कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के ऐश पौंड में फंसे दो हाथी, बांकुड़ा से रेस्क्यू टीम बुलाने की तैयारी
कोडरमा, झारखंड:
कोडरमा थर्मल पावर प्लांट की विस्तारीकरण यूनिट के तहत निर्माणाधीन ऐश पौंड में शनिवार अहले सुबह दो हाथी फंस गए, जिससे इलाके में दहशत फैल गई है। बताया जा रहा है कि ये हाथी अपने झुंड से बिछड़कर प्लांट परिसर में दाखिल हो गए और लगभग 250 एकड़ में फैले ऐश पौंड के दलदली इलाके में फंस गए हैं।
हाथियों के मूवमेंट पर ड्रोन कैमरे से निगरानी रखी जा रही है, जबकि पौंड के चारों ओर बनी 25-30 फीट ऊंची बाउंड्री के कारण वे बाहर निकलने में असमर्थ हैं। आसपास के गांवों – कुसहना, करियावां और हरली – के लोगों में इस घटना के चलते भय का माहौल है, क्योंकि पिछले दो महीनों में हाथियों के हमले से चार लोगों की जान जा चुकी है।
👥 प्रशासन और वन विभाग की सक्रियता
घटना की जानकारी मिलते ही रेंजर रविंद्र कुमार की अगुआई में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वहीं, पावर प्लांट के चीफ इंजीनियर मनोज ठाकुर ने भी स्थल का निरीक्षण किया और आम नागरिकों से ऐश पौंड क्षेत्र से दूरी बनाए रखने की अपील की।
वन विभाग द्वारा बंगाल के बांकुड़ा से विशेष रेस्क्यू टीम को बुलाया गया है, जिसकी सहायता से हाथियों को सुरक्षित बाहर निकालने की योजना बनाई जा रही है। इससे पहले, पटाखों और मशालों की मदद से हाथियों को धीरे-धीरे बाहर लाने की कोशिश की जाएगी।
🗣️ स्थानीय लोगों में आक्रोश
इलाके के निवासियों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि हाथियों की लगातार मौजूदगी ने ग्रामीणों की सुरक्षा खतरे में डाल दी है। कई बार हाथियों को खदेड़ने की मांग के बावजूद कार्रवाई अधूरी रही है।
रेंजर रविंद्र कुमार ने जवाब में कहा, “हम हाथियों को बार-बार जंगल की ओर खदेड़ते हैं, लेकिन वे किसी न किसी रास्ते से वापस शहरी और ग्रामीण इलाकों में पहुंच जा रहे हैं।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वन विभाग सतर्क है और हाथियों को बिना नुकसान पहुंचाए रेस्क्यू करने की पूरी तैयारी की जा रही है।
📌 नोट: यह एक विकासशील स्थिति है। जैसे-जैसे रेस्क्यू ऑपरेशन आगे बढ़ेगा, हम आपको इस पर और अपडेट देते रहेंगे।