Raid in Bihar: भागलपुर के सब रजिस्ट्रार विनय कुमार सौरभ के ठिकानों पर EOU की बड़ी कार्रवाई, करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा
बिहार में भ्रष्टाचार पर शिकंजा कसने के लिए आर्थिक अपराध इकाई (EOU) लगातार बड़ी कार्रवाई कर रही है। इसी क्रम में शुक्रवार को भागलपुर में सब रजिस्ट्रार विनय कुमार सौरभ के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई। ईओयू को इस कार्रवाई के दौरान करोड़ों की अवैध संपत्ति के सुराग मिलने की बात सामने आ रही है। आरोप है कि सौरभ ने अपनी आय से 188.23 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित की है।
भागलपुर सहित चार जिलों में छापेमारी
शुक्रवार सुबह-सुबह ईओयू की टीम ने भागलपुर शहर के खंजरपुर इलाके के अभिनव इन्क्लेव अपार्टमेंट स्थित विनय सौरभ के आवास पर दस्तक दी। छापेमारी के समय बरारी थाना पुलिस भी मौजूद रही। इसी के साथ-साथ पटना, पूर्णिया और रोहतास जिलों में भी ईओयू की अलग-अलग टीमों ने उनके ठिकानों पर दबिश दी।
बताया जा रहा है कि ईओयू की टीमों ने एक साथ कई जगह छापा मारकर दस्तावेज़ और अन्य अहम सबूत खंगाले। कार्रवाई के दौरान स्थानीय प्रशासन की टीमें भी तैनात रहीं ताकि किसी तरह का व्यवधान न हो।
21 अगस्त को दर्ज हुआ था मामला
जानकारी के मुताबिक, सब रजिस्ट्रार विनय कुमार सौरभ के खिलाफ 21 अगस्त 2025 को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। इसी आधार पर 22 अगस्त को ईओयू ने उनके ठिकानों पर रेड की। आरोप है कि उन्होंने अपनी वैध आय से कहीं अधिक संपत्ति गलत तरीकों से अर्जित की है।
पैतृक और अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी
भागलपुर के अलावा विनय सौरभ के पैतृक आवास सेनुआर (थाना शिवसागर, जिला रोहतास) और पूर्णिया के पैनोरमा सिटी स्थित फ्लैट पर भी ईओयू की अलग-अलग टीमों ने तलाशी ली। छापेमारी के दौरान क्या कुछ बरामद हुआ, इसका आधिकारिक खुलासा अभी बाकी है, लेकिन सूत्रों की मानें तो टीम को कई संदिग्ध दस्तावेज़ और संपत्ति से जुड़े कागजात मिले हैं।
डेढ़ साल से भागलपुर में तैनात
विनय कुमार सौरभ पिछले करीब डेढ़ साल से भागलपुर में सब रजिस्ट्रार के पद पर तैनात थे। जैसे ही उनके आवास पर छापेमारी की खबर फैली, निबंधन कार्यालय में हड़कंप मच गया। सहकर्मी और स्टाफ में चर्चा का माहौल है कि इस कार्रवाई से बड़े खुलासे हो सकते हैं।
188 फीसदी अधिक संपत्ति का आरोप
ईओयू ने अपनी प्राथमिक जांच में पाया कि सौरभ की आय और उनकी संपत्ति में भारी असमानता है। आरोप है कि उन्होंने अपनी वैध आय से 188.23% अधिक संपत्ति अर्जित की है। यह अंतर ही उनके खिलाफ दर्ज मामले का आधार बना।
बिहार में लगातार हो रही बड़ी कार्रवाइयाँ
बिहार में बीते कुछ महीनों से जांच एजेंसियां लगातार सक्रिय हैं। हाल ही में 21 अगस्त को मोतिहारी के गोबिंदगंज थाना क्षेत्र में NIA की टीम ने कुख्यात अपराधी और भू-माफिया राहुल मुखिया के घर छापेमारी की थी। इसके अलावा पकड़ी दयाल के थरबिटिया गाँव में पूर्व मुखिया छेदी सिंह के घर भी रेड पड़ी थी। यह कार्रवाई AK-47 से जुड़े मामले में की गई थी।
EOU और NIA की लगातार हो रही रेड से साफ है कि बिहार में अब भ्रष्टाचार और संगठित अपराध पर सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
आगे क्या?
सब रजिस्ट्रार विनय कुमार सौरभ के खिलाफ केस दर्ज होने और छापेमारी के बाद अब आगे की कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। ईओयू की टीम ने उनके बैंक अकाउंट, संपत्ति के कागजात और अन्य वित्तीय लेनदेन से जुड़े दस्तावेज़ खंगालने शुरू कर दिए हैं। माना जा रहा है कि जांच पूरी होने के बाद कई और चौंकाने वाले खुलासे सामने आ सकते हैं।
निष्कर्ष
भागलपुर में सब रजिस्ट्रार विनय कुमार सौरभ के ठिकानों पर हुई छापेमारी ने बिहार की प्रशासनिक व्यवस्था में भ्रष्टाचार पर फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। लगातार सामने आ रहे ऐसे मामलों से यह स्पष्ट है कि सिस्टम में पारदर्शिता लाने के लिए राज्य सरकार और जांच एजेंसियों को और कड़े कदम उठाने होंगे।