सहारा इंडिया में फंसा पैसा अब मिलेगा वापस! जानिए कैसे और कब शुरू हुआ रिफंड मिलने का सिलसिला
📌 क्या है मामला?
सहारा इंडिया में करोड़ों लोगों ने वर्षों पहले अपने खून-पसीने की कमाई निवेश की थी। इस निवेश के एवज में उन्हें समय पर रिटर्न मिलने की उम्मीद थी, लेकिन समय बीतने के साथ यह पैसा फंस गया और लोगों को अपने पैसे वापस मिलने की आस छोड़नी पड़ी।
लेकिन अब एक बड़ी राहत की खबर आई है। केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए सहारा रिफंड पोर्टल के जरिए 25 जुलाई 2025 से रिफंड प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू कर दी गई है। यह उन निवेशकों के लिए बहुत बड़ी खबर है, जिन्होंने सहारा की विभिन्न योजनाओं में ₹1000 से ₹10000 तक की रकम जमा की थी।
📝 सहारा रिफंड पोर्टल क्या है?
सहारा रिफंड पोर्टल (https://mocrefund.crcs.gov.in) को केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन कॉर्पोरेट अफेयर्स मंत्रालय (Ministry of Corporate Affairs) ने विकसित किया है। इसका उद्देश्य सहारा समूह की चार सहकारी समितियों में फंसे निवेशकों का पैसा लौटाना है।
ये चार सहकारी समितियाँ हैं:
- सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड
- सहारा यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड
- हमारि इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड
- स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड
📅 कब से शुरू हुआ रिफंड?
सरकार ने 25 जुलाई 2025 से पहला चरण शुरू किया है, जिसमें 1000 से लेकर 10000 रुपये तक की राशि वाले निवेशकों को पैसा वापस मिलना शुरू हो चुका है। इसके लिए एक सूची तैयार की गई है जिसमें पहले उन लोगों को शामिल किया गया है जिन्होंने 2010 के बाद इन समितियों में निवेश किया था।
🧾 किन्हें मिलेगा पैसा?
- जिन निवेशकों ने सहारा की उपरोक्त समितियों में ₹10,000 या उससे कम राशि निवेश की थी,
- जिन्होंने वैध दस्तावेजों के साथ पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया है,
- और जिनकी डिटेल्स सरकारी रिकॉर्ड से मेल खाती हैं।
पहले चरण में लगभग 1 करोड़ निवेशकों को पैसा लौटाया जाना है। सरकार ने भविष्य में ₹10,000 से ऊपर निवेश करने वाले निवेशकों के लिए भी अलग से चरणबद्ध योजना तैयार करने की बात कही है।
🖥️ कैसे करें आवेदन?
यदि आपने भी सहारा इंडिया में निवेश किया है और पैसा फंसा हुआ है, तो नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:
- mocrefund.crcs.gov.in वेबसाइट पर जाएं।
- “Investor Registration” पर क्लिक करें।
- अपना आधार कार्ड नंबर और मोबाइल OTP के जरिए लॉगिन करें।
- निवेश से संबंधित दस्तावेज (पैसों की रसीद, पासबुक, सर्टिफिकेट) अपलोड करें।
- बैंक खाता और IFSC कोड जैसी जानकारी भरें।
- “Submit” पर क्लिक करें और आवेदन का acknowledgment प्राप्त करें।
📍 किन दस्तावेजों की ज़रूरत होगी?
- आधार कार्ड
- सहारा निवेश से संबंधित प्रमाण पत्र या पासबुक
- बैंक पासबुक या कैंसिल चेक
- मोबाइल नंबर (जो आधार से लिंक हो)
- एक पासपोर्ट साइज फोटो
🔐 सुरक्षित कैसे है यह प्रक्रिया?
पोर्टल पर आधार-आधारित OTP वेरिफिकेशन, रसीदों का मिलान और बैंक डिटेल्स का क्रॉसवेरिफिकेशन किया जा रहा है। इसके साथ ही आवेदन की स्थिति की निगरानी CRCS (Central Registrar of Cooperative Societies) द्वारा की जा रही है।
🧑⚖️ कोर्ट का क्या है आदेश?
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में सहारा समूह से संबंधित चार सहकारी समितियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए ₹5000 करोड़ की राशि सरकार को ट्रांसफर करने का आदेश दिया था, ताकि निवेशकों को उनका पैसा वापस मिल सके। इसी आदेश के तहत सरकार ने यह रिफंड पोर्टल शुरू किया है।
📢 सरकार की अपील
सरकार ने स्पष्ट कहा है कि निवेशक केवल अधिकृत वेबसाइट का ही उपयोग करें और किसी भी एजेंट या बिचौलिये से बचें। किसी प्रकार की फीस या कमीशन देने की आवश्यकता नहीं है।
🌐 भविष्य की योजना
यह रिफंड प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से चलेगी। पहले ₹10,000 तक के निवेशक, फिर ₹10,000 से ₹50,000 और फिर बड़े निवेशकों को शामिल किया जाएगा। सरकार का उद्देश्य अगले 1 साल में अधिकतम संख्या में निवेशकों को पैसा लौटाना है।
📌 निष्कर्ष
सहारा इंडिया में फंसा पैसा अब धीरे-धीरे अपने मालिकों तक लौटने लगा है। जिन लोगों को लग रहा था कि उनका पैसा कभी वापस नहीं आएगा, उनके लिए यह प्रक्रिया आशा की किरण लेकर आई है। यदि आपने भी निवेश किया था और अब तक आवेदन नहीं किया है, तो जल्द से जल्द सहारा रिफंड पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
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