आधुनिक समय में बदलती जीवनशैली, असंतुलित आहार और बढ़ते प्रदूषण के कारण लोग कम उम्र में ही कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़, हार्ट डिज़ीज़, किडनी प्रॉब्लम्स और मानसिक तनाव जैसी समस्याएं अब केवल बुज़ुर्गों तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि युवाओं में भी तेजी से फैल रही हैं। इस बीच मशहूर स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. दीपिका बग्गा ने हाल ही में एक सरल लेकिन असरदार सुझाव साझा किया है, जो आपकी रोज़मर्रा की डाइट में शामिल होकर आपको न केवल स्वस्थ रख सकता है बल्कि कई डॉक्टरों के पास जाने की ज़रूरत भी कम कर सकता है।
डॉ. बग्गा का सुझाव – “आहार ही है सबसे बड़ा इलाज”
डॉ. दीपिका बग्गा का मानना है कि प्राकृतिक और संतुलित आहार हमारे शरीर के लिए एक सुरक्षा कवच का काम करता है। उन्होंने कहा,
“अगर हम रोज़ाना कुछ खास फलों और ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें, तो यह हमारे शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचाकर रख सकता है और हमें अलग-अलग विशेषज्ञ डॉक्टरों के पास जाने की ज़रूरत कम पड़ सकती है।”
उनके अनुसार, हमारे किचन और फ्रूट बास्केट में मौजूद कुछ साधारण लेकिन पोषण से भरपूर चीज़ें हमारे इम्यून सिस्टम, मस्तिष्क, हृदय, पाचन और हार्मोनल बैलेंस को लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रख सकती हैं।
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आइए जानते हैं कौन-कौन से फल और ड्राई फ्रूट्स हमें किन-किन बीमारियों से बचा सकते हैं:
1. नारियल पानी – न्यूरोलॉजिस्ट से दूरी
नारियल पानी प्राकृतिक इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होता है। इसमें पोटैशियम, मैग्नीशियम और सोडियम जैसे तत्व होते हैं, जो मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बेहतर करते हैं और नसों की सेहत बनाए रखते हैं। यह शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है और मानसिक थकान को दूर करता है।
फायदा: नियमित सेवन से मस्तिष्क संबंधी समस्याओं का खतरा कम होता है, जिससे आपको न्यूरोलॉजिस्ट के पास जाने की ज़रूरत कम पड़ती है।
2. अखरोट – मानसिक स्वास्थ्य का साथी
अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड का एक बेहतरीन स्रोत है, जो डिप्रेशन, एंग्जायटी और याददाश्त से जुड़ी समस्याओं को कम करने में मदद करता है। यह ब्रेन सेल्स के बीच कनेक्शन को मजबूत बनाता है।
फायदा: मानसिक सेहत में सुधार, साइकाइट्रिस्ट से दूरी।
3. आंवला – इम्यून सिस्टम का प्रहरी
आंवला विटामिन C का सबसे समृद्ध स्रोत है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कई गुना बढ़ा देता है। नियमित सेवन से संक्रमण, एलर्जी और मौसमी बीमारियों का खतरा कम होता है।
फायदा: इम्यून सिस्टम मजबूत, इम्यूनोलॉजिस्ट के पास जाने की जरूरत कम।
4. केला – पाचन का रखवाला
केले में फाइबर और पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है। यह गैस्ट्रिक एसिड को नियंत्रित करता है और कब्ज से बचाता है।
फायदा: पेट की बीमारियों से बचाव, गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट की विज़िट कम।
5. अंजीर – हार्मोनल संतुलन
अंजीर में कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम के साथ कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो हार्मोनल बैलेंस में मदद करते हैं।
फायदा: हार्मोनल असंतुलन से बचाव, एंडोक्रिनोलॉजिस्ट से दूरी।
6. खजूर – खून की सेहत
खजूर आयरन का अच्छा स्रोत है, जो हीमोग्लोबिन लेवल बढ़ाने में मदद करता है। यह खून की कमी (एनीमिया) और थकान को दूर करता है।
फायदा: खून से जुड़ी बीमारियों में कमी, हेमेटोलॉजिस्ट की जरूरत कम।
7. अनार – दिल का दोस्त
अनार में एंटीऑक्सीडेंट्स और पॉलिफिनॉल्स होते हैं, जो हृदय की धमनियों को स्वस्थ रखते हैं। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है।
फायदा: हार्ट डिज़ीज़ से बचाव, कार्डियोलॉजिस्ट की विज़िट घटती है।
8. पिस्ता – किडनी और मूत्र प्रणाली का रक्षक
पिस्ता प्रोटीन और हेल्दी फैट्स का स्रोत है। यह किडनी की कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है और यूरिनरी ट्रैक्ट की समस्याओं को कम करता है।
फायदा: किडनी और यूरिन सिस्टम स्वस्थ, यूरोलॉजिस्ट से दूरी।
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क्यों ज़रूरी है प्राकृतिक आहार की ओर लौटना?
डॉ. बग्गा का कहना है कि आज के समय में हम प्रोसेस्ड फूड, फास्ट फूड और जंक फूड के चक्कर में प्राकृतिक आहार को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं। ये चीज़ें न केवल हमारी सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि धीरे-धीरे गंभीर बीमारियों का कारण भी बन जाती हैं।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, प्राकृतिक फल और ड्राई फ्रूट्स शरीर को विटामिन, मिनरल, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स प्रदान करते हैं, जो न केवल मौजूदा बीमारियों से लड़ते हैं बल्कि भविष्य में होने वाली बीमारियों का खतरा भी कम करते हैं।
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डॉ. बग्गा की सलाह – कैसे शामिल करें इन फलों को अपनी डाइट में?
1. सुबह खाली पेट नारियल पानी या आंवला जूस लें।
2. नाश्ते में अखरोट और अंजीर शामिल करें।
3. दिन में 1-2 केले खाएं, खासकर वर्कआउट के बाद।
4. स्नैक टाइम में खजूर और पिस्ता लें।
5. शाम को अनार के दाने सलाद में मिलाकर खाएं।
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निष्कर्ष
डॉ. दीपिका बग्गा का संदेश बेहद सरल है – “दवा से पहले आहार पर ध्यान दें। रोज़ाना के छोटे बदलाव आपकी ज़िंदगी को लंबा और स्वस्थ बना सकते हैं।”
इन फलों और ड्राई फ्रूट्स का संतुलित सेवन न केवल आपको पोषण देगा, बल्कि आपकी कई बीमारियों से सुरक्षा भी करेगा।
अगर हम आज से ही अपने आहार में यह बदलाव लाएं, तो आने वाले वर्षों में हमारी मेडिकल विज़िट्स में कमी आ सकती है और हम एक ऊर्जावान, स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकते हैं।
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