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7 Aug 2025, Thu

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के स्वागत में दुल्हन-सा सजा धनबाद, हर कोना हुआ रोशन

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के स्वागत में दुल्हन-सा सजा धनबाद, हर कोना हुआ रोशन

Draupadi Murmu in Dhanbad: राष्ट्रपति के स्वागत में दुल्हन-सा सजा धनबाद, IIT-ISM दीक्षांत समारोह में होंगी शामिल

1 अगस्त 2025, झारखंड के लिए एक ऐतिहासिक दिन बन गया जब भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का धनबाद आगमन हुआ। यह दौरा केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं बल्कि पूरे शहर के लिए गौरव और उत्साह का उत्सव बन गया।
राष्ट्रपति के स्वागत में धनबाद शहर ने खुद को दुल्हन की तरह सजाया, और हर कोने को नई चमक, रंग और सांस्कृतिक अभिव्यक्ति से जीवंत कर दिया।


चकाचक धनबाद: सड़कों, दीवारों और चौक-चौराहों पर रचा गया सौंदर्य

धनबाद नगर निगम और जिला प्रशासन ने राष्ट्रपति के आगमन से पहले ही तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया था।
सफाई अभियान, रंगाई-पुताई, एलईडी लाइटिंग और सांस्कृतिक चित्रकला ने शहर को बिल्कुल नया रूप दे दिया:

  • चौक-चौराहों पर सफेदी और हरियाली के साथ सजीवता लाई गई।

  • झारखंड की पारंपरिक पेंटिंग्स — जैसे सोहराई और कोहबर कला — दीवारों पर आकर्षक ढंग से उकेरी गईं।

  • सरकारी योजनाओं, जैसे मंईयां सम्मान योजना, से संबंधित पोस्टर्स और बैनर भी लगाए गए, जो शहर की सजावट का हिस्सा बन गए।

धनबाद रेलवे स्टेशन, मुख्य मार्ग, सरकारी भवन और स्कूल-कॉलेजों की दीवारें कलात्मक रंगों से सजकर सांस्कृतिक समर्पण की झलक दे रही थीं।


राष्ट्रपति मुर्मू की यात्रा: कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का धनबाद आगमन एक सुव्यवस्थित कार्यक्रम के तहत हुआ:

  • वह दुर्गापुर एयरपोर्ट से हेलिकॉप्टर द्वारा पूर्वाह्न 11:40 बजे बरवाअड्डा एयरपोर्ट पहुंचीं।

  • इसके बाद राष्ट्रपति सड़क मार्ग से IIT-ISM (Indian Institute of Technology – Indian School of Mines) पहुंचीं, जहाँ वे संस्थान के 45वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं।

इस समारोह में कुल 1880 छात्रों को डिग्रियां दी गईं। विशेष रूप से, 20 गोल्ड मेडलिस्ट छात्रों को राष्ट्रपति के हाथों मेडल और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए — जो छात्रों के लिए आजीवन गर्व का क्षण बन गया।


IIT-ISM परिसर में बना उत्सव का माहौल

IIT-ISM धनबाद परिसर को भी इस विशेष मौके पर सुंदर ढंग से सजाया गया था:

  • सुरक्षा व्यवस्था, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, और छात्रों के उत्साह ने समारोह को एक ऐतिहासिक अवसर में बदल दिया।

  • राष्ट्रपति के स्वागत में परिसर में सांस्कृतिक झांकियां, आदिवासी नृत्य, और स्थानीय पारंपरिक धुनें बजाई गईं।

अपने संबोधन में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा:

“झारखंड की धरती मेरा घर है, और धनबाद आकर मुझे अपार खुशी हो रही है। मैं इन होनहार छात्रों को बधाई देती हूँ जो भारत के भविष्य निर्माता हैं।”


महिला सशक्तिकरण और आदिवासी गौरव का प्रतीक

धनबाद में राष्ट्रपति मुर्मू का आगमन आदिवासी समाज और महिला सशक्तिकरण का भी प्रतीक बना।
झारखंड की बेटी को राष्ट्रपति पद पर देखकर बच्चियों और महिलाओं में विशेष उत्साह देखा गया।
शहर के बैनरों पर लिखा गया था — “झारखंड की शान, राष्ट्रपति मुर्मू जी का स्वागत है”


लोगों में उत्सव जैसा माहौल

राष्ट्रपति के दौरे को लेकर आम लोगों में भी जबरदस्त उत्साह देखने को मिला:

  • बच्चे, बुज़ुर्ग, युवा — सभी सड़कों के किनारे राष्ट्रपति के काफिले की एक झलक पाने को बेताब थे।

  • कई इलाकों में स्थानीय नागरिकों ने दीप जलाए, रंगोली बनाई, और झारखंडी लोक गीत गाए।

  • सोशल मीडिया पर #DhanbadWelcomesPresident, #MurmuInDhanbad जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे थे।


सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद

इस उच्चस्तरीय दौरे के लिए धनबाद में अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था की गई:

  • SPG, जिला पुलिस, और अर्धसैनिक बलों की तैनाती।

  • हेलिपैड से लेकर कार्यक्रम स्थल तक ड्रोन कैमरों से निगरानी।

  • यातायात नियंत्रण और आपातकालीन सेवाओं की 24 घंटे व्यवस्था।


निष्कर्ष: एक ऐतिहासिक और गर्वपूर्ण क्षण

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की धनबाद यात्रा न केवल एक शासकीय कार्यक्रम, बल्कि जनता के मन में बसे सम्मान और आत्मीयता का प्रदर्शन थी।
धनबाद ने जिस भव्यता और संस्कृति के साथ राष्ट्रपति का स्वागत किया, उसने साबित कर दिया कि यह सिर्फ कोयले की राजधानी नहीं, बल्कि संस्कृति, सौंदर्य और सम्मान की राजधानी भी है।

राष्ट्रपति की यह यात्रा धनबाद के लिए इतिहास में दर्ज हो जाने वाला पल बन गई है।

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