Breaking
26 Jul 2025, Sat

IRCTC Tender Case: लालू यादव के लिए आज का दिन अहम, कोर्ट ने फैसला स्थगित कर आगे बढ़ाया

IRCTC

IRCTC Tender Case: लालू यादव के लिए आज का दिन अहम, कोर्ट ने फैसला स्थगित कर आगे बढ़ाया

IRCTC Tender Case: लालू यादव के लिए अहम दिन, आज आ सकता है कोर्ट का बड़ा फैसला

पटना: बिहार की सियासत के लिए आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में आज यानी 23 जुलाई 2025 को बहुचर्चित IRCTC होटल टेंडर घोटाले में बड़ा फैसला सुनाया जा सकता है। इस मामले में लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, और बेटे तेजस्वी यादव समेत अन्य को आरोपी बनाया गया है। इस घोटाले में रेलवे के होटलों की लीज प्रक्रिया में कथित गड़बड़ियों और बदले में जमीन प्राप्त करने का आरोप है।

👉 बिहार राजनीति से जुड़ी अन्य खबरें पढ़ें
👉 तेजस्वी यादव से जुड़ी पूरी जानकारी यहां पढ़ें


क्या है IRCTC होटल टेंडर घोटाला?

यह मामला साल 2005-06 का है जब लालू प्रसाद यादव केंद्रीय रेल मंत्री थे। उस दौरान रांची और पुरी स्थित BNR होटलों को IRCTC (इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन) को हस्तांतरित किया गया था। इसके बाद इन होटलों को लीज पर देने के लिए एक टेंडर प्रक्रिया चलाई गई।

सीबीआई के अनुसार, इस प्रक्रिया में भारी अनियमितताएं हुईं। टेंडर विनय कोचर की कंपनी मेसर्स सुजाता होटल्स को दे दिया गया, जबकि इसके लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया।


लालू परिवार पर आरोप क्या है?

सीबीआई का आरोप है कि होटल लीज के बदले लालू प्रसाद यादव ने पटना में तीन एकड़ जमीन प्राप्त की। यह जमीन विनय और विजय कोचर द्वारा पहले सरला गुप्ता की कंपनी को बेची गई और बाद में इस कंपनी की मालिक राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव हो गए।

इसी जमीन पर बाद में एक शानदार शॉपिंग मॉल बनाने की योजना थी, जिसे लेकर भी काफी राजनीतिक विवाद हुआ।

👉 बिहार में मॉल निर्माण से जुड़ी हमारी खास रिपोर्ट पढ़ें


CBI की कार्रवाई और FIR

इस पूरे मामले में सीबीआई ने 17 जुलाई 2017 को एफआईआर दर्ज की थी। इसके बाद देशभर में 12 स्थानों पर छापेमारी की गई थी, जिनमें लालू प्रसाद यादव और उनके करीबियों के ठिकाने शामिल थे। एफआईआर में कुल 5 प्रमुख नाम शामिल किए गए थे।

इनमें:

  • लालू प्रसाद यादव

  • राबड़ी देवी

  • तेजस्वी यादव

  • पीके गोयल (तत्कालीन IRCTC MD)

  • विनय और विजय कोचर


कोर्ट में चल रही सुनवाई

मामला दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में विचाराधीन है। आज, 23 जुलाई 2025 को कोर्ट इस मामले में चार्ज फ्रेमिंग (आरोप तय करने) का फैसला सुना सकती है। इससे पहले कोर्ट ने फैसला सुनाए जाने के लिए सुरक्षित रखा था।

अगर आरोप साबित होते हैं, तो दोषियों को 7 साल तक की सजा हो सकती है। सभी आरोपी इस वक्त जमानत पर बाहर हैं। राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने जमानत दी थी, जबकि तेजस्वी यादव 2019 से जमानत पर हैं।


बिहार विधानसभा चुनाव और राजनीतिक असर

यह फैसला ऐसे वक्त आ रहा है जब बिहार में विधानसभा चुनाव की आहट है। अगर कोर्ट चार्ज फ्रेम कर देती है, तो इसका सीधा असर लालू यादव और उनके परिवार की राजनीतिक स्थिति पर पड़ेगा। विशेष रूप से राजद (RJD) की छवि और आगामी चुनावी रणनीति इससे प्रभावित हो सकती है।

👉 जानें: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां


निष्कर्ष

IRCTC टेंडर घोटाला सिर्फ एक कानूनी मामला नहीं, बल्कि बिहार की राजनीति की दिशा तय करने वाला अहम मोड़ बन सकता है। लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव जैसे दिग्गज नेताओं पर लगे आरोप, और कोर्ट का फैसला, आने वाले महीनों की चुनावी हवा को जरूर प्रभावित करेगा।

कोर्ट का फैसला अब से कुछ ही घंटों में सामने आ सकता है। बिहार की जनता, राजनीतिक दल और मीडिया इस पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।


📌 इंटरनल लिंक सुझाव (Anchor Text – URL Mapping):

  • तेजस्वी यादव की राजनीति → /tejashwi-yadav-profile

  • बिहार चुनाव 2025 की तैयारी → /bihar-election-2025-analysis

  • लालू यादव के पुराने केस → /lalu-yadav-corruption-cases

  • CBI केस की पूरी जानकारी → /cbi-irctc-tender-scam

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *