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11 Sep 2025, Thu

Diwali-छठ पर यात्रियों के लिए बड़ी सौगात: दिल्ली से बिहार के सीतामढ़ी तक चलेगी स्पेशल ट्रेन

दिवाली-छठ पर यात्रियों के लिए बड़ी सौगात: दिल्ली से बिहार के सीतामढ़ी तक चलेगी स्पेशल ट्रेन

Diwali-छठ पर यात्रियों के लिए बड़ी सौगात: दिल्ली से बिहार के सीतामढ़ी तक चलेगी स्पेशल ट्रेन

त्योहारों की भीड़ को देखते हुए रेलवे का बड़ा फैसला

दिल्ली और बिहार के बीच हर साल त्योहारों के दौरान भारी भीड़ उमड़ती है। विशेषकर दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ जैसे अवसरों पर लाखों लोग दिल्ली, नोएडा, गाज़ियाबाद और गुरुग्राम से बिहार की ओर रुख करते हैं। इसी दबाव को देखते हुए भारतीय रेलवे ने इस बार एक बड़ा कदम उठाया है। अब यात्रियों की सुविधा के लिए आनंद विहार टर्मिनल (दिल्ली) से सीतामढ़ी (बिहार) तक स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी।

रेलवे ने ऐलान किया है कि यह ट्रेन 29 सितंबर से 30 नवंबर तक प्रतिदिन चलाई जाएगी। यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि त्योहारों के समय टिकट की किल्लत और भीड़भाड़ से लोगों को राहत मिल सके।


ट्रेन का नंबर और नाम

इस ट्रेन का नंबर 04016/04015 रखा गया है और इसे आनंद विहार–सीतामढ़ी पूजा स्पेशल कहा जा रहा है। यह ट्रेन त्योहारों की पूरी अवधि में रोजाना चलेगी। दिल्ली से बिहार जाने वाले प्रवासी मजदूरों और परिवारों के लिए यह एक बड़ी राहत है।


समय-सारणी (Timetable)

  • दिल्ली से प्रस्थान (04016):
    यह ट्रेन आनंद विहार टर्मिनल से रोजाना दोपहर 3:30 बजे रवाना होगी और अगले दिन दोपहर के आसपास सीतामढ़ी पहुँचेगी।

  • सीतामढ़ी से वापसी (04015):
    वापसी की ट्रेन सीतामढ़ी से रोजाना शाम 4:30 बजे खुलेगी और अगले दिन शाम तक दिल्ली पहुँच जाएगी।

इस प्रकार, दिल्ली से बिहार और बिहार से दिल्ली की यात्रा अब यात्रियों के लिए और भी आसान हो जाएगी।


रूट और प्रमुख स्टेशन

यह ट्रेन अपने सफर के दौरान कई महत्वपूर्ण स्टेशनों से होकर गुजरेगी। इनमें गोरखपुर, बगहा, नरकटियागंज, रक्सौल, समस्तीपुर जैसे प्रमुख जंक्शन शामिल हैं। इस रूट का फायदा न केवल सीतामढ़ी जिले के लोगों को मिलेगा, बल्कि आसपास के कई जिलों के यात्री भी इसका लाभ उठा पाएंगे।


दूरी और यात्रा का समय

दिल्ली से सीतामढ़ी की दूरी लगभग 1100 किलोमीटर है। इस सफर को तय करने में ट्रेन को करीब 24 से 25 घंटे का समय लगेगा। रेलवे ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि ट्रेन का समय ऐसा हो जिससे यात्रियों को असुविधा न हो और वे आराम से गंतव्य तक पहुँच सकें।


डिब्बों की संरचना और सुविधा

इस स्पेशल ट्रेन में यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग श्रेणियों के डिब्बे लगाए गए हैं।

  • 2एसी (2A) – लंबी दूरी के यात्रियों के लिए आरामदायक विकल्प

  • 3एसी (3A) – मध्यम वर्ग के लिए बेहतर सुविधा

  • स्लीपर क्लास (SL) – बड़ी संख्या में यात्रियों की पहली पसंद

  • जनरल कोच (GN) – आम जनता के लिए किफायती यात्रा सुविधा

त्योहारों में अक्सर स्लीपर और जनरल डिब्बों में ही सबसे ज्यादा भीड़ होती है। इस बार रेलवे ने पर्याप्त संख्या में डिब्बे जोड़कर यात्रियों की परेशानी कम करने का प्रयास किया है।


क्यों लिया गया यह फैसला?

हर साल दिवाली और छठ पर बिहार जाने वाले ट्रेनों में भारी भीड़ रहती है। टिकटें हफ्तों पहले ही फुल हो जाती हैं और वेटिंग लिस्ट बहुत लंबी हो जाती है। कई बार लोग मजबूरी में ऊँचे किराए पर बसों या निजी गाड़ियों से सफर करते हैं। ऐसे हालात को देखते हुए रेलवे ने इस बार अतिरिक्त ट्रेनों की घोषणा की है।

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सर्वोपरि है। इसलिए त्योहारों के मौसम में विशेष ट्रेनें चलाकर यात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का विकल्प दिया गया है।


बिहार के लिए महत्व

बिहार में छठ पूजा का खास महत्व है। इस मौके पर लाखों लोग अपने घर लौटना चाहते हैं। छठ पर्व केवल धार्मिक आस्था से जुड़ा नहीं है बल्कि यह पारिवारिक मिलन और सामाजिक जुड़ाव का प्रतीक भी है। इसीलिए रेलवे की यह स्पेशल ट्रेन बिहारवासियों के लिए किसी सौगात से कम नहीं है।

विशेषकर मिथिला क्षेत्र के लोगों के लिए यह ट्रेन बड़ी राहत लेकर आई है। सीतामढ़ी जिले को मिथिला का प्रवेश द्वार कहा जाता है और यह ट्रेन दिल्ली से सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।


स्थानीय अर्थव्यवस्था पर असर

त्योहारों के समय जब बड़ी संख्या में लोग अपने घर लौटते हैं, तो स्थानीय बाज़ारों में रौनक बढ़ जाती है। यात्री अपने परिवार और रिश्तेदारों के लिए तोहफ़े और ज़रूरी सामान लेकर आते हैं। ऐसे में ट्रेन सेवाओं का सीधा असर स्थानीय व्यापार और अर्थव्यवस्था पर पड़ता है।

इस बार स्पेशल ट्रेन चलने से स्थानीय दुकानदारों, परिवहन सेवाओं और पर्यटन स्थलों को भी लाभ होगा।


यात्रियों की प्रतिक्रिया

यात्रियों का कहना है कि रेलवे का यह कदम सराहनीय है। दिल्ली में काम करने वाले बिहार के लोग अक्सर टिकट की समस्या से परेशान रहते थे। अब उन्हें त्योहारों पर अपने घर पहुँचने में आसानी होगी।

एक यात्री ने बताया – “हर साल छठ पर टिकट के लिए संघर्ष करना पड़ता था। कभी बस से तो कभी प्राइवेट गाड़ी से सफर करना पड़ता था। लेकिन इस बार स्पेशल ट्रेन की वजह से हमें बहुत राहत मिलेगी।”


निष्कर्ष

भारतीय रेलवे का यह कदम दर्शाता है कि सरकार यात्रियों की जरूरतों के प्रति संवेदनशील है। त्योहारों पर जब लाखों लोग दिल्ली से बिहार की ओर जाते हैं, तब स्पेशल ट्रेनों का संचालन यात्रियों के लिए वरदान साबित होता है।

आनंद विहार–सीतामढ़ी पूजा स्पेशल न केवल यात्रा को सरल बनाएगी, बल्कि यह बिहार और दिल्ली के बीच सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रिश्तों को और मजबूत करेगी।

आने वाले समय में उम्मीद की जा रही है कि रेलवे इसी तरह यात्रियों की जरूरतों को ध्यान में रखकर और भी ट्रेनों का संचालन करेगा, जिससे भीड़भाड़ कम हो और यात्रा का अनुभव सुखद बने।

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