न्यूज़ीलैंड क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज से पहले बड़ा झटका लगा है। टीम के चार प्रमुख खिलाड़ी – तेज गेंदबाज विल ओ’रूर्के, ऑलराउंडर ग्लेन फिलिप्स, बल्लेबाज फिन एलन और कप्तान मिचेल सैंटनर – चोटिल होकर टीम से बाहर हो गए हैं। इन खिलाड़ियों की चोटें अलग-अलग गंभीरता की हैं, लेकिन एक साथ इतने अहम खिलाड़ियों का बाहर होना न्यूजीलैंड के लिए करारा झटका है।
विल ओ’रूर्के का करियर बीच में थमा
24 वर्षीय तेज गेंदबाज विल ओ’रूर्के न्यूजीलैंड की तेज गेंदबाजी आक्रमण का भविष्य माने जाते थे। उन्होंने हाल ही में जिम्बाब्वे के खिलाफ पहला टेस्ट खेलते समय पीठ में दर्द की शिकायत की थी। बाद में जांच में पता चला कि उनकी लोअर बैक में स्ट्रेस फ्रैक्चर है। डॉक्टरों ने उन्हें कम से कम तीन महीने तक आराम की सलाह दी है।
इसका मतलब है कि ओ’रूर्के न केवल ऑस्ट्रेलिया (1-4 अक्टूबर) के खिलाफ, बल्कि इंग्लैंड (18 अक्टूबर-1 नवंबर) और वेस्टइंडीज (5-22 नवंबर) के खिलाफ होने वाली आगामी सीरीज से भी बाहर रहेंगे। कोच रॉब वॉल्टर ने इस चोट को लेकर चिंता जताई और कहा कि –
“ओ’रूर्के ने करियर की शानदार शुरुआत की थी। लेकिन ऐसी चोटें खिलाड़ी के लिए मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से चुनौतीपूर्ण होती हैं। हमें उम्मीद है कि वे मजबूत वापसी करेंगे।”
ओ’रूर्के की गैरमौजूदगी से न्यूजीलैंड के पेस अटैक में बड़ी कमी आ गई है, क्योंकि वे तेज रफ्तार और लगातार सही लाइन-लेंथ डालने की क्षमता रखते हैं।
ग्लेन फिलिप्स के बाहर होने से मिडिल ऑर्डर कमजोर
न्यूजीलैंड के भरोसेमंद ऑलराउंडर ग्लेन फिलिप्स को ग्रोइन इंजरी की वजह से टीम से बाहर होना पड़ा है। फिलहाल उन्हें एक महीने के लिए आराम दिया गया है और उसके बाद उनकी स्थिति का आकलन किया जाएगा।
फिलिप्स न केवल मिडिल ऑर्डर में तेजी से रन बनाने के लिए जाने जाते हैं बल्कि उनकी पार्ट-टाइम ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी टीम को बैलेंस देती है। उनके बाहर होने से न्यूजीलैंड को मिडिल ऑर्डर में स्थिरता लाने में मुश्किलें पेश आ सकती हैं।
फिन एलन की सर्जरी, सलामी बल्लेबाजी में नई चुनौती
विस्फोटक सलामी बल्लेबाज फिन एलन ने हाल ही में पैर की सर्जरी करवाई है। डॉक्टरों के अनुसार, उन्हें पूरी तरह फिट होने में कम से कम तीन महीने लगेंगे। इसका मतलब है कि वे भी लंबे समय तक टीम से बाहर रहेंगे।
एलन हाल ही में टी20 मैचों में बेहतरीन स्ट्राइक रेट से रन बना रहे थे और टीम को तेज शुरुआत देने में सफल रहे थे। उनकी गैरमौजूदगी में न्यूजीलैंड को ओपनिंग जोड़ी में नए विकल्प तलाशने होंगे। यह टीम मैनेजमेंट के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
कप्तान मिचेल सैंटनर की फिटनेस पर संशय
टीम के कप्तान और अनुभवी ऑलराउंडर मिचेल सैंटनर को भी चोट की वजह से बाहर रहना पड़ सकता है। उन्हें पेट की सर्जरी करानी है और वे कम से कम एक महीने तक टीम का हिस्सा नहीं होंगे।
कोच रॉब वॉल्टर ने कहा कि टीम उम्मीद कर रही है कि सैंटनर 1 अक्टूबर से शुरू होने वाली तीन मैचों की टी20 सीरीज से पहले फिट हो जाएं। लेकिन अगर ऐसा नहीं होता, तो उनकी जगह बैकअप कप्तान की घोषणा करनी पड़ेगी।
सैंटनर का टीम से बाहर होना केवल गेंदबाजी और बल्लेबाजी के लिहाज से ही नहीं, बल्कि कप्तानी अनुभव के लिहाज से भी बड़ा झटका है। वे टीम के सबसे स्थिर खिलाड़ियों में से एक माने जाते हैं।
टीम पर असर और आगे की चुनौतियां
चार अहम खिलाड़ियों के चोटिल होने से न्यूजीलैंड टीम का संतुलन पूरी तरह बिगड़ गया है।
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गेंदबाजी में ओ’रूर्के की गैरमौजूदगी से पेस अटैक कमजोर होगा।
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मिडिल ऑर्डर में फिलिप्स की अनुपस्थिति से टीम को रन बनाने में दिक्कत आ सकती है।
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सलामी बल्लेबाज के तौर पर एलन की कमी टीम के लिए नई मुश्किलें खड़ी करेगी।
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कप्तान सैंटनर की गैरमौजूदगी टीम के आत्मविश्वास और रणनीतिक फैसलों को प्रभावित कर सकती है।
ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ मुकाबला करने से पहले यह स्थिति न्यूजीलैंड के लिए बेहद कठिन है। ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले से ही आक्रामक क्रिकेट के लिए जानी जाती है और न्यूजीलैंड को उनसे भिड़ने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
संभावित नए चेहरे और बैकअप प्लान
अब सभी की नजर इस पर होगी कि न्यूजीलैंड चयन समिति किन खिलाड़ियों को टीम में शामिल करती है। युवा खिलाड़ियों को मौका मिलने की संभावना है। टीम मैनेजमेंट को खासकर सलामी बल्लेबाज और ऑलराउंडर की पोजिशन पर नए चेहरों पर भरोसा करना पड़ सकता है।
संभावना है कि कप्तानी की जिम्मेदारी अस्थायी तौर पर टिम साउदी या टॉम लैथम जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को सौंपी जाए।
निष्कर्ष
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम फिलहाल मुश्किल दौर से गुजर रही है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज से पहले चार अहम खिलाड़ियों का चोटिल होकर बाहर होना टीम की रणनीति और संतुलन दोनों को प्रभावित करेगा। हालांकि क्रिकेट में अक्सर यही मुश्किल वक्त नए खिलाड़ियों को चमकने का मौका देता है। अब देखना होगा कि न्यूजीलैंड की टीम इस चुनौती से कैसे उबरती है और घरेलू मैदान पर ऑस्ट्रेलिया जैसी ताकतवर टीम का सामना किस अंदाज में करती है।
