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29 Oct 2025, Wed

कप्तानी छिनने के बाद क्या घटेगी रोहित शर्मा की सैलरी? जानिए BCCI के नियम और पूरी सच्चाई

कप्तानी छिनने के बाद क्या घटेगी रोहित शर्मा की सैलरी? जानिए BCCI के नियम और पूरी सच्चाई

कप्तानी छिनने के बाद क्या घटेगी रोहित शर्मा की सैलरी? जानिए BCCI के नियम और पूरी सच्चाई

भारतीय क्रिकेट में इस समय एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। भारतीय वनडे टीम की कप्तानी अब रोहित शर्मा से लेकर युवा बल्लेबाज़ शुभमन गिल को सौंप दी गई है। इस फैसले ने क्रिकेट जगत में एक नई बहस को जन्म दिया है — क्या कप्तानी छिनने के बाद रोहित शर्मा की सैलरी में कटौती होगी?
क्या अब BCCI उन्हें पहले जितनी रकम देगा या उनके वेतन में कोई फर्क पड़ेगा? आइए जानते हैं पूरी कहानी विस्तार से।


BCCI का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम क्या है?

BCCI हर साल भारतीय खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन और योगदान के आधार पर “सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट” के तहत ग्रेड बाँटता है। इसी कॉन्ट्रैक्ट के जरिए खिलाड़ियों को सालाना वेतन दिया जाता है। यह कॉन्ट्रैक्ट चार श्रेणियों में बँटा होता है —

  • ग्रेड A+ : ₹7 करोड़ प्रति वर्ष

  • ग्रेड A : ₹5 करोड़ प्रति वर्ष

  • ग्रेड B : ₹3 करोड़ प्रति वर्ष

  • ग्रेड C : ₹1 करोड़ प्रति वर्ष

इन श्रेणियों में खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन, निरंतरता और टीम में भूमिका के आधार पर शामिल किया जाता है।
वर्तमान में, रोहित शर्मा ग्रेड A+ में शामिल हैं — यानी उन्हें सालाना ₹7 करोड़ का फिक्स वेतन मिलता है, चाहे वह कप्तान हों या नहीं।


क्या कप्तान होने से सैलरी ज़्यादा मिलती है?

बहुत से लोगों को यह गलतफहमी होती है कि कप्तान को बाकी खिलाड़ियों से अलग “कप्तानी बोनस” या अतिरिक्त वेतन दिया जाता है।
लेकिन हकीकत यह है कि BCCI कप्तानी के लिए अलग से कोई फिक्स भत्ता नहीं देता।
सभी खिलाड़ियों को उनके ग्रेड के अनुसार सैलरी मिलती है — कप्तान, उपकप्तान या आम खिलाड़ी — सबका बेसिक रिटेनर समान होता है।

हाँ, कप्तान को कुछ अतिरिक्त मैच फीस या स्पॉन्सरशिप अवसर मिल सकते हैं, लेकिन ये BCCI के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का हिस्सा नहीं होते।
इसलिए, कप्तानी हटने से बेस सैलरी पर कोई असर नहीं पड़ता।


कप्तानी छिनने के बाद रोहित शर्मा की स्थिति

कप्तानी छिनने के बाद भी रोहित शर्मा भारतीय टीम के सबसे वरिष्ठ और भरोसेमंद खिलाड़ियों में से एक हैं।
उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में भारतीय क्रिकेट को नई दिशा दी — कई बड़े टूर्नामेंट्स में टीम का नेतृत्व किया और शानदार व्यक्तिगत प्रदर्शन किया।

उनका BCCI कॉन्ट्रैक्ट अभी भी A+ ग्रेड में ही है, जिसका अर्थ है कि उन्हें सालाना ₹7 करोड़ की सैलरी मिलती रहेगी।
BCCI ने अभी तक किसी आधिकारिक बयान में यह नहीं कहा कि कप्तानी छिनने से किसी खिलाड़ी का ग्रेड बदलेगा या वेतन घटेगा।
इसलिए, फिलहाल रोहित शर्मा की सैलरी ज्यों की त्यों बनी रहेगी।


क्या भविष्य में कटौती संभव है?

अब सवाल उठता है — क्या भविष्य में रोहित शर्मा की सैलरी घट सकती है?
इसका उत्तर है — हाँ, लेकिन यह कप्तानी पर नहीं बल्कि चयन और प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।

BCCI की नीति के अनुसार, किसी खिलाड़ी को कॉन्ट्रैक्ट में बने रहने के लिए एक निश्चित संख्या में अंतरराष्ट्रीय मैच खेलना जरूरी होता है।
अगर कोई खिलाड़ी लंबे समय तक चयन से बाहर रहता है या टीम का हिस्सा नहीं बन पाता, तो अगले सत्र में उसका ग्रेड बदला जा सकता है।

उदाहरण के तौर पर, यदि रोहित शर्मा आने वाले महीनों में कम मैच खेलते हैं, या युवा खिलाड़ियों को ज़्यादा मौके दिए जाते हैं, तो उनका ग्रेड A+ से घटकर A किया जा सकता है।
ऐसी स्थिति में उनकी वार्षिक सैलरी ₹7 करोड़ से घटकर ₹5 करोड़ हो जाएगी।

लेकिन यह पूरी तरह भविष्य की स्थिति पर निर्भर है — फिलहाल ऐसी कोई संभावना नहीं दिख रही।


इतिहास में क्या ऐसा पहले भी हुआ है?

BCCI ने पहले भी कई बार खिलाड़ियों के ग्रेड बदले हैं, लेकिन ये फैसले कप्तानी से ज़्यादा प्रदर्शन पर आधारित रहे हैं।
उदाहरण के लिए, कुछ खिलाड़ी कप्तानी छोड़ने के बाद भी A+ श्रेणी में बने रहे, क्योंकि वे लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहे।
वहीं कुछ खिलाड़ियों को कप्तानी के बाद टीम से बाहर होने पर ग्रेड डाउन किया गया, जैसे शिखर धवन और भुवनेश्वर कुमार, जिन्हें हाल के वर्षों में कम मैच खेलने के कारण निचली श्रेणी में भेजा गया था।

इससे साफ़ होता है कि BCCI केवल कप्तानी के आधार पर सैलरी तय नहीं करता, बल्कि खिलाड़ियों के खेल, फिटनेस और निरंतरता को प्राथमिकता देता है।


रोहित शर्मा की भूमिका अब भी अहम क्यों है

भले ही कप्तानी चली गई हो, लेकिन भारतीय टीम में रोहित शर्मा की अहमियत आज भी बरकरार है।
उनका अनुभव, खेल की समझ और शांत स्वभाव टीम के लिए अमूल्य संपत्ति हैं।
वह आने वाले समय में एक सीनियर प्रोफेशनल और मेंटर की भूमिका निभा सकते हैं, खासकर युवा बल्लेबाज़ों के लिए।

रोहित शर्मा अब भी भारतीय टीम के सर्वश्रेष्ठ ओपनरों में से एक हैं और बड़े मौकों पर उनके प्रदर्शन की मिसाल दी जाती है।
इसलिए, जब तक वे टीम का हिस्सा हैं, उनका ग्रेड और सैलरी में बदलाव की संभावना बहुत कम है।


निष्कर्ष — सैलरी पर कोई असर नहीं, प्रतिष्ठा बरकरार

सारांश यह है कि कप्तानी जाने से रोहित शर्मा की सैलरी पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
वह अभी भी BCCI की A+ कैटेगरी में शामिल हैं और सालाना ₹7 करोड़ का वेतन पाते रहेंगे।
अगर भविष्य में उनका चयन कम हो जाए या वे खुद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूरी बना लें, तभी ग्रेड में बदलाव संभव है।

कप्तानी छिनना उनके करियर का अंत नहीं, बल्कि एक नया अध्याय है — जहाँ अब वे बिना किसी दबाव के खेल पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं और टीम के लिए नए रूप में योगदान दे सकते हैं।

भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसे कई मौके आए हैं जब दिग्गज खिलाड़ियों ने कप्तानी छोड़ने के बाद और भी शानदार प्रदर्शन किया है।
संभावना है कि रोहित शर्मा भी उसी परंपरा को आगे बढ़ाएँ और आने वाले समय में भारतीय टीम के लिए बड़ी पारियाँ खेलें।


संक्षेप में:

  • कप्तानी छिनने से सैलरी में कोई तत्काल कटौती नहीं।

  • रोहित शर्मा अभी भी BCCI के A+ ग्रेड में शामिल हैं।

  • ₹7 करोड़ सालाना वेतन पहले की तरह जारी रहेगा।

  • भविष्य में बदलाव केवल प्रदर्शन या चयन पर निर्भर करेगा।

  • अनुभव और नेतृत्व क्षमता के कारण उनकी भूमिका टीम में अब भी बेहद अहम है।

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