Asia Cup Hockey 2025: एशियाई वर्चस्व की जंग, भारत की नज़र चौथे खिताब पर
एशियाई हॉकी का सबसे बड़ा टूर्नामेंट हॉकी एशिया कप 2025 इस बार भारत की धरती पर आयोजित होने जा रहा है। 29 अगस्त से बिहार के ऐतिहासिक शहर राजगीर में इसकी शुरुआत होगी। टूर्नामेंट का यह 12वां संस्करण होगा, जिसमें एशिया की 8 दिग्गज टीमें खिताब के लिए भिड़ेंगी।
इस बार भारत, चीन, जापान, चीनी ताइपे, मलेशिया, साउथ कोरिया, कजाखिस्तान और बांग्लादेश की टीमें इस प्रतिष्ठित मुकाबले में हिस्सा लेंगी।
यह आयोजन सिर्फ हॉकी तक सीमित नहीं है, बल्कि एशियाई गौरव और श्रेष्ठता की जंग भी है। दर्शकों और खिलाड़ियों के लिए यह टूर्नामेंट उत्साह, रोमांच और जुनून से भरपूर होने वाला है।
साउथ कोरिया – एशिया कप की सबसे सफल टीम
अगर एशिया कप के इतिहास पर नज़र डालें तो सबसे सफल टीम रही है साउथ कोरिया। उन्होंने अब तक 5 बार खिताब अपने नाम किया है – 1994, 1999, 2009, 2013 और 2022 में।
1994 में जब कोरिया ने भारत को हराकर पहली बार चैंपियनशिप जीती, तभी से एशियाई हॉकी में उनका दबदबा कायम है। कोरिया का खेल हमेशा तकनीकी अनुशासन, तेज़ी और रणनीतिक पकड़ के लिए जाना जाता है। यही कारण है कि 2025 में भी वे प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं।
पिछले संस्करण (2022) में भी कोरिया ने मलेशिया को फाइनल में हराकर अपनी बादशाहत कायम की थी।
भारत – चौथे खिताब की तलाश
साउथ कोरिया के बाद भारत और पाकिस्तान ने तीन-तीन बार एशिया कप जीता है।
भारत ने पहली बार 2003 में ट्रॉफी अपने नाम की, जब फाइनल में उन्होंने कोरिया को 4-2 से मात दी। इसके बाद 2007 में भारत ने एकतरफा मुकाबले में फिर कोरिया को 7-2 से हराया। तीसरी बार भारत ने 2017 में मलेशिया को 2-1 से हराकर चैंपियनशिप जीती।
अब 2025 में भारतीय टीम अपने घरेलू मैदान पर चौथा खिताब जीतने की कोशिश करेगी।
पाकिस्तान का दौर और अनुपस्थिति
1980 का दशक एशिया कप में पाकिस्तान का रहा। उन्होंने लगातार तीन बार (1982, 1985 और 1989) चैंपियनशिप जीती और हर बार फाइनल में भारत को हराकर यह उपलब्धि हासिल की।
हालांकि इस बार 2025 टूर्नामेंट में पाकिस्तान हिस्सा नहीं ले रहा है। ऐसे में भारत और कोरिया के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल सकती है।
घरेलू मैदान – भारत को बड़ा फायदा
एशिया कप 2025 भारत में आयोजित हो रहा है और राजगीर पहली बार इतने बड़े अंतरराष्ट्रीय हॉकी टूर्नामेंट का मेज़बान बन रहा है। घरेलू मैदान पर खेल रही भारतीय टीम को दर्शकों का साथ और स्थानीय परिस्थितियों का फायदा मिलेगा।
भारत का पहला मैच 29 अगस्त को चीन से होगा। टीम इंडिया का स्क्वॉड इस बार युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का बेहतरीन मिश्रण है। कोचिंग स्टाफ भी रणनीतियों पर लगातार काम कर रहा है। घरेलू समर्थन भारत के चौथे खिताब का रास्ता आसान बना सकता है।
अन्य टीमें भी होंगी चुनौतीपूर्ण
इस बार 8 टीमें टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही हैं। जापान, मलेशिया और चीन ने हाल के वर्षों में तेज़ी से प्रगति की है और भारत-कोरिया को कड़ी चुनौती देने की क्षमता रखते हैं।
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मलेशिया: पिछले संस्करण में फाइनल तक पहुंचकर साबित किया कि वे किसी भी टीम को कड़ी टक्कर दे सकते हैं।
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जापान: अपने तेज़ खेल और फिटनेस के लिए जानी जाने वाली टीम, चौंकाने वाले नतीजे देने का दम रखती है।
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चीन: लगातार सुधार की राह पर और भारत के पहले मैच में सबसे बड़ा इम्तिहान।
सिर्फ ट्रॉफी नहीं, एशियाई गौरव की जंग
हॉकी एशिया कप सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं बल्कि एशिया में हॉकी के वर्चस्व की पहचान भी है। यहां जीतने वाली टीम को सिर्फ ट्रॉफी नहीं बल्कि एशिया की सर्वश्रेष्ठ टीम का तमगा भी मिलता है।
इस जीत से खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ता है और राष्ट्रीय स्तर पर खेल संस्कृति को नई दिशा मिलती है।
एशिया कप 2025 से जुड़े अहम सवाल
एशिया कप हॉकी 2025 कब और कहां होगा?
👉 टूर्नामेंट 29 अगस्त 2025 से शुरू होगा और इसका आयोजन बिहार के राजगीर में किया जाएगा।
एशिया कप की सबसे सफल टीम कौन है?
👉 साउथ कोरिया, जिसने अब तक 5 बार खिताब जीता है।
भारत ने कितनी बार एशिया कप जीता है?
👉 भारत ने 2003, 2007 और 2017 में तीन बार ट्रॉफी उठाई है।
निष्कर्ष
29 अगस्त से शुरू हो रही यह जंग सिर्फ हॉकी का टूर्नामेंट नहीं बल्कि एशियाई गौरव की परीक्षा भी है।
क्या कोरिया अपना दबदबा कायम रख पाएगा या भारत घरेलू मैदान पर इतिहास रचकर चौथी बार चैंपियन बनेगा?
पूरे एशिया की नज़रें अब राजगीर पर टिकी हैं, जहां हॉकी का रोमांच अपने चरम पर होगा।