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8 Aug 2025, Fri

BPSC TRE भर्ती में डोमिसाइल का लाभ लेने के लिए सिर्फ निवास प्रमाण पत्र नहीं, ये दस्तावेज भी हैं ज़रूरी

BPSC TRE भर्ती में डोमिसाइल का लाभ लेने के लिए सिर्फ निवास प्रमाण पत्र नहीं, ये दस्तावेज भी हैं ज़रूरी

BPSC TRE: अब सामान्य वर्ग में भी डोमिसाइल लागू, केवल निवास प्रमाण पत्र से नहीं मिलेगा लाभ

बिहार में शिक्षक बनने का सपना देख रहे युवाओं के लिए बड़ा अपडेट आया है। बिहार सरकार ने BPSC TRE (Teacher Recruitment Examination) के तहत आयोजित होने वाली चौथे चरण की भर्ती प्रक्रिया में एक बड़ा बदलाव करते हुए डोमिसाइल नीति को अब सामान्य (अनारक्षित) वर्ग के पदों पर भी अनिवार्य कर दिया है।

अब बिहार के स्थानीय उम्मीदवारों को 84.4% आरक्षण का लाभ मिलेगा। हालांकि, इसके लिए केवल निवास प्रमाण पत्र पर्याप्त नहीं होगा। उम्मीदवारों को एक विशेष दस्तावेज जमा करना होगा, जिससे यह सिद्ध हो सके कि उन्होंने बिहार में ही शिक्षा प्राप्त की है।


🧾 क्या है नया नियम?

राज्य कैबिनेट की 5 अगस्त 2025 को हुई बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में यह फैसला लिया गया कि:

  • बिहार शिक्षक भर्ती (BPSC TRE) में सामान्य यानी अनारक्षित श्रेणी के लिए भी अब डोमिसाइल लागू होगा।

  • डोमिसाइल के प्रमाण के तौर पर सिर्फ निवास प्रमाण पत्र मान्य नहीं होगा।

  • डोमिसाइल का लाभ तभी मिलेगा, जब उम्मीदवार ने बिहार में रहकर मैट्रिक (10वीं) या इंटरमीडिएट (12वीं) की पढ़ाई की हो।


📌 किसे मिलेगा डोमिसाइल का लाभ?

बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ के अनुसार:

“डोमिसाइल का लाभ केवल उन्हीं उम्मीदवारों को मिलेगा जिन्होंने बिहार के स्कूल या कॉलेज से मैट्रिक या इंटर की पढ़ाई की है। इसका सत्यापन 10वीं या 12वीं की मार्कशीट या सर्टिफिकेट से किया जाएगा।”

📄 यानी मान्य दस्तावेज:

  • 10वीं या 12वीं की मार्कशीट

  • या पास सर्टिफिकेट, जिसमें बिहार स्थित बोर्ड या स्कूल का नाम हो

निवास प्रमाण पत्र (Residential Certificate) अकेले पर्याप्त नहीं होगा।


⚠️ किसे नहीं मिलेगा लाभ?

  • जिन उम्मीदवारों ने बिहार का निवास प्रमाण पत्र तो लिया है, लेकिन उनकी शिक्षा (10वीं या 12वीं) बिहार के बाहर से हुई है, उन्हें डोमिसाइल का लाभ नहीं मिलेगा।

  • ऐसे अभ्यर्थी सामान्य वर्ग की अनारक्षित सीटों पर भी आवेदन नहीं कर सकेंगे, यदि वे बिहार के शिक्षा संस्थानों से पास नहीं हुए हैं।


🧮 शिक्षक बहाली में आरक्षण की स्थिति क्या होगी?

BPSC TRE 4 से डोमिसाइल नीति पूरी तरह लागू होने के बाद अब आरक्षण का नया गणित होगा:

  • 50% आरक्षण: जातिगत आरक्षण (SC/ST/OBC/EBC)

  • 10% आरक्षण: आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS)

  • 35% क्षैतिज आरक्षण: महिलाओं को (डोमिसाइल अनिवार्य)

  • 65% आरक्षण: अब सामान्य (अनारक्षित) वर्ग में भी बिहार के स्थानीयों को

  • कुल 84.4% पद बिहार के अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित होंगे

📌 केवल 15% पद ऐसे होंगे जिन पर बिहार से बाहर के उम्मीदवार भी आवेदन कर सकेंगे।


🕘 TRE-4 की तारीख कब घोषित होगी?

शिक्षा विभाग ने कहा है कि जैसे ही जिला रोस्टर के अनुसार रिक्तियाँ तैयार हो जाएंगी, अधियाचना बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) को भेजी जाएगी।

👉 संभावना है कि सितंबर 2025 के पहले सप्ताह में BPSC TRE-4 की तिथियाँ जारी कर दी जाएंगी।


📚 TRE-1, TRE-2 और TRE-3 में क्या था?

पिछली तीन शिक्षक भर्तियों में सामान्य वर्ग की सीटों पर डोमिसाइल की अनिवार्यता नहीं थी, इसलिए:

  • उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों के उम्मीदवारों ने बड़ी संख्या में आवेदन किए

  • चयनित होकर बिहार में सरकारी शिक्षक बन गए

इस वजह से स्थानीय युवाओं में नाराजगी और प्रतिस्पर्धा की भावना उत्पन्न हुई।


डोमिसाइल नियम क्यों जरूरी?

सरकार का तर्क है कि:

  • स्थानीय प्रतिभाओं को प्राथमिकता देना ज़रूरी है

  • शिक्षा व्यवस्था में स्थायित्व और सामाजिक सामंजस्य बढ़ेगा

  • बाहरी राज्यों के उम्मीदवारों से स्थानीय युवाओं को नुकसान न हो

  • ग्रामीण क्षेत्रों में स्थायी शिक्षक नियुक्ति को बढ़ावा मिलेगा


📣 निष्कर्ष: सही दस्तावेज़, सही तैयारी

BPSC TRE-4 में भाग लेने जा रहे उम्मीदवारों के लिए अब यह ज़रूरी है कि वे सिर्फ बिहार के निवासी ही नहीं, बल्कि बिहार में पढ़े-लिखे भी हों। इसलिए:

  • जल्द से जल्द अपने 10वीं और 12वीं की मार्कशीट या प्रमाण पत्र तैयार रखें

  • आवेदन के समय सही दस्तावेज़ अपलोड करें

  • डोमिसाइल नियम की गलत जानकारी देकर आवेदन न करें — इससे आपकी उम्मीदवारी रद्द हो सकती है

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