इन्फोसिस इस साल 20,000 फ्रेशर्स को करेगी नियुक्त: युवाओं के लिए सुनहरा अवसर
| अपडेट: जुलाई 2025
देश की शीर्ष आईटी कंपनियों में शुमार इन्फोसिस ने एक बार फिर भारतीय युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी दी है। कंपनी के सीईओ सलील पारेख ने जानकारी दी है कि वर्ष 2025 में इन्फोसिस लगभग 20,000 फ्रेश ग्रेजुएट्स की नियुक्ति करने जा रही है। यह कदम भारत के आईटी सेक्टर के बढ़ते विस्तार और डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक और सशक्त कदम माना जा रहा है।
इन्फोसिस की भर्ती योजना: युवाओं के लिए बड़ा मौका
इन्फोसिस की यह घोषणा ऐसे समय पर आई है जब देश के लाखों युवा स्नातक डिग्री के बाद रोजगार की तलाश में हैं। कंपनी का यह फैसला न केवल युवाओं के लिए राहत लेकर आया है, बल्कि आईटी क्षेत्र में विश्वास और स्थिरता का भी संकेत देता है।
इन्फोसिस के अनुसार, इन भर्तियों का उद्देश्य तकनीकी टैलेंट का विकास करना और भविष्य की जरूरतों के अनुसार स्किल्ड मैनपावर तैयार करना है। यह नियुक्तियाँ मुख्य रूप से इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, डाटा साइंस, क्लाउड कंप्यूटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग जैसे क्षेत्रों में की जाएंगी।
AI और अपस्किलिंग पर जोर
सलील पारेख के मुताबिक, इन्फोसिस ने AI (Artificial Intelligence) और रिस्किलिंग में रणनीतिक निवेश कर खुद को प्रतिस्पर्धा में आगे बनाए रखा है। वर्तमान समय में जहां तकनीक लगातार बदल रही है, वहाँ कंपनियों को अपने कर्मचारियों को लगातार ट्रेनिंग देना आवश्यक हो गया है। इन्फोसिस ने अब तक करीब 2.75 लाख कर्मचारियों को विभिन्न डिजिटल स्किल्स में प्रशिक्षित किया है।
कंपनी के इस कदम से यह साफ है कि वे न केवल नए टैलेंट को जोड़ना चाहती है, बल्कि मौजूदा वर्कफोर्स को भी भविष्य के लिए तैयार कर रही है।
पहली तिमाही में ही 17,000 से ज्यादा की नियुक्ति
एक महत्वपूर्ण आंकड़ा यह भी सामने आया है कि इन्फोसिस ने साल की पहली तिमाही में ही 17,000 से ज्यादा नए कर्मचारियों की भर्ती की है। इससे यह स्पष्ट होता है कि कंपनी पहले से ही अपने लक्ष्य की ओर तेजी से अग्रसर है।
इन्फोसिस की ग्रोथ स्ट्रेटेजी
इन्फोसिस की यह रणनीति न केवल हायरिंग पर केंद्रित है, बल्कि यह डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, क्लाइंट रिलेशनशिप और इन-हाउस स्किल डेवलपमेंट पर भी केंद्रित है। कंपनी अपनी AI आधारित सेवाओं को बेहतर बना रही है, जिससे ग्लोबल क्लाइंट्स को बेहतर समाधान मिल सके।
इन्फोसिस ने हाल ही में कई विदेशी क्लाइंट्स के साथ बड़े कॉन्ट्रैक्ट साइन किए हैं, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं।
स्किल्ड इंडिया मिशन को मिलेगा बल
इन्फोसिस की यह पहल सरकार के Skill India और Digital India अभियान को भी मजबूती प्रदान करेगी। नए फ्रेशर्स को प्रशिक्षित कर डिजिटल दुनिया के लिए तैयार करना आज की जरूरत है, और इन्फोसिस इस दिशा में अग्रणी भूमिका निभा रही है।
भर्ती प्रक्रिया और पात्रता
इन्फोसिस द्वारा नियुक्त किए जाने वाले फ्रेशर्स के लिए कुछ बुनियादी योग्यताएं निर्धारित की गई हैं:
- किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से B.E./B.Tech./MCA डिग्री
- 60% से अधिक अंक
- अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स और टीमवर्क क्षमता
- कोडिंग व लॉजिकल थिंकिंग में दक्षता
- Aptitude और Technical टेस्ट पास करना
भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी जिसमें ऑनलाइन टेस्ट, टेक्निकल इंटरव्यू और एचआर राउंड शामिल होंगे।
छात्रों और युवाओं में उत्साह
इस खबर के बाद देशभर के इंजीनियरिंग और आईटी छात्रों में उत्साह का माहौल है। कई कॉलेज प्लेसमेंट सेल पहले ही इन्फोसिस से संपर्क साध चुके हैं ताकि उनके छात्रों को इस मौके का लाभ मिल सके।
दिल्ली की एक इंजीनियरिंग छात्रा अर्पिता चौधरी का कहना है,
“इन्फोसिस जैसी कंपनी में काम करने का सपना हर टेक छात्र का होता है। ये खबर हमारे जैसे फ्रेशर्स के लिए बहुत उम्मीद जगाने वाली है।”
निष्कर्ष
इन्फोसिस की 20,000 फ्रेशर्स की भर्ती योजना भारत के युवा टैलेंट के लिए एक सुनहरा अवसर है। यह कदम सिर्फ नौकरी देने तक सीमित नहीं है, बल्कि स्किल्स के विकास, टेक्नोलॉजी के अपग्रेडेशन और डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने की दिशा में भी अहम साबित होगा।
सरकार और निजी क्षेत्र के इस तरह के प्रयासों से आने वाले समय में देश में बेरोजगारी की समस्या में काफी हद तक कमी आने की संभावना है। युवाओं को चाहिए कि वे इस मौके का भरपूर फायदा उठाएं और खुद को आने वाले भविष्य के लिए तैयार करें।