UAE में पहुंचा भारतीय UPI – अब पेमेंट्स होंगे फास्ट, कैश-फ्री और कार्ड-फ्री
भारत का UPI अब UAE में भी सक्रिय: भारतीय यात्रियों के लिए कैशलेस और कार्ड-फ्री सफर की शुरुआत
भारत की डिजिटल पेमेंट क्रांति अब वैश्विक मंच पर मजबूती से अपने पांव जमा रही है। भारत का यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI अब संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में भी उपयोग के लिए उपलब्ध हो गया है। इसका मतलब यह है कि अब भारतीय नागरिक दुबई सहित UAE के विभिन्न शहरों में भी अपने मोबाइल फोन से सीधे भुगतान कर सकेंगे – वो भी बिना किसी कैश या क्रेडिट/डेबिट कार्ड के।
UPI का ग्लोबल विस्तार
भारत में शुरू हुई UPI प्रणाली ने घरेलू डिजिटल ट्रांजैक्शन को पूरी तरह से बदल दिया है। अब यही सिस्टम दुनिया के सात देशों में भी अपनाया जा चुका है। इनमें भूटान, नेपाल, मॉरीशस, फ्रांस, श्रीलंका, सिंगापुर और अब UAE शामिल हैं।
UAE, खासकर दुबई, भारतीय पर्यटकों और प्रवासी भारतीयों के लिए एक प्रमुख गंतव्य है। यहां UPI के आगमन से न केवल ट्रांजैक्शन आसान होगा, बल्कि यह भारत और UAE के बीच आर्थिक संबंधों को और भी मजबूत बनाएगा।
कैसे काम करेगा UPI इन UAE?
UAE में भारत की UPI सेवा को वहाँ के स्थानीय डिजिटल पेमेंट सिस्टम AANI के साथ इंटीग्रेट किया गया है। इस साझेदारी को संभव बनाया है NPCI इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL) ने, जो भारत की नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन (NPCI) की इंटरनेशनल ब्रांच है।
अब UAE में भारतीय ट्रैवलर्स या NRI केवल अपने स्मार्टफोन में एक्टिव UPI ऐप (जैसे PhonePe, Google Pay, Paytm आदि) के जरिए भुगतान कर पाएंगे। वहां के दुकानदार, कैब सर्विस या अन्य सर्विस प्रोवाइडर्स जिन्हें AANI से जोड़ा गया है, वे UPI QR कोड स्वीकार करेंगे।
पासपोर्ट और फोन से सफर – कार्ड और कैश की छुट्टी!
दुबई में भारत के महावाणिज्य दूत सतीश कुमार सिवन ने इस मौके पर कहा, “UPI और AANI के एकीकरण से भारतीय यात्रियों को अब क्रेडिट कार्ड या नकदी ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एक पासपोर्ट और मोबाइल फोन ही काफी होगा।”
उन्होंने बताया कि सिर्फ 2024 में ही भारत से करीब 55 लाख पर्यटक UAE गए थे। ऐसे में यह साझेदारी उन लाखों लोगों के लिए यात्रा को ज्यादा सहज, सुरक्षित और डिजिटल बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।
UAE में डिजिटल पेमेंट का भविष्य
UAE सरकार ने 2026 तक 90% डिजिटल ट्रांजैक्शन प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। भारत के अनुभव और तकनीकी ढांचे को देखते हुए, UPI का यह योगदान UAE को इस लक्ष्य तक पहुंचाने में मददगार साबित हो सकता है।
भारत और UAE दोनों तेजी से कैशलेस इकोनॉमी की ओर बढ़ रहे हैं। इस इंटीग्रेशन से दोनों देशों के बीच फिनटेक सेक्टर में सहयोग भी बढ़ेगा और नया आर्थिक अध्याय शुरू होगा।
UPI से क्या लाभ होंगे यात्रियों को?
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कैश की जरूरत खत्म: अब विदेशी मुद्रा या कैश ले जाने की चिंता नहीं।
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सुरक्षित ट्रांजैक्शन: कार्ड स्कीमिंग और फ्रॉड की संभावना कम।
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रियल-टाइम पेमेंट्स: तुरंत भुगतान और रसीद की सुविधा।
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कम ट्रांजैक्शन फीस: विदेशी कार्ड पेमेंट की तुलना में सस्ता विकल्प।
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इंडियन करेंसी से पेमेंट: UPI आधारित ट्रांजैक्शन भारतीय बैंकों से जुड़ा होता है, जिससे खर्च पर बेहतर नियंत्रण रहता है।
निष्कर्ष
भारत का UPI अब सिर्फ देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था का हिस्सा नहीं रहा, बल्कि यह ग्लोबल डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम का भी अहम हिस्सा बन रहा है। UAE जैसे देशों में इसकी मौजूदगी न केवल भारतीय यात्रियों के लिए वरदान है, बल्कि यह भारत की फिनटेक लीडरशिप को भी दर्शाता है।
आने वाले समय में जैसे-जैसे और देश UPI को स्वीकार करेंगे, भारत के डिजिटल इंडिया मिशन की पहुंच और प्रभाव और अधिक वैश्विक होता जाएगा।