5000+ युवाओं को मिलेगा नया भविष्य: स्टैंडर्ड चार्टर्ड और संभव फाउंडेशन की साझेदारी से स्किल इंडिया को बढ़ावा
Skill India: स्टैंडर्ड चार्टर्ड और संभव फाउंडेशन की पहल से युवाओं को नई उड़ान, आत्मनिर्भरता और रोजगार का मौका
विश्व युवा कौशल दिवस के मौके पर भारत में युवाओं के लिए एक शानदार पहल की शुरुआत हुई है। स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक और संभव फाउंडेशन ने मिलकर एक नई योजना शुरू की है, जिसका मकसद है युवाओं को भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना। इस प्रोग्राम के तहत कुल 5,160 युवाओं को अत्याधुनिक तकनीकी स्किल्स सिखाई जाएंगी।
किस तरह की स्किल्स सिखाई जाएंगी?
इस प्रोग्राम में युवाओं को उन क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया जाएगा, जो आने वाले समय में सबसे ज्यादा डिमांड में होंगे। इनमें शामिल हैं:
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इलेक्ट्रिक वाहन (EV) तकनीक
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)
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साइबर सिक्योरिटी
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डेटा एनालिटिक्स
इन स्किल्स की मदद से युवा न केवल अच्छी नौकरी हासिल कर पाएंगे, बल्कि तकनीक और इनोवेशन के क्षेत्र में भारत की स्थिति को भी मजबूत करेंगे।
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किन शहरों में शुरू हुआ प्रोग्राम?
यह प्रोग्राम देश के कई बड़े शहरों में पहले ही शुरू हो चुका है। जैसे:
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नोएडा
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मुंबई
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पुणे
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चेन्नई
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बेंगलुरु
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हैदराबाद
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असम का तिनसुकिया
इससे यह साबित होता है कि यह पहल केवल महानगरों तक सीमित नहीं है, बल्कि देश के दूरदराज इलाकों में भी युवाओं तक पहुंच बनाने की कोशिश की जा रही है।
महिलाओं को मिलेगा खास मौका
इस प्रोग्राम की सबसे खास बात यह है कि इसमें 51% प्रतिभागी महिलाएं होंगी। इससे लैंगिक समानता (Gender Equality) को बढ़ावा मिलेगा और अधिक से अधिक महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी। इससे न केवल समाज में महिलाओं की स्थिति मजबूत होगी, बल्कि देश की आर्थिक प्रगति में भी महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।
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बैंक की सस्टेनेबिलिटी हेड का बयान
स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक की सस्टेनेबिलिटी हेड, करुणा भाटिया ने इस मौके पर कहा,
“हम चाहते हैं कि युवा ऐसे कौशल सीखें, जो उन्हें तेजी से बदलती दुनिया में आगे बढ़ने में मदद करें। यह साझेदारी युवाओं को सशक्त बनाने और देश की तरक्की में योगदान देने का एक मजबूत जरिया है।”
पहले भी मिले बेहतरीन नतीजे
स्टैंडर्ड चार्टर्ड और संभव फाउंडेशन की यह पहली पहल नहीं है। इससे पहले भी इन्होंने 2,280 युवाओं को बैंकिंग और डेटा एनालिटिक्स में ट्रेनिंग दी थी। इसके अलावा, जीटीटी फाउंडेशन के साथ मिलकर 613 युवाओं को इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) सेक्टर में तैयार किया गया है।
अब तक इनके फ्यूचरमेकर्स प्रोग्राम के तहत 51,195 युवाओं को स्किल ट्रेनिंग दी जा चुकी है, जिनमें से आधे से ज्यादा महिलाएं हैं।
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भविष्य के लिए तैयारी
भारत आज तेजी से टेक्नोलॉजी और ग्रीन इनोवेशन का हब बनता जा रहा है। EV और AI जैसे क्षेत्रों में स्किल्ड युवाओं की जरूरत हर साल बढ़ रही है। ऐसे में यह पहल न केवल युवाओं को रोजगार के अवसर दिलाने में मदद करेगी, बल्कि भारत को टेक्नोलॉजी और ग्रीन इनोवेशन में ग्लोबल लीडर बनाने में भी सहयोग देगी।
भारत को मिलेगा नया आकार
इस प्रोग्राम के जरिए प्रशिक्षित युवा आधुनिक तकनीक से लैस होंगे और देश के विकास में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। यही वजह है कि यह पहल सिर्फ एक स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम नहीं, बल्कि नए भारत के निर्माण की दिशा में एक मजबूत कदम है।
निष्कर्ष
स्टैंडर्ड चार्टर्ड और संभव फाउंडेशन की यह पहल स्किल इंडिया मिशन को नई ऊर्जा दे रही है। इससे हजारों युवाओं को बेहतर भविष्य और आत्मनिर्भरता का रास्ता मिलेगा। अगर आप भी 18 से 30 साल के बीच हैं और इन क्षेत्रों में करियर बनाना चाहते हैं, तो इस मौके को हाथ से न जाने दें।
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