पीएम मोदी ने रचा इतिहास: सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहने की दौड़ में इंदिरा गांधी को पछाड़ा, अब सिर्फ नेहरू आगे
📅 July 2025
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🔷 प्रस्तावना: इतिहास में दर्ज एक नया अध्याय
भारतीय राजनीति के इतिहास में एक और महत्वपूर्ण मोड़ आ चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब देश के दूसरे सबसे लंबे समय तक पद पर बने रहने वाले प्रधानमंत्री बन चुके हैं। इस प्रक्रिया में उन्होंने देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को पीछे छोड़ दिया है। अब उनसे आगे सिर्फ पंडित जवाहरलाल नेहरू हैं, जिन्होंने स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री के रूप में सबसे लंबे समय तक शासन किया था।
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📊 मोदी बनाम इंदिरा गांधी: आंकड़ों की तुलना
नाम कार्यकाल शुरू कार्यकाल समाप्त कुल दिन (लगभग)
इंदिरा गांधी 24 जनवरी 1966 24 मार्च 1977 4,077 दिन
नरेंद्र मोदी 26 मई 2014 वर्तमान (जुलाई 2025) 4,080+ दिन
जवाहरलाल नेहरू 15 अगस्त 1947 27 मई 1964 6,130 दिन
प्रधानमंत्री मोदी ने 26 मई 2014 को पहली बार शपथ ली थी। तब से आज तक उन्होंने 4,080 से अधिक दिन प्रधानमंत्री पद पर सेवा दी है और यह सिलसिला जारी है। वहीं इंदिरा गांधी का पहला कार्यकाल 1966 से 1977 तक चला था, जो 4,077 दिन का था।
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🧕 इंदिरा गांधी: आयरन लेडी की विरासत
इंदिरा गांधी भारतीय राजनीति की सबसे ताकतवर महिलाओं में मानी जाती हैं। उन्होंने:
बैंकों का राष्ट्रीयकरण (1969)
1971 भारत-पाक युद्ध में जीत
बांग्लादेश का निर्माण
हरित क्रांति को प्रोत्साहन
आपातकाल (1975-77) की घोषणा
जैसे कई निर्णायक फैसले लिए। दो बार प्रधानमंत्री बनीं — पहली बार 1966-77 और फिर 1980-84 तक। उनकी नीतियां और नेतृत्व आज भी बहस का विषय हैं।
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🧔 नरेंद्र मोदी: बदलाव की राजनीति का चेहरा
नरेंद्र मोदी को एक प्रबल, नीतिगत और विश्व स्तर पर प्रभावशाली नेता माना जाता है। अपने अब तक के कार्यकाल में उन्होंने कई ऐतिहासिक और जनसंवेदी फैसले लिए हैं:
🔹 प्रमुख उपलब्धियां:
GST लागू करना — टैक्स सिस्टम में बड़ा बदलाव
धारा 370 हटाना — जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जे से मुक्त करना
राम मंदिर का निर्माण शुरू कराना — वर्षों पुराने विवाद का हल
स्वच्छ भारत अभियान, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत, डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया जैसी योजनाओं का सफल संचालन
कोविड-19 महामारी के दौरान नेतृत्व
🔹 वैश्विक छवि:
नरेंद्र मोदी ने भारत की विदेश नीति को भी सशक्त बनाया है। G20, UNGA और अन्य मंचों पर उनकी उपस्थिति और नेतृत्व ने भारत की वैश्विक स्थिति को सशक्त किया है।
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📈 राजनीतिक स्थिरता और जनसमर्थन का प्रतीक
तीन बार लगातार प्रधानमंत्री बनने वाले नरेंद्र मोदी स्वतंत्र भारत के पहले ऐसे नेता हैं जो पूर्ण बहुमत के साथ यह उपलब्धि हासिल कर पाए हैं। यह उनकी जनप्रियता, राजनीतिक रणनीति, और संगठित चुनाव प्रबंधन की जीत है।
उनके नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 2014, 2019 और 2024 — तीन आम चुनावों में बड़ी जीत दर्ज की, जो यह दर्शाता है कि देश का बड़ा वर्ग उनके विजन और कार्यशैली से संतुष्ट है।
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🕊 नेहरू का अपराजेय रिकॉर्ड अब भी कायम
पंडित जवाहरलाल नेहरू, जिन्होंने 15 अगस्त 1947 से 27 मई 1964 तक भारत के प्रधानमंत्री पद को संभाला — कुल 6,130 दिन, अब भी इस सूची में शीर्ष पर हैं। उन्होंने भारत को एक लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी गणराज्य के रूप में खड़ा किया। उनके कार्यकाल को भारत के बुनियादी संस्थानों और नीतियों के निर्माण का युग माना जाता है।
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🧐 क्या मोदी नेहरू का रिकॉर्ड तोड़ पाएंगे?
अगर नरेंद्र मोदी अपने मौजूदा (तीसरे) कार्यकाल के अंत यानी 2029 तक पद पर बने रहते हैं, तो वे लगभग 5,475 दिन पूरे कर लेंगे — जो अब भी नेहरू के रिकॉर्ड से लगभग 655 दिन पीछे रहेगा।
यदि उन्हें 2029 में चौथी बार भी जनादेश मिलता है और वे 2034 तक पद पर बने रहते हैं, तब वे नेहरू का रिकॉर्ड पार कर सकते हैं और भारत के सबसे लंबे समय तक रहने वाले प्रधानमंत्री बन जाएंगे।
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📢 निष्कर्ष: केवल संख्याओं का खेल नहीं, यह युगबोध का संकेत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंदिरा गांधी से आगे निकलना सिर्फ एक ऐतिहासिक आंकड़ा नहीं, बल्कि लोकतंत्र में स्थिरता, जन समर्थन और नेतृत्व की निरंतरता का संकेत है।
उनका कार्यकाल भारतीय राजनीति की दिशा तय करने वाला साबित हो रहा है। आगे का समय यह तय करेगा कि क्या मोदी इस सूची में शीर्ष स्थान प्राप्त करते हैं या नहीं, लेकिन इतना तय है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में भारत की जनता के दिलों में स्थायी छवि जरूर बनाई है।