Breaking
29 Oct 2025, Wed

JPSC संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा : सिलेबस और परीक्षा पैटर्न विस्तार से

JPSC संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा : सिलेबस और परीक्षा पैटर्न विस्तार से

JPSC संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा : सिलेबस और परीक्षा पैटर्न विस्तार से

झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) राज्य सरकार की एक संवैधानिक संस्था है, जिसे नियुक्ति, स्थानांतरण और अनुशासनात्मक मामलों में सरकार की सहायता के लिए अधिकृत किया गया है। संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से राज्य की विभिन्न प्रशासनिक सेवाओं में अधिकारियों का चयन किया जाता है।

इस लेख में हम आपको JPSC संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा का पूरा सिलेबस और परीक्षा पैटर्न विस्तार से बता रहे हैं।


JPSC परीक्षा पैटर्न – तीन चरण

JPSC संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा मुख्यतः तीन चरणों में आयोजित की जाती है –

  1. प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 2 वस्तुनिष्ठ प्रश्नपत्र, प्रत्येक 200 अंक का

  2. मुख्य परीक्षा (Mains) – 6 वर्णनात्मक प्रश्नपत्र, सभी अनिवार्य

  3. व्यक्तित्व परीक्षण (साक्षात्कार) – 100 अंक


प्रारंभिक परीक्षा (JPSC Prelims Exam Pattern)

परीक्षा का नाम संयुक्त सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा
आयोजित करने वाला संस्थान झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC)
प्रश्नपत्र 2 (सामान्य अध्ययन)
समयावधि प्रत्येक 2 घंटे
अंक प्रत्येक पेपर 200 अंक
कुल अंक 400 अंक

प्रारंभिक परीक्षा का सिलेबस

  • भारत का इतिहास

  • भारत का भूगोल

  • भारतीय शासन एवं राजनीति

  • अर्थव्यवस्था और सतत विकास

  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

  • झारखंड से जुड़े प्रश्न (इतिहास, समाज, संस्कृति और विरासत)

  • राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय समसामयिक घटनाएँ

  • सामान्य ज्ञान के विविध प्रश्न

👉 महत्वपूर्ण सुझाव:

  • इतिहास और भूगोल में झारखंड पर विशेष ध्यान दें।

  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में केवल सामान्य समझ आवश्यक है, विशेषज्ञता की जरूरत नहीं।


मुख्य परीक्षा (JPSC Mains Exam Pattern)

प्रारंभिक परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा में शामिल होने का अवसर दिया जाता है। आमतौर पर रिक्तियों की संख्या से 10 गुना उम्मीदवार मुख्य परीक्षा के लिए चयनित किए जाते हैं।

परीक्षा का नाम संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (मुख्य परीक्षा)
प्रश्नपत्रों की संख्या 6
अवधि प्रत्येक पेपर 3 घंटे
कुल अंक 950 अंक

मुख्य परीक्षा का सिलेबस

JPSC मुख्य परीक्षा में कोई वैकल्पिक विषय नहीं है। सभी प्रश्नपत्र अनिवार्य हैं। पेपर-1 केवल क्वालिफाइंग प्रकृति का होगा और इसके अंक मेरिट में नहीं जोड़े जाएंगे।

पेपर-1 : सामान्य हिंदी एवं सामान्य अंग्रेज़ी (100 अंक)

  • हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों खंड होंगे (50-50 अंक)

  • निबंध, व्याकरण, समझ (Comprehension), संक्षेप लेखन (Precis)

👉 न्यूनतम 30 अंक लाना अनिवार्य है।


पेपर-2 : भाषा एवं साहित्य (150 अंक)

उम्मीदवार निम्नलिखित भाषाओं में से किसी एक का चयन कर सकते हैं:

  • हिंदी, अंग्रेज़ी, उर्दू, बंगाली, उड़िया, संस्कृत, संथाली, नागपुरी, पंचपरगनिया, मुंडारी, कुड़ुख, खोरठा, कुरमाली, खड़िया, हो भाषा


पेपर-3 : सामाजिक विज्ञान, इतिहास और भूगोल (200 अंक)

इतिहास

  • प्राचीन, मध्यकालीन एवं आधुनिक भारत का इतिहास

  • झारखंड का इतिहास

भूगोल

  • सामान्य भौतिक भूगोल

  • भारत का भौतिक एवं मानव भूगोल

  • भारत के प्राकृतिक संसाधन और उनका उपयोग

  • झारखंड का भूगोल एवं संसाधन

  • जनसंख्या, शहरीकरण, उद्योग और प्रदूषण संबंधी समस्याएँ


पेपर-4 : भारतीय संविधान, राजनीति, लोक प्रशासन और सुशासन (200 अंक)

संविधान और राजनीति

  • प्रस्तावना, मौलिक अधिकार एवं कर्तव्य, राज्य नीति निदेशक सिद्धांत

  • संघीय एवं राज्य शासन प्रणाली

  • केंद्र-राज्य संबंध

  • न्यायपालिका, चुनाव आयोग, राजनीतिक दल और दबाव समूह

  • आपातकालीन प्रावधान, अनुसूचित क्षेत्र एवं जनजातीय क्षेत्र से संबंधित विशेष प्रावधान

लोक प्रशासन एवं सुशासन

  • लोक प्रशासन का अर्थ, क्षेत्र और महत्व

  • केंद्र, राज्य और जिला प्रशासन

  • कर्मचारी प्रशासन, भर्ती, UPSC और JPSC की भूमिका

  • विकास प्रशासन, आपदा प्रबंधन

  • सुशासन से जुड़े तंत्र: लोकपाल, लोकायुक्त, RTI, शिक्षा का अधिकार, उपभोक्ता अधिकार, मानवाधिकार आदि


पेपर-5 : भारतीय अर्थव्यवस्था, वैश्वीकरण और सतत विकास (200 अंक)

  • भारतीय अर्थव्यवस्था की विशेषताएँ

  • राष्ट्रीय आय, मुद्रास्फीति, वित्तीय नीति

  • कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था

  • औद्योगिक नीति, सार्वजनिक वित्त, बजट

  • आर्थिक सुधार (LPQ – उदारीकरण, निजीकरण, वैश्वीकरण)

  • WTO, IMF, विश्व बैंक

  • गरीबी, बेरोजगारी, खाद्य सुरक्षा

  • सतत विकास और मानव विकास सूचकांक

  • झारखंड की अर्थव्यवस्था – कृषि, उद्योग, गरीबी, बेरोजगारी, पर्यावरणीय मुद्दे और सरकारी योजनाएँ


पेपर-6 : सामान्य विज्ञान, पर्यावरण एवं प्रौद्योगिकी विकास (200 अंक)

  • भौतिक विज्ञान : ऊर्जा, बल, कार्य, सौरमंडल, ध्वनि

  • जीव विज्ञान : कोशिका, जीव जगत, वंशागति, विकासवाद

  • कृषि विज्ञान : झारखंड की कृषि, फसल विविधीकरण, मृदा उर्वरता, वर्षा जल संचयन

  • पर्यावरण विज्ञान : प्रदूषण, जैव विविधता, पर्यावरणीय कानून

  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी : परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष कार्यक्रम, मिसाइल कार्यक्रम, सूचना प्रौद्योगिकी और साइबर अपराध


व्यक्तित्व परीक्षण (साक्षात्कार) – 100 अंक

मुख्य परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को साक्षात्कार हेतु बुलाया जाएगा। इसमें उम्मीदवार की व्यक्तित्व क्षमता, राज्य एवं राष्ट्रीय मुद्दों पर जानकारी, तार्किक क्षमता और प्रशासनिक दृष्टिकोण का आकलन किया जाएगा।


निष्कर्ष

JPSC सिलेबस काफी हद तक UPSC सिलेबस से मेल खाता है, लेकिन इसमें झारखंड के इतिहास, भूगोल, समाज और संस्कृति पर विशेष ध्यान दिया जाता है। उम्मीदवारों को चाहिए कि वे तैयारी करते समय सामान्य विषयों के साथ-साथ झारखंड-विशेष विषयों पर भी विशेष फोकस करें।

यह परीक्षा न केवल ज्ञान की गहराई बल्कि प्रशासनिक दृष्टिकोण और व्यक्तित्व की भी परख करती है। सही रणनीति और निरंतर अभ्यास से सफलता प्राप्त की जा सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *