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22 Jul 2025, Tue

NEET और UPSC में असफलता के बाद भी नहीं मानी हार, अब Rolls Royce में पहुंचा 72 लाख के पैकेज तक

NEET और UPSC में

NEET और UPSC में असफलता के बाद भी नहीं मानी हार, अब Rolls Royce में पहुंचा 72 लाख के पैकेज तक

Success Story: NEET और UPSC में फेल होने के बाद भी Rolls Royce से मिला 72 लाख का पैकेज

जब सपने टूटते हैं तो कुछ लोग हार मान लेते हैं, लेकिन कुछ ऐसे होते हैं जो उन टूटे सपनों की किरचों से एक नई राह बना लेते हैं। कर्नाटक की ऋतुपर्णा के.एस. भी उन्हीं में से एक हैं। NEET में असफलता, UPSC का अधूरा सपना… और अब ब्रिटिश एविएशन कंपनी Rolls Royce में 72.3 लाख रुपये सालाना का पैकेज। यह सिर्फ एक नौकरी नहीं, बल्कि एक मिसाल है कि अगर जुनून हो, तो कोई भी रास्ता बंद नहीं होता।


🧪 डॉक्टर बनने का सपना, पर बदली राह

ऋतुपर्णा कर्नाटक के शिमोगा जिले के तीर्थहल्ली तालुका के कोडूर गांव की रहने वाली हैं। उनका सपना था डॉक्टर बनने का। उन्होंने NEET की परीक्षा दी, लेकिन उन्हें MBBS की सरकारी सीट नहीं मिल पाई। हार और निराशा ने उन्हें घेर लिया, और उन्होंने कुछ समय के लिए UPSC की तैयारी शुरू की, लेकिन जल्द ही यह महसूस किया कि यह भी उनका रास्ता नहीं है।

पर हार मानने वाली वह नहीं थीं। उनके पिता ने उन्हें प्रेरित किया और कहा कि अगर डॉक्टर नहीं बनीं, तो क्या हुआ? रास्ते और भी हैं। यही वह मोड़ था जब उन्होंने इंजीनियरिंग की ओर रुख किया।


🔧 इंजीनियरिंग में मिला नया जुनून

साल 2022 में ऋतुपर्णा ने CET (Common Entrance Test) के ज़रिए मैंगलोर के सह्याद्रि कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट में रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया। शुरुआत में यह ‘प्लान बी’ था, लेकिन जल्द ही यह उनका पैशन बन गया।

कॉलेज के पहले दिन से ही उन्होंने नई चीज़ें सीखनी शुरू कीं। उन्होंने सीनियर्स से प्रेरणा ली, यूट्यूब वीडियो देखे और खुद छोटे-छोटे प्रोजेक्ट्स बनाने शुरू किए। यही नहीं, उनकी टीम ने सुपारी किसानों के लिए एक स्प्रेयर और हार्वेस्टर रोबोट भी तैयार किया।

यह प्रोजेक्ट इतना प्रभावशाली था कि इसे गोवा में आयोजित INEX इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में गोल्ड और सिल्वर मेडल मिला। इस इवेंट में जापान, रूस, सिंगापुर और चीन जैसी तकनीकी रूप से उन्नत देशों की टीमें शामिल थीं। INEX Conference Website (लिंक एड करें)


👩‍💻 बिना कोचिंग Rolls Royce तक का सफर

ऋतुपर्णा ने एक दिन Rolls Royce की वेबसाइट पर इंटर्नशिप के लिए आवेदन किया। शुरुआत में उनका आवेदन ठुकरा दिया गया – कारण ये था कि कंपनी को भरोसा नहीं था कि वह तय समय में टास्क पूरे कर पाएंगी।

लेकिन ऋतुपर्णा ने सिर्फ एक मौका मांगा। कंपनी ने एक ऐसा टास्क दिया जिसे पूरा करने में एक महीने का वक्त तय था। ऋतुपर्णा ने वह काम सिर्फ 7 दिन में पूरा कर दिया। यह कंपनी के लिए हैरान करने वाला था।

इसके बाद कंपनी ने उन्हें लगातार कठिन प्रोजेक्ट्स दिए, जिन्हें उन्होंने शानदार ढंग से निपटाया। इस मेहनत का फल उन्हें दिसंबर 2024 में मिला – जब उन्हें 39.6 लाख रुपये का प्री-प्लेसमेंट ऑफर मिला। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई।


🚀 कैसे मिला 72.3 लाख का पैकेज?

उनकी मेहनत, लगन और नॉलेज से प्रभावित होकर अप्रैल 2025 में Rolls Royce ने उनकी सैलरी बढ़ाकर 72.3 लाख रुपये सालाना कर दी। वह अब उस टीम का हिस्सा हैं जो Rolls Royce के जेट इंजन डिजाइन और रोबोटिक्स सिस्टम पर काम करती है।

सिर्फ 20 साल की उम्र में वह Rolls Royce के रोबोटिक्स विभाग की सबसे कम उम्र की महिला इंजीनियर बन चुकी हैं।

ℹ️ Rolls Royce Careers – आप भी देख सकते हैं कि कंपनी किस तरह के टैलेंट की तलाश करती है।


🌟 इस कहानी से क्या सीखें?

ऋतुपर्णा की कहानी सिर्फ एक सफलता की कहानी नहीं है – यह उन लाखों छात्रों के लिए उम्मीद की किरण है जो NEET, UPSC या किसी अन्य परीक्षा में असफल हो जाते हैं और खुद को असफल समझने लगते हैं।

इससे यह सिखने को मिलता है कि:

  • सफलता सिर्फ एक रास्ते से नहीं आती, रास्ते कई होते हैं।

  • जुनून हो तो हर हार एक सीख बन जाती है।

  • प्लान B कभी-कभी आपकी ज़िंदगी का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट बन सकता है।


📌 निष्कर्ष

ऋतुपर्णा के.एस. की यह सफलता की कहानी एक प्रेरणा है। वह बताती हैं कि सपनों का रास्ता भले ही मुड़ जाए, लेकिन खत्म नहीं होता। जो लोग चुनौतियों से नहीं डरते, वे हर हाल में अपनी मंज़िल पा लेते हैं।

आप भी इस कहानी को अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें – शायद यह किसी की जिंदगी बदल दे।

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