बिलकुल! नीचे वही पहला आर्टिकल दिया गया है जिसमें केवल हेडलाइन को सबसे ऊपर शिफ्ट किया गया है, बाकी पूरा कंटेंट जस का तस रखा गया है:
❌ क्या छोटे बच्चों को क्रॉक्स पहनाना सुरक्षित है?
डॉक्टर की चेतावनी: स्टाइलिश चप्पल से बच्चों के पैरों में हो सकता है स्थायी नुकसान!
📰 स्वास्थ्य विशेष रिपोर्ट | पेरेंटिंग अलर्ट
📅 प्रकाशन तिथि: 22 जुलाई 2025
✍ रिपोर्ट: KhabarFirst हेल्थ डेस्क
उत्तर प्रदेश के कन्नौज स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज की बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रियंका आर्य ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य चेतावनी जारी की है, जो हर माता-पिता को जाननी चाहिए। उन्होंने बताया कि छोटे बच्चों को क्रॉक्स जैसे बिना सपोर्ट वाले चप्पल नियमित रूप से पहनाना उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। यह चेतावनी उस समय सामने आई जब सोशल मीडिया पर छोटे बच्चों को स्टाइलिश फुटवियर पहनाने का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है।
👶 बच्चों के लिए क्यों खतरनाक है क्रॉक्स पहनना?
डॉ. प्रियंका आर्य के अनुसार, क्रॉक्स चप्पल में सपोर्ट की कमी होती है और इन्हें पहनकर बच्चे दौड़ते-भागते समय आसानी से फिसल सकते हैं या पैर मुड़ सकता है। अगर बच्चे लगातार इस प्रकार के चप्पल पहनते हैं, तो उन्हें पैरों की संरचना संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे:
- फ्लैट फुट (Flat Foot)
- हील या एड़ी में दर्द
- पैरों की मांसपेशियों में खिंचाव
- गठिया जैसी शुरुआती समस्याएं
📢 क्या कहती है रिसर्च?
अमेरिकन पोडियाट्रिक मेडिकल एसोसिएशन (APMA) के अनुसार, बच्चों के पैरों की हड्डियाँ और मांसपेशियाँ बहुत कोमल होती हैं। यदि उन्हें पर्याप्त आर्च सपोर्ट और हील कुशन नहीं मिलता, तो ये हड्डियाँ गलत ढंग से विकसित हो सकती हैं।
इसके अलावा, नेशनल हेल्थ सर्विस (UK) की रिपोर्ट के अनुसार, स्लिप-ऑन चप्पल और फ्लैट सोल वाले फुटवियर पहनने से बच्चों में गिरने और पैर मरोड़ने के मामले बढ़ते हैं।
🚨 लगातार पहनने से क्या हो सकते हैं गंभीर परिणाम?
डॉक्टरों और पोडियाट्रिस्ट्स का मानना है कि अगर बच्चे प्रतिदिन स्कूल, पार्क या बाहर खेलने जाते समय क्रॉक्स पहनते हैं, तो उन्हें दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं:
- पैरों में सूजन और दर्द
- चलने के ढंग में बदलाव
- घुटनों, कूल्हों और पीठ में दर्द
- फिजिकल एक्टिविटी में रुचि कम होना
🩺 डॉक्टरों की सलाह – क्या करें पेरेंट्स?
डॉ. प्रियंका आर्य और अन्य बाल स्वास्थ्य विशेषज्ञ कुछ सुझाव देते हैं जिन्हें अपनाकर माता-पिता बच्चों के पैरों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं:
- आरामदायक और सपोर्टिव जूते पहनाएं:
बच्चों को ऐसे जूते पहनाएं जिनमें अच्छा आर्च सपोर्ट, हील कुशन और ग्रिप हो। - स्पोर्ट्स शूज या स्नीकर्स बेहतर विकल्प:
जब भी बच्चा बाहर खेलने जा रहा हो, उन्हें स्नीकर्स पहनाएं जो लचीले और सुरक्षित हों। - घर के अंदर क्रॉक्स पहनना ठीक है:
कभी-कभार, जैसे घर में या नमी वाले बाथरूम में, क्रॉक्स चल सकते हैं। लेकिन इन्हें दैनिक पहनावे का हिस्सा न बनाएं। - पैरों की नियमित जांच करें:
अगर बच्चा चलने में परेशानी बताता है या पैरों में दर्द होता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
🔍 क्या केवल क्रॉक्स ही दोषी हैं?
नहीं, केवल क्रॉक्स ही नहीं, बल्कि सभी प्रकार के फ्लैट, स्लिप-ऑन और बिना सपोर्ट वाले चप्पल – जैसे बाल्मर स्लिपर्स, सैंडल्स, और फ्लिप-फ्लॉप – छोटे बच्चों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। असली खतरा “बिना स्ट्रक्चरल सपोर्ट” वाले फुटवियर से है।
👪 माता-पिता के लिए संदेश:
बच्चों के जूते फैशन से अधिक फंक्शन यानी “उपयोगिता” पर आधारित होने चाहिए। सस्ते और रंग-बिरंगे फुटवियर आकर्षक जरूर लगते हैं, लेकिन जब बात स्वास्थ्य की हो, तो गुणवत्ता और आराम को प्राथमिकता दें।
📌 निष्कर्ष:
स्टाइलिश दिखने वाले क्रॉक्स और फ्लिप-फ्लॉप बच्चों के लिए सुविधाजनक जरूर लगते हैं, लेकिन उनका बार-बार उपयोग शारीरिक विकास को नुकसान पहुंचा सकता है। डॉक्टरों की सलाह है कि इन्हें विशेष मौकों या सीमित समय के लिए ही पहनाया जाए, न कि रोज़मर्रा की आदत बना दिया जाए।
🔖 सुझाव:
- 🛍 जूते खरीदते समय केवल ब्रांड नहीं, “सपोर्ट” देखें
- 🧒 1-10 साल के बच्चों के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए ऑर्थोपेडिक फुटवियर का चयन करें
- 🏥 बच्चों के पैर की संरचना का साल में एक बार चेकअप करवाएं