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23 Jul 2025, Wed

वंदे भारत और चिनाब ब्रिज ने जापानियों को किया मंत्रमुग्ध, ओसाका एक्सपो में भारतीय रेल की धूम

वंदे भारत और चिनाब ब्रिज ने जापानियों को किया मंत्रमुग्ध, ओसाका एक्सपो में भारतीय रेल की धूम

रांची/नई दिल्ली: जापान के ओसाका शहर में चल रहे वर्ल्ड एक्सपो 2025 में भारत का परचम लहरा रहा है। खासतौर पर भारतीय रेलवे की दो प्रतिष्ठित उपलब्धियाँ — वंदे भारत एक्सप्रेस और चिनाब ब्रिज — जापानी दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। यह एक्सपो भारत के लिए दुनिया के सामने अपनी तकनीकी प्रगति, नवाचार और आत्मनिर्भरता का प्रदर्शन करने का एक ऐतिहासिक मंच बन गया है।

वंदे भारत बना आकर्षण का केंद्र

भारतीय पवेलियन में वंदे भारत ट्रेन के इंटरएक्टिव डिस्प्ले, हाई-डेफिनिशन वीडियो और 3D मॉडल्स ने न केवल भारतीय प्रवासियों बल्कि स्थानीय जापानी नागरिकों का ध्यान भी खींचा है। बड़ी संख्या में जापानी दर्शक इस ट्रेन की एयरोडायनॉमिक डिजाइन, इनबिल्ट सुरक्षा प्रणाली, सेमी हाई-स्पीड क्षमता और आरामदायक सुविधाओं से चकित हैं।

जापानी नागरिक, जो खुद भी विश्व की श्रेष्ठतम ट्रेनों जैसे शिंकानसेन के आदी हैं, यह जानकर हैरान हैं कि भारत में भी अब अत्याधुनिक और तेज रफ्तार ट्रेनें आम हो रही हैं। वंदे भारत के स्वचालित दरवाजे, जीपीएस आधारित सूचना प्रणाली, ऑनबोर्ड कैटरिंग, वाई-फाई, सीसीटीवी निगरानी और बायो टॉयलेट जैसी सुविधाओं ने उसे वैश्विक स्तर पर प्रीमियम ट्रेन की श्रेणी में ला खड़ा किया है।

इस समय देशभर में करीब 140 वंदे भारत ट्रेनों का संचालन हो रहा है, जो देश के कोने-कोने को जोड़ रही हैं। यह ट्रेन वरिष्ठ नागरिकों, छात्रों और महिलाओं के लिए विशेष रूप से उपयोगी और सुरक्षित मानी जा रही है।

चिनाब ब्रिज: भारतीय इंजीनियरिंग का चमत्कार

वहीं, भारतीय पवेलियन में एक और आकर्षण का केंद्र बना है — चिनाब ब्रिज, जो दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है। यह ब्रिज न केवल भारत की इंजीनियरिंग कौशल का प्रतीक है, बल्कि हिमालय की घाटियों में स्थित कठिन भू-भौगोलिक परिस्थितियों में निर्माण की एक अद्वितीय मिसाल भी है।

ब्रिज से जुड़ा 3D मॉडल, वर्चुअल रिएलिटी अनुभव और निर्माण की वीडियो श्रृंखला जापानी दर्शकों के लिए एक अद्भुत अनुभव बन गई है। खासतौर पर इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर के छात्र इसे ध्यान से देख रहे हैं और इसके निर्माण में प्रयुक्त तकनीक, सामग्री, मौसम से निपटने के उपायों आदि को लेकर विशेष रुचि दिखा रहे हैं।

चिनाब ब्रिज न केवल एक तकनीकी उपलब्धि है, बल्कि यह उत्तर भारत के रणनीतिक और सामरिक महत्व की दृष्टि से भी एक बड़ी सफलता है। यह ब्रिज जम्मू और कश्मीर जैसे संवेदनशील क्षेत्र को भारत के बाकी हिस्सों से बेहतर और सुरक्षित रूप से जोड़ता है।

एक्सपो में भारत की छवि हो रही और मजबूत

13 अप्रैल से 13 अक्टूबर 2025 तक चलने वाले वर्ल्ड एक्सपो 2025 में भारत ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना के साथ अपने पवेलियन को डिज़ाइन किया है। भारतीय रेलवे के अलावा भी अंतरिक्ष, डिजिटल इंडिया, आयुष, स्टार्टअप इंडिया, पारंपरिक शिल्पकला और योग जैसे क्षेत्रों की झलक यहां देखने को मिल रही है।

इंडिया पवेलियन की बढ़ती लोकप्रियता यह संकेत देती है कि दुनिया अब भारत को केवल विकासशील देश नहीं, बल्कि एक वैश्विक शक्ति, तकनीकी नवाचार के केंद्र और विश्वसनीय साझेदार के रूप में देख रही है।

इस एक्सपो में भारत की भागीदारी और आकर्षण यह दर्शाते हैं कि नई सदी का भारत, तकनीक, नवाचार और आत्मनिर्भरता की राह पर दुनिया के बड़े मंचों पर मजबूती से कदम रख रहा है।

👉 मुख्य बिंदु:

वंदे भारत की अत्याधुनिक सुविधाएं जापानियों को कर रही हैं आकर्षित

चिनाब ब्रिज बना इंजीनियरिंग छात्रों के लिए प्रेरणा

140 से अधिक वंदे भारत ट्रेनें देशभर में संचालित

विश्व एक्सपो में भारतीय पवेलियन बना चर्चा का केंद्र

जापान में भारत की बढ़ती वैश्विक साख को मिल रहा सम्मान

वंदे भारत और चिनाब ब्रिज ने जापानियों को किया मंत्रमुग्ध, ओसाका एक्सपो में भारतीय रेल की धूम

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