मेघालय में हत्या स्थल पर राजा रघुवंशी के परिवार ने की पूजा, बोले– “उसकी आत्मा को शांति नहीं मिली”
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इंदौर/शिलॉन्ग:
राजा रघुवंशी हत्याकांड ने न सिर्फ इंदौर बल्कि पूरे देश को झकझोर दिया है। एक युवा व्यापारी, जिसका विवाह अभी कुछ ही दिन पहले हुआ था, मेघालय के खूबसूरत हिल्स में अपने ही जीवनसाथी के हाथों हत्या का शिकार हो गया। अब, हत्या के दो महीने बाद, राजा के परिवार ने उसी स्थान पर जाकर पूजा-अर्चना की, जहाँ राजा की लाश बरामद हुई थी। परिजनों ने कहा – “हम चाहते हैं कि उसकी आत्मा को शांति मिले। किसी भी परिवार को ऐसा दिन न देखना पड़े।”
📌 पूरा मामला: प्रेम, धोखा और हत्या
राजा रघुवंशी, इंदौर के एक उभरते हुए व्यवसायी थे। उन्होंने 11 मई 2025 को सोनम रघुवंशी से विवाह किया था। शादी के कुछ दिन बाद ही दोनों हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुए। 23 मई को राजा और सोनम चेरापूंजी (सोहरा) के एक होमस्टे से निकले और उसके बाद दोनों का कोई सुराग नहीं मिला।
24 मई को उनकी स्कूटी एक सुनसान जगह पर लावारिस हालत में मिली। पुलिस ने जांच शुरू की, लेकिन कुछ भी हाथ नहीं लगा। आखिरकार 2 जून को एक गहरी खाई से राजा का क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया। शव की हालत देखकर साफ था कि उसकी नृशंस हत्या की गई थी।
🔍 जांच में हुआ बड़ा खुलासा: पत्नी ही निकली मुख्य साजिशकर्ता
मेघालय पुलिस ने जब जांच तेज की तो चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई। राजा की पत्नी सोनम ने ही उसकी हत्या की साजिश रची थी। पुलिस के अनुसार, सोनम का पहले से ही एक अन्य व्यक्ति, राज कुशवाहा से प्रेम संबंध था। शादी के बाद भी दोनों लगातार संपर्क में थे।
जांच में सामने आया कि सोनम ने इंदौर में रहकर तीन युवकों को सुपारी दी थी। ये लोग भी हनीमून ट्रिप के दौरान मेघालय पहुंचे और वहां योजना के अनुसार राजा की हत्या कर दी गई। सोनम ने मोबाइल फोन नष्ट किए, गवाहों को भटकाया और खुद को मासूम दिखाने का हर संभव प्रयास किया।
👮♀ गिरफ्तारी और SIT की कार्यवाही
पुलिस ने सोनम को उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर से गिरफ्तार किया और मेघालय लाकर कोर्ट में पेश किया। उनके साथ-साथ राज कुशवाहा, आकाश राजपूत, विशाल चौहान, आनंद कुर्मी और कुछ अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया।
जांच के लिए एक विशेष जांच टीम (SIT) बनाई गई, जिसने हत्या में शामिल हर व्यक्ति की भूमिका की पुष्टि की। ग्वालियर के मकान मालिक, सिलोम जेम्स नामक स्थानीय व्यक्ति और फ्लैट गार्ड बलवीर अहिरवार को भी गिरफ्तार किया गया। आरोप है कि इन लोगों ने अपराध के साक्ष्य छिपाने और फोन जलाने में मदद की।
🙏 परिवार की पूजा और भावनात्मक संदेश
25 जुलाई को राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मेघालय के उसी स्थान पर पहुंचे, जहाँ राजा की लाश मिली थी। उन्होंने वहाँ पूजा कराई और कहा,
> “हम चाहते हैं राजा की आत्मा को शांति मिले। उस दिन के बाद से हमारा घर उजड़ गया है। किसी भी माता-पिता को ऐसा दिन न देखना पड़े।”
परिवार ने यह भी कहा कि वे केस में शामिल सभी लोगों को सख्त सजा दिलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे।
💔 सोनम के भाई का भावुक बयान
इस केस में एक और भावनात्मक मोड़ तब आया जब सोनम रघुवंशी के भाई गोविंद रघुवंशी ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। उन्होंने राजा के परिवार से मिलकर कहा,
> “अगर मुझे पता होता कि मेरी बहन ऐसा कुछ करेगी, तो मैं उसे पहले ही रोक देता। वह दोषी है तो सजा जरूर मिले। मैं खुद राजा के परिवार के साथ हूं।”
गोविंद ने यह भी स्वीकार किया कि सोनम का राज कुशवाहा से प्रेम संबंध था और वह शादी के लिए तैयार नहीं थी, लेकिन पारिवारिक दबाव में आकर विवाह हुआ।
📱 डिजिटल सबूत और कोर्ट में कार्रवाई
जांच के दौरान सोनम और राज कुशवाहा के बीच के चैट, कॉल डिटेल्स, लोकेशन ट्रैकिंग और कैमरा फुटेज पुलिस के हाथ लगे हैं। पुलिस ने यह भी बताया कि हत्या से पहले सोनम ने तीन अलग-अलग फोन का इस्तेमाल किया ताकि ट्रेस न हो सके।
कोर्ट ने अब तक सोनम और मुख्य आरोपियों की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी है। वहीं तीन अन्य सहआरोपियों को ज़मानत मिल चुकी है, जिसका विरोध राजा का परिवार कर रहा है और उन्होंने हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की है।
⚖ परिवार की मांग: CBI जांच हो और फांसी दी जाए
राजा के माता-पिता, बहन और भाई का कहना है कि इस केस को CBI को सौंपा जाना चाहिए। साथ ही वे यह भी चाहते हैं कि दोषियों को फांसी की सजा मिले ताकि समाज में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं।
राजा की बहन सृष्टि ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर भावुक अपील की –
> “अगर सोनम को किसी और से प्यार था तो भाग जाती, लेकिन मेरे भाई को क्यों मारा? उसने सात वचन लिए थे, और तुमने सात दिन में धोखा दे दिया।”
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📌 निष्कर्ष
राजा रघुवंशी हत्याकांड ने न सिर्फ एक परिवार को तबाह कर दिया, बल्कि यह सवाल भी खड़ा कर दिया कि प्रेम, लालच और षड्यंत्र का यह घातक मिश्रण कहां जाकर रुकेगा। मेघालय की खूबसूरत वादियों में खून से लिखी गई यह कहानी अब न्याय की मांग कर रही है।
राजा के परिवार की उम्मीदें अब सिर्फ कोर्ट और कानून पर टिकी हैं। वे चाहते हैं कि जो अन्याय उनके साथ हुआ, वह किसी और के साथ न हो