₹5000 हर महीने SIP में लगाकर बनाएं ₹2 करोड़ का फंड: जानें पूरी योजना और गणना
नई दिल्ली | 28 जुलाई 2025
क्या आप एक सामान्य सैलरी पर काम करते हैं और भविष्य में करोड़पति बनने का सपना देखते हैं? अगर हाँ, तो यह सपना अब दूर नहीं। एक छोटा सा निवेश – महज़ ₹5000 प्रति माह – अगर सही योजना और अनुशासन के साथ किया जाए, तो यह निवेश आपको करोड़ों का मालिक बना सकता है। SIP (Systematic Investment Plan) के माध्यम से यह सपना हकीकत बन सकता है।
News18 की रिपोर्ट और फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स के विश्लेषण के अनुसार, ₹5000 की मासिक SIP से आप 31 वर्षों में लगभग ₹2 करोड़ का फंड बना सकते हैं। आइए विस्तार से समझते हैं कि यह कैसे संभव है, और इसमें कौन-कौन से फैक्टर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
SIP क्या है?
SIP यानी सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान एक ऐसा निवेश उपकरण है, जिसमें आप म्यूचुअल फंड में एक निश्चित राशि नियमित रूप से (हर महीने या हर तिमाही) निवेश करते हैं। यह निवेश लंबी अवधि में कॉम्पाउंडिंग (चक्रवृद्धि ब्याज) के कारण बड़ी रकम में बदल सकता है।
₹5000 की SIP से ₹2 करोड़ कैसे?
रिपोर्ट के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति हर महीने ₹5000 की SIP करता है और यह निवेश 31 साल तक लगातार करता है, तो:
- कुल निवेश: ₹5,000 x 12 महीने x 31 साल = ₹18,60,000
- औसत अनुमानित वार्षिक रिटर्न: 12% (यह मानक रिटर्न है म्यूचुअल फंड्स का)
- कुल रिटर्न: ₹1,80,92,022
- कुल फंड वैल्यू: ₹1,99,52,022 (लगभग ₹2 करोड़)
यह आंकड़ा SIP में चक्रवृद्धि ब्याज की ताकत को दर्शाता है, जहां रिटर्न्स पर भी रिटर्न्स मिलते हैं।
स्टेप-अप SIP से ₹2 करोड़ और जल्दी
यदि आप स्टेप-अप SIP का विकल्प चुनते हैं, जिसमें हर साल SIP राशि थोड़ी-थोड़ी बढ़ाई जाती है (जैसे ₹500 प्रति वर्ष), तो आप 25 साल में ही ₹2 करोड़ तक पहुंच सकते हैं। यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जिनकी सैलरी हर साल बढ़ती है और वे अपने निवेश को भी उसी अनुसार बढ़ा सकते हैं।
उदाहरण के तौर पर देखें गणना:
वर्ष | मासिक निवेश (₹) | वार्षिक निवेश (₹) | अनुमानित कुल फंड (₹) |
---|---|---|---|
1 | 5,000 | 60,000 | 63,600 |
5 | 6,000 | 72,000 | 4,95,000+ |
10 | 7,500 | 90,000 | 15,00,000+ |
25 | 12,000 | 1,44,000 | ₹2 करोड़ से अधिक |
(उपरोक्त गणना औसत रिटर्न और अनुमान पर आधारित है)
SIP के फायदे
- कम राशि में निवेश की सुविधा – ₹500 से भी SIP शुरू की जा सकती है।
- लॉन्ग टर्म वेल्थ क्रिएशन – चक्रवृद्धि ब्याज से लंबी अवधि में बड़ी रकम तैयार होती है।
- डिसिप्लिन और ऑटोमैटिक सेविंग्स – हर महीने ऑटो डेबिट की सुविधा से बचत होती रहती है।
- मार्केट रिस्क कम होता है – SIP से निवेश हर स्तर पर होता है जिससे औसत लागत कम होती है।
- टैक्स बेनिफिट – ELSS फंड्स में SIP करने पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है।
किन बातों का रखें ध्यान?
- SIP लंबे समय के लिए करें – 10 साल या उससे ज्यादा के लिए निवेश करने पर ही प्रभावशाली रिटर्न मिलते हैं।
- SIP को बीच में न रोकें – जब तक बहुत जरूरी न हो, निवेश चालू रखें।
- रिटर्न की तुलना करें – म्यूचुअल फंड्स का चुनाव करते समय उनके पिछले प्रदर्शन की तुलना ज़रूर करें।
- स्टेप-अप SIP अपनाएं – साल दर साल SIP राशि को बढ़ाकर ज्यादा फंड बना सकते हैं।
- Inflation को ध्यान में रखें – महंगाई दर के अनुसार अपने लक्ष्य को तय करें।
क्या SIP पूरी तरह सुरक्षित है?
SIP एक सुरक्षित निवेश विकल्प तो नहीं है, क्योंकि यह म्यूचुअल फंड्स में निवेश करता है, जो शेयर बाजार से जुड़े होते हैं। लेकिन अगर इसे लंबी अवधि में किया जाए तो यह बाज़ार के उतार-चढ़ाव को बैलेंस कर देता है और अच्छा रिटर्न देता है। रिस्क कम करने के लिए Diversified Funds या Hybrid Funds का चयन करें।
निष्कर्ष
₹5000 की मासिक SIP से ₹2 करोड़ का फंड बनाना संभव है, बशर्ते आप धैर्य और अनुशासन के साथ निवेश करें। यह छोटे निवेशकों के लिए करोड़पति बनने की कुंजी हो सकती है। याद रखें – जितना जल्दी शुरू करेंगे, उतना ज्यादा फायदा मिलेगा। स्टेप-अप SIP, सही फंड चयन और निवेश अनुशासन से आप भी अपने रिटायरमेंट, बच्चों की पढ़ाई, घर खरीद जैसे बड़े लक्ष्यों को पूरा कर सकते हैं।