Breaking
22 Jul 2025, Tue

UIDAI का नया निर्देश: बच्चों के आधार कार्ड में 7 वर्ष की उम्र में बायोमेट्रिक अपडेट अनिवार्य, नहीं तो हो सकता है निष्क्रिय

UIDAI का नया निर्देश: बच्चों के आधार कार्ड में 7 वर्ष की उम्र में बायोमेट्रिक अपडेट अनिवार्य, नहीं तो हो सकता है निष्क्रिय

5 वर्ष से कम उम्र में आधार बनवाने वाले बच्चों को 7 साल पर फिंगरप्रिंट, आंखों की स्कैन और नई फोटो देना अनिवार्य — समय पर न कराने पर हो सकता है नुकसान


भारत सरकार के भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने बच्चों के आधार कार्ड को लेकर एक अहम बदलाव किया है। यदि आपने अपने बच्चे का आधार कार्ड तब बनवाया था जब उसकी उम्र 5 वर्ष से कम थी, तो अब UIDAI के नए निर्देश के अनुसार, बच्चे के 7 वर्ष पूरे होते ही उसका बायोमेट्रिक अपडेट कराना अनिवार्य हो गया है। इस प्रक्रिया में फिंगरप्रिंट, आंखों की पुतली की स्कैन (आईरिस स्कैन) और हालिया फोटो शामिल होते हैं।


🔎 क्या है नियम में बदलाव?

  • 5 वर्ष से कम उम्र में बनाए गए आधार कार्ड में बायोमेट्रिक डेटा नहीं लिया जाता।

  • अब 7 साल की उम्र पर बायोमेट्रिक अपडेट कराना जरूरी कर दिया गया है।

  • यह अपडेट 5 से 7 वर्ष की उम्र के बीच निःशुल्क रहेगा।

  • यदि 7 साल पूरे होने के बाद अपडेट कराया जाता है तो ₹100 का शुल्क लिया जाएगा।

  • निर्धारित समय में अपडेट नहीं होने पर आधार अस्थायी रूप से निष्क्रिय हो सकता है।


📲 UIDAI कैसे दे रहा है सूचना?

UIDAI बच्चों के आधार कार्ड से जुड़े पंजीकृत मोबाइल नंबर पर SMS भेजकर अभिभावकों को सूचित कर रहा है। इस संदेश में बताया जाता है कि बच्चे की उम्र 7 वर्ष हो चुकी है और अब उसके आधार में बायोमेट्रिक अपडेट कराना आवश्यक है।


क्यों है यह अपडेट जरूरी?

यदि यह अपडेट तय समय में नहीं कराया गया, तो बच्चे को कई जरूरी सेवाओं में परेशानी आ सकती है:

  • सरकारी योजनाएं जैसे राशन कार्ड, आयुष्मान भारत, छात्रवृत्ति आदि का लाभ रुक सकता है।

  • विद्यालयों में दाखिला, छात्रवृत्ति आवेदन, शैक्षणिक प्रमाणपत्रों की मान्यता में बाधा आ सकती है।

  • बैंक खाता खोलना, पासपोर्ट बनवाना, KYC प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाएगी।

  • आधार निष्क्रिय होने की स्थिति में किसी भी सेवा का लाभ लेना मुश्किल हो सकता है।


🧾 कैसे कराएं बायोमेट्रिक अपडेट?

  1. नजदीकी आधार नामांकन/अपडेट केंद्र पर जाएं।

  2. बच्चे का आधार कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र साथ रखें।

  3. अभिभावक को भी अपना आधार लेकर उपस्थित रहना होता है।

  4. केंद्र पर बच्चे का:

    • फिंगरप्रिंट

    • आईरिस स्कैन (आंखों की पुतली की छवि)

    • नई पासपोर्ट साइज फोटो
      लिया जाता है।

  5. प्रक्रिया के बाद अपडेट स्लिप दी जाती है।

  6. अपडेट की स्थिति UIDAI की वेबसाइट या mAadhaar ऐप से देखी जा सकती है।


📋 आवश्यक दस्तावेज:

  • बच्चे का आधार कार्ड

  • जन्म प्रमाण पत्र

  • माता-पिता में से किसी एक का आधार कार्ड

  • पंजीकृत मोबाइल नंबर (SMS प्राप्ति के लिए)


💸 शुल्क संरचना:

उम्र शुल्क
5 से 7 वर्ष निःशुल्क
7 वर्ष के बाद ₹100

⚠️ क्या होगा अगर समय पर अपडेट नहीं कराया गया?

  • आधार नंबर सस्पेंड या निष्क्रिय हो सकता है।

  • शैक्षणिक और सरकारी योजनाओं से बच्चा वंचित रह सकता है।

  • पासपोर्ट, बैंकिंग, छात्रवृत्ति, स्वास्थ्य बीमा जैसी सेवाओं में बाधा आ सकती है।


📞 सहायता कहाँ लें?

  • UIDAI टोल-फ्री हेल्पलाइन: 1947

  • वेबसाइट: https://uidai.gov.in

  • mAadhaar ऐप से स्थिति जांचें या निकटतम केंद्र खोजें


📝 निष्कर्ष

UIDAI द्वारा लागू किया गया यह नया निर्देश बच्चों की पहचान को सुरक्षित और विश्वसनीय बनाए रखने की दिशा में एक बड़ा कदम है। आज के समय में आधार लगभग हर क्षेत्र में आवश्यक हो गया है — चाहे वह स्कूल में दाखिला हो, छात्रवृत्ति, बैंकिंग या सरकारी योजनाओं का लाभ। इसलिए सभी अभिभावकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके बच्चे का आधार कार्ड समय पर बायोमेट्रिक रूप से अपडेट हो जाए। यह एक आसान, त्वरित और जरूरी प्रक्रिया है जिसे नज़रअंदाज़ करना भविष्य में परेशानी का कारण बन सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *