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23 Jul 2025, Wed

Gujarat ATS की बड़ी सफलता: अल-कायदा मॉड्यूल के 4 आतंकी गिरफ्तार, बड़ी साजिश को अंजाम देने की थी तैयारी

Gujarat ATS का बड़ा खुलासा: AQIS से जुड़े चार आतंकी गिरफ्तार, भारत में बड़ी साजिश का था प्लान

Gujarat ATS की बड़ी सफलता: अल-कायदा मॉड्यूल के 4 आतंकी गिरफ्तार, बड़ी साजिश को अंजाम देने की थी तैयारी

Gujarat ATS का बड़ा खुलासा: AQIS से जुड़े चार आतंकी गिरफ्तार, भारत में बड़ी साजिश का था प्लान

गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने एक और बड़ी कामयाबी दर्ज की है। ATS ने भारतीय उपमहाद्वीप में सक्रिय कट्टरपंथी संगठन Al-Qaeda in Indian Subcontinent (AQIS) से जुड़े चार आतंकवादियों को गिरफ्तार कर एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है।

गुजरात ATS के DIG सुनील जोशी ने इस ऑपरेशन की पुष्टि करते हुए कहा कि यह केवल एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि एक बड़े नेटवर्क का खुलासा है। यह आतंकी भारत में सुरक्षा प्रतिष्ठानों और सार्वजनिक स्थलों पर हमले की फिराक में थे।


📍 गिरफ्तारियां कहां से हुईं?

गुजरात ATS ने जिन चार आतंकियों को गिरफ्तार किया है, उनमें से:

  • दो आतंकियों को गुजरात से पकड़ा गया

  • एक को दिल्ली और

  • एक को नोएडा (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार किया गया

इन सभी की उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच है और ये सभी AQIS के सक्रिय सदस्य बताए जा रहे हैं। प्रारंभिक पूछताछ में इन्होंने देश के महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बनाने की योजना की बात कबूली है।

🔗 AQIS (Al-Qaeda in the Indian Subcontinent) Info – Counter Extremism Project


🕵️‍♂️ आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़

गुजरात ATS के बयान के अनुसार:

“गुजरात एटीएस ने AQIS से जुड़े एक आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। इस प्रतिबंधित आतंकी संगठन से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनका उद्देश्य भारत में बड़ी आतंकी घटनाओं को अंजाम देना था।”

यह मॉड्यूल वर्षों से छिपकर ऑपरेट कर रहा था, और इनके निशाने पर धार्मिक स्थल, सुरक्षा प्रतिष्ठान और भीड़भाड़ वाले स्थान थे।


📲 डिजिटल सबूतों की जब्ती

ATS की टीम ने आतंकियों के पास से मोबाइल फोन, लैपटॉप, फर्जी दस्तावेज, सिम कार्ड्स, और कट्टरपंथी साहित्य बरामद किया है।
सभी उपकरणों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, ताकि इनके नेटवर्क, चैट हिस्ट्री, ऑनलाइन संपर्कों और फंडिंग स्रोतों का पता लगाया जा सके।

🔗 CERT-IN – Indian Computer Emergency Response Team


🧠 कट्टरपंथ और ऑनलाइन ब्रेनवॉशिंग

यह भी सामने आया है कि आतंकियों को कट्टरपंथी बनाने और AQIS में शामिल करने का काम ऑनलाइन माध्यमों से किया गया था। इन्हें:

  • डार्क वेब के जरिए निर्देश

  • सोशल मीडिया के माध्यम से प्रशिक्षण सामग्री

  • और एन्क्रिप्टेड ऐप्स के जरिए संपर्क में रखा गया था

🔗 UNCTED – United Nations Counter-Terrorism


🗓️ पुराना रिकॉर्ड: 2023 में भी हुई थी गिरफ्तारी

यह पहली बार नहीं है जब AQIS नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है।
साल 2023 में गुजरात के अहमदाबाद से चार बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था, जो इसी आतंकी संगठन से जुड़े थे।
इससे यह स्पष्ट होता है कि AQIS लगातार भारत में अपनी जड़ें मजबूत करने की कोशिश कर रहा है।

🔗 NIA – National Investigation Agency


🔍 आगे की कार्रवाई और प्रेस कॉन्फ्रेंस

DIG सुनील जोशी ने मीडिया को बताया कि:

“हमने AQIS से जुड़े चार आतंकियों को गिरफ्तार किया है। मामले की जांच जारी है और जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पूरी जानकारी साझा की जाएगी।”

ATS का कहना है कि अन्य संभावित सहयोगियों की तलाश भी जारी है, और जल्द ही अधिक गिरफ्तारियां हो सकती हैं।


🚨 सुरक्षा एजेंसियों की मुस्तैदी

यह गिरफ्तारी दिखाती है कि भारत की सुरक्षा एजेंसियां आतंक के खिलाफ सतर्क और सशक्त हैं।
गुजरात ATS की इस कार्रवाई ने एक बार फिर से साबित किया है कि देश की सुरक्षा के लिए काम कर रही एजेंसियां हर साजिश को नाकाम करने में सक्षम हैं।


📣 निष्कर्ष

भारत जैसे विविधताओं से भरे लोकतंत्र में आतंकवाद एक गंभीर चुनौती है। गुजरात ATS की ताजा कार्रवाई ने न सिर्फ AQIS के नेटवर्क को झटका दिया है, बल्कि देश को एक बड़ी साजिश से भी बचाया है।
हमें सतर्क रहना होगा और सुरक्षा एजेंसियों के साथ सहयोग करना होगा ताकि देश की अखंडता और शांति बनी रहे।


✅ External Resources:


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