और उसका मेडिकल चेकअप भी कराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि बच्ची मानसिक रूप से थोड़ी डरी हुई थी, लेकिन शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ है।


अपहरण में इस्तेमाल कार पर था फर्जी नंबर, मालिक की हुई पहचान

जांच के दौरान पुलिस को एक बड़ी कामयाबी तब मिली जब अपहरण में प्रयुक्त कार के रजिस्ट्रेशन नंबर को ट्रेस किया गया। यह नंबर फर्जी पाया गया, लेकिन असली कार मालिक की पहचान गोपाल सिंह के रूप में हुई है।

पुलिस अब यह जांच कर रही है कि यह कार गोपाल सिंह के पास से कैसे गायब हुई, या क्या यह मामला चोरी का है, अथवा वह स्वयं किसी रूप में इस घटना में शामिल था।


शहर में फैला भय और रोष, कानून व्यवस्था पर उठे सवाल

इस घटना के बाद रांची में लोगों में भय और आक्रोश का माहौल है। अभिभावकों ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है, खासकर तब जब यह घटना स्कूल टाइम और एक भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में हुई।

दिनदहाड़े अपहरण और फायरिंग की घटना ने यह दर्शा दिया कि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और वे कानून का कोई डर नहीं मानते। सोशल मीडिया पर भी घटना को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं।


पुलिस जुटी जांच में, जल्द खुलासा होने की उम्मीद

पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और सीसीटीवी फुटेज की मदद से अपराधियों की पहचान की जा रही है। पूरे रूट की जांच की जा रही है जिस पर अपराधी फरार हुए थे।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का दावा है कि इस मामले का शीघ्र खुलासा किया जाएगा और अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अपहरण के पीछे लालच, दुश्मनी या फिर कोई और कारण था।


निष्कर्ष: सतर्कता और सुरक्षा व्यवस्था की ज़रूरत

रांची जैसे राजधानी शहर में इस प्रकार की घटना यह बताती है कि सुरक्षा व्यवस्था में कई स्तरों पर सुधार की आवश्यकता है। खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों की सुरक्षा के लिए ई-रिक्शा और बसों की बेहतर निगरानी, GPS आधारित ट्रैकिंग और सुरक्षा कर्मियों की तैनाती अब बेहद जरूरी हो गई है।

सरकार और प्रशासन को इस घटना से सबक लेते हुए भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे

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