झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 2025: रिम्स-2, सूर्या हांसदा एनकाउंटर और 130वें संशोधन पर हंगामेदार सत्र
झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 2025 सोमवार से शुरू हो रहा है और यह सत्र पूरी तरह हंगामेदार होने की संभावना है। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने अपनी-अपनी रणनीति तैयार कर ली है। विपक्ष जहां नगड़ी में रिम्स-2 निर्माण को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन और सूर्या हांसदा एनकाउंटर का मुद्दा जोर-शोर से उठाएगा, वहीं सत्ता पक्ष संविधान के 130वें संशोधन और केंद्र सरकार की नीतियों पर मोर्चा खोलेगा।
विपक्ष का एजेंडा: रिम्स-2 और सूर्या हांसदा एनकाउंटर
रांची के नगड़ी इलाके में रिम्स-2 के निर्माण को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। रैयतों और पुलिस के बीच झड़प की घटनाओं ने इस मुद्दे को और गरमा दिया है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार किसानों की जमीन छीनकर उन्हें उजाड़ना चाहती है।
भाजपा विधायक दल का कहना है कि रिम्स-2 कहीं और भी बनाया जा सकता है, लेकिन सरकार किसानों की उपजाऊ जमीन पर जबरन कब्जा कर रही है। भाजपा के मुख्य सचेतक नवीन जायसवाल ने बयान दिया कि राज्य में “लाठी-डंडे की सरकार” चल रही है और किसानों की अनदेखी हो रही है।
इसके साथ ही विपक्ष गोड्डा में सूर्या हांसदा एनकाउंटर का मामला भी सदन में उठाएगा। भाजपा नेताओं ने इसे “फर्जी एनकाउंटर” बताया है और इसकी सीबीआई जांच की मांग की है। उनका कहना है कि सरकार इस संवेदनशील मामले में जवाबदेही से बच नहीं सकती।
सत्ता पक्ष का पलटवार: 130वें संशोधन और केंद्र की नीतियों पर विरोध
सत्ता पक्ष की ओर से भी विपक्ष को घेरने की पूरी तैयारी है। इंडिया गठबंधन के विधायक सदन के भीतर और बाहर संविधान के 130वें संशोधन का विरोध करेंगे।
कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि यह संशोधन भ्रष्टाचार रोकने और राजनीति में शुद्धिकरण के नाम पर लाया गया है, लेकिन असल में भाजपा इसका इस्तेमाल विपक्ष की आवाज दबाने के लिए कर रही है। उनका आरोप है कि भाजपा अपने एनडीए घटक दलों पर भी इसी के जरिए दबाव बना रही है।
25 और 26 अगस्त को सत्ता पक्ष केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ सदन के भीतर और बाहर जोरदार प्रदर्शन करेगा। प्रदीप यादव ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र को कमजोर करने की दिशा में बढ़ रही है और यह संशोधन उसी की कड़ी है।
सदन की कार्यवाही और अहम प्रस्ताव
सत्र के पहले दिन प्रश्नकाल होगा, जबकि दूसरी पाली में अनुपूरक बजट पर चर्चा प्रस्तावित है। लेकिन विपक्ष और सत्ता पक्ष के टकराव के चलते यह चर्चा भी हंगामेदार हो सकती है।
इस बीच झामुमो विधायक दल की बैठक में निर्णय लिया गया कि विपक्ष के हर मुद्दे का ठोस जवाब दिया जाएगा। बैठक में यह भी तय हुआ कि सरकार की ओर से सदन में दिशोम गुरु शिबू सोरेन को भारत रत्न दिलाने को लेकर प्रस्ताव लाया जाएगा। इस प्रस्ताव को पास कर केंद्र के पास भेजा जाएगा।
झामुमो के मुख्य सचेतक मथुरा प्रसाद महतो के आवास पर हुई बैठक के बाद मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि विपक्ष के हर सवाल का जवाब मजबूती से दिया जाएगा और सरकार सदन में पूरी तैयारी के साथ उतरेगी।
भाजपा का रुख: “जनता के सवालों का जवाब दे सरकार”
भाजपा ने साफ कहा है कि सदन केवल बजट पास कराने का मंच नहीं है। जनता से जुड़े मुद्दों पर सरकार को जवाब देना होगा। नवीन जायसवाल ने कहा कि सरकार किसानों और आम जनता की आवाज दबा रही है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार किसानों की जमीन छीनने में लगी है और रैयतों को उजाड़ने की कोशिश की जा रही है। सूर्या हांसदा एनकाउंटर पर भाजपा का रुख बेहद सख्त है और पार्टी चाहती है कि इस पर विस्तृत बहस हो और जांच की दिशा तय की जाए।
नतीजा: गरमागरम बहसों से भरा मानसून सत्र
झारखंड विधानसभा का यह मानसून सत्र न केवल राज्य की राजनीति के लिए अहम है बल्कि आने वाले चुनावी समीकरणों को भी प्रभावित कर सकता है। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों अपने-अपने मुद्दों को लेकर आक्रामक हैं।
एक ओर विपक्ष सरकार पर किसानों की जमीन छीनने और फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाएगा, तो दूसरी ओर सत्ता पक्ष केंद्र की नीतियों और 130वें संशोधन को लेकर भाजपा पर निशाना साधेगा। इसके बीच शिबू सोरेन को भारत रत्न देने का प्रस्ताव सदन में एक बड़ा राजनीतिक संदेश बन सकता है।
कुल मिलाकर, यह सत्र केवल विधायी कार्यवाही तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि राज्य की राजनीतिक दिशा और विपक्ष-सत्ता पक्ष की ताकत का भी इम्तिहान साबित होगा।
